सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है. तस्वीर में दिख रहा है कि बाढ़ वाले इलाके में एक महिला अपने बच्चों के लिए लकड़ी से बनी कामचलाऊ नाव पर खाना पका रही है. ये तस्वीर शेयर करते हुए यूज़र्स इसे “भारत की हाल” की परिस्थिति बता रहे हैं.
गुजरात प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने फ़ेसबुक पर ये तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “वर्तमान भारत की जीती जागती #तस्वीर खैर आप #मंदिर_मस्जिद बनाइये”. (आर्काइव लिंक)
वर्तमान भारत की जीती जागती #तस्वीर
खैर आप #मंदिर_मस्जिद बनाइये😢
Posted by Gujarat Pradesh Congress Sevadal on Friday, 23 July 2021
कांग्रेस सदस्य ने भी ये तस्वीर इसी मेसेज के साथ शेयर की है.
वर्तमान भारत की जीती जागती #तस्वीर है ये
खैर आप #मंदिर_मस्जिद बनाइये😢#mayankpareekinc
pic.twitter.com/mElvGFkDU7— Mayank Pareek (@MayankpareekINC) July 23, 2021
ट्विटर और फ़ेसबुक पर ये तस्वीर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये तस्वीर पुरानी है. कई मीडिया आउटलेट्स ने 2019 से 2020 के बीच उत्तर पूर्वी भाग में बाढ़ की खबर दिखाने के लिए ये तस्वीर इस्तेमाल की थी. DNA, द टाइम्स ऑफ़ इंडिया, ज़ी न्यूज़ बांग्ला और NE नाउ ने ये तस्वीर पब्लिश की.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर के बारे में छानबीन जारी रखी. और हमें इंटरनेशनल फ़ेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसायटी द्वारा अपलोड किया गया एक PDF मिला. इस PDF का शीर्षक था – ‘इमरजेंसी प्लान ऑफ़ एक्शन (EPoA) बांग्लादेश : बाढ़’. इस PDF फ़ाइल में ये तस्वीर भी शेयर की गई थी. तस्वीर के साथ लिखा था, “कुरीग्राम में बाढ़ की स्थिति”. इस तस्वीर का श्रेय RDRS को दिया गया है जो कि बांग्लादेश स्थित एक सामाजिक संगठन है. PDF में बताया गया है कि ये भयानक स्थिति जुलाई 2016 में देखने को मिली थी.
नेशनल जियोग्राफ़िक ने ये तस्वीर पिंटरेस्ट पर शेयर की थी. तस्वीर का श्रेय शमसुल हक़ सूज़ा को दिया गया है.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर के बारे में शमसुल हक़ सूज़ा से भी बात की. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ये तस्वीर उन्होंने ही 2016 में खींची थी. तस्वीर में दिख रही जगह कुरीग्राम ज़िले का उलीपुर उपज़िला है. ये बांग्लादेश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में मौजूद है. शमसुल, 2016 में RDRS के साथ काम करते थे. और वो बाढ़ को कवर कर रहे थे. उन्होंने ये भी बताया कि इस तस्वीर को कई मीडिया आउटलेट्स ने इस्तेमाल किया है लेकिन किसी ने भी शमसूल को तस्वीर के लिए क्रेडिट नहीं दिया.
यानी, बांग्लादेश में आयी बाढ़ की पुरानी तस्वीर भारत में भारी बारिश के चलते हाल की स्थिति बताकर शेयर की गई. ये तस्वीर भले ही भारत की नहीं है लेकिन हाल में ही कई राज्यों में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति देखने को मिली है.
न्यूज़ 18 के कैमरापर्सन को चोट लगी, चैनल और BJP सपोर्टर्स ने किसानों पर निशाना साधा :
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.