सोशल मीडिया पर 2 वीडियोज़ वायरल हैं. वीडियो में भीड़ कथित रूप से पुलिस की वर्दी पहने लोगों पर पत्थर मारती दिख रही है. दावा है कि ये वीडियो राजस्थान का है. बता दें कि कुछ दिन पहले जयपुर में भीड़ ने पुलिस पर हमला किया था. ये वीडियोज़ उसी घटना से जोड़कर शेयर किये जा रहे हैं.
पहला वीडियो
फ़ेसबुक यूज़र ‘Kanhai Kanhai’ ने ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया. वीडियो में भीड़ में शामिल कुछ लोग ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे लगाते हुए दिख रहे हैं.
राजस्थान कश्मीर कब बना मालूम ही नही चला।
कल जयपुर में हुआ है, आप इसके चपेट में कब आने वाले है,खुद ही तय कर लो ।Posted by Kanhai Kanhai on Friday, 1 October 2021
एक और फ़ेसबुक यूज़र ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है.
राजस्थान कश्मीर कब बना मालूम ही नही चला।
कल जयपुर में हुआ है, आप इसके चपेट में कब आने वाले है,खुद ही तय कर लो ।Posted by Rajkumar Singhal on Monday, 4 October 2021
दूसरा वीडियो
दूसरा वीडियो भी इसी दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. ट्विटर यूज़र ‘ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी’ ने इसे ट्वीट किया. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
#कांग्रेस का #राजस्थान कश्मीर कब बना मालूम ही नही चला।
कल जयपुर में हुआ है, आप इसके चपेट में कब आने वाले है,खुद ही तय कर लो।
अब कैसा लग रहा है 10 दिन मे कर्जा माफ करने निकलें थे अब लेने के देने पड गये।
मूर्खो कोंग्रेस कोइ पार्टी नही है ऐक छुपा इस्लामीक संगठन।#महाराणा की भूमि है pic.twitter.com/oYfiIs32OZ— ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी (@gyankagyan) October 4, 2021
एक और ट्विटर यूज़र ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया है.
राजस्थान कश्मीर कब बना मालूम ही नही चला।
कल जयपुर में हुआ है,
क्या ये खबर सच है ? pic.twitter.com/kIIAhtOx8H— 🕉📿भटकतीआत्मा 🇮🇳🕉FB 💯 (@bhatkatiatma45) October 4, 2021
ट्विटर और फ़ेसबुक पर ये वीडियोज़ काफ़ी शेयर किये गए हैं.
ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाइल ऐप और व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर भी इन वीडियोज़ की जांच के लिए रीक्वेस्ट आयी हैं.
फ़ैक्ट-चेक
इनकी जांच करते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये दोनों वीडियोज़ 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है. फ़ेसबुक पर 10 सितंबर 2017 को ये वीडियोज़ इसी दावे के साथ शेयर किये गए थे. इस आर्टिकल में हम इन दोनों वीडियोज़ की सच्चाई आपको बारी-बारी से बताएंगे.
पहला वीडियो
वीडियो में कुछ दुकानों के बोर्ड्स दिखते हैं जैसे ‘Western Hosiery’, ‘Sathoo Furnishing’, ‘Vasco Pasco’. गूगल पर सर्च करते हुए हमें इस नाम से मौजूद दुकानें अनंतनाग के लाल चौक के आस-पास मिली. ‘Western Hosiery’ के फ़ेसबुक पेज पर मौजूद तस्वीर में दुकान के बोर्ड्स दिखते हैं जो कि वीडियो में दिख रहे बोर्ड्स से मेल खाता है.
दूसरा वीडियो
इस वीडियो को फ़्रेम-बाय-फ़्रेम देखने से मालूम चला कि ये वीडियो भी अनंतनाग के लाल चौक का ही है. वीडियो में कुछ सेकंड के लिए ‘Western Hosiery’ और ‘Sathoo Furnishing’ का बोर्ड दिखता है. इसके अलावा, उनके पास की ‘New Western Collection’ दुकान का बोर्ड भी दिखता है.
यहां ये बात तो साफ़ हो जाती है कि ये दोनों वीडियोज़ कम से कम 4 साल पुराने हैं और जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में हुई घटना के हैं. इन वीडियोज़ का हाल में जयपुर में पुलिस पर पत्थरबाज़ी करने की घटना से कोई संबंध नहीं है.
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