सोशल मीडिया पर एक ग्राफ़िक वायरल है. तस्वीर में कुछ लोग तालियां बजाकर नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए दिख रहे हैं. इसके नीचे लिखा है – “200 साल तक हमे गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन मे कल 53 देशों के अध्यक्षो के बीच “मोदी महाअध्यक्ष” थे| यह दृश्य देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया होगा.! ”
ये ग्राफ़िक फ़ेसबुक पर वायरल है.
ऑल्ट न्यूज़ की ऑफ़िशियल मोबाइल ऐप और व्हाट्सऐप नंबर पर भी इस ग्राफ़िक की जांच के लिए रीक्वेस्ट आयी हैं.
साल 2018 से ही ये तस्वीर ट्विटर पर इसी दावे के साथ शेयर की जा रही है.
200 साल तक हमे गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन मे, 53देशों के अध्यक्षो के बीच “ मोदी महाध्यक्ष”
कसम से अगर आप सचे भारतीय है तो आपकी छाती भी 56इंच की हो गई होगी
जरा इस फोटो को गौर से देखिये, भारत के इतिहास में कितने ही प्रधानमंत्री आये और गये
लेकिन यह दृश्य देखने को नहीं मिला pic.twitter.com/W4WWLWx7bd— राजस्थानी (@_Rajasthani) December 2, 2018
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ इस तस्वीर के बारे में 2019 में ही एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पब्लिश कर चुका है. ये तस्वीर फ़ोटोशॉप कर शेयर की गई थी. इस तस्वीर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तस्वीर जोड़ी गयी थी. ये एडिटेड तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर इमरान खान छुपने की कोशिश कर रहे थे. उसकी मूल तस्वीर अब वायरल है.
आगे, इसके बारे में सर्च करते हुए ऑल्ट न्यूज़ को 23 जनवरी 2018 की DNA की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, नरेंद्र मोदी ने दावोस में इंटरनेशनल बिज़नेस काउंसिल में हिस्सा लिया था. इस मीटिंग में उच्च वैश्विक CEO शामिल हुए थे जो वर्ल्ड इकॉनमिक फ़ोरम की सालाना मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. ये तस्वीर उसी मीटिंग की है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी ये तस्वीर 23 जनवरी 2018 को ट्वीट की थी.
The world applauds 1.3 bn people of India at the @wef in #Davos appreciating the remarkable transformation in improving the business climate. PM @narendramodi interacting with the top global CEOs at the International Business Council event. #IndiaMeansBusiness pic.twitter.com/AfvfarnKGS
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) January 23, 2018
यानी, सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के साथ शेयर किया गया दावा पूरी तरह से गलत है. ये तस्वीर स्विट्जरलैंड के दावोस की है न कि ब्रिटेन की. इसके अलावा, हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिससे ये मालूम चलता हो कि ब्रिटेन में हुई 53 देशों की बैठक में नरेंद्र मोदी को ‘महा अध्यक्ष’ चुना गया हो.
मीडिया ने राकेश टिकैत का अधूरा बयान दिखाकर कहा कि उन्होंने मीडिया को धमकी दी, देखिये
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.