कोरोना वैक्सीन को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे किये जा रहे हैं. इस बीच पिछले कुछ दिनों से ऐसे वीडियोज़ शेयर किये जा रहे हैं जिसमें हेल्थ वर्कर्स लोगों को वैक्सीन लगाने का नाटक कर रहे हैं. मेडिकल स्टाफ़ लोगों के हाथ पर इन्जेक्शन लगाते तो हैं लेकिन सिरिंज में मौजूद वैक्सीन इन्जेक्ट नहीं करते हैं. ऐसे ही 4 वीडियोज़ हाल में सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल है. फ़ेसबुक यूज़र शशि धर मेहता ने ये वीडियोज़ पोस्ट करते हुए लिखा, “Be careful during Vaccination टीका लगाते समय मुँह ना घुमायें, यह देख ले कि दवाई अंदर गयी है या नहीं…स्टाफ केवल सूई चुभा कर निकाल लेते है इस कठिन समय में सतर्कता बरतें”. (आर्काइव लिंक)
Be careful during Vaccination
टीका लगाते समय मुँह ना घुमायें,
यह देख ले कि दवाई अंदर गयी है या नहीं…
स्टाफ केवल सूई चुभा कर निकाल लेते है
इस कठिन समय में सतर्कता बरतें..👆👆Posted by Shashi Dhar Mehta on Wednesday, 2 June 2021
फ़ेसबुक ग्रुप ‘निजी अस्पतालों की लूट’ में भी ये वीडियोज़ पोस्ट किये गए हैं.
एक और फ़ेसबुक यूज़र ने इन वायरल वीडियोज़ में से 2 वीडियोज़ पोस्ट किये हैं.
टीका लगाते समय मुँह ना घुमायें,
यह देख ले कि दवाई अंदर गयी है या नहीं…
नर्सिंग स्टाफ केवल सूई चुभा कर निकाल लेते है
इस कठिन समय में भ्रष्टाचार की हद हो गयी …दोनों वीडियो में देखें
Posted by Raju Gantelman on Tuesday, 1 June 2021
फ़ेसबुक और ट्विटर पर ये वीडियोज़ खूब शेयर किये जा रहे हैं.
वीडियो वेरीफ़िकेशन
इस आर्टिकल में ऑल्ट न्यूज़ इन 4 वीडियोज़ की जानकारी आपको देगा.
पहला वीडियो
एक वीडियो जिसमें गहरे नीले रंग का टी-शर्ट पहनी बुज़ुर्ग महिला को गाड़ी में वैक्सीन डोज़ दिया जा रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि महिला के हाथ पर इन्जेक्शन लगाया गया लेकिन इन्जेक्शन में मौजूद वैक्सीन इन्जेक्ट नहीं किया गया.
वीडियो के फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ये घटना ब्राज़ील के गोयोनियो शहर का है जिसमें वैक्सीन देने का ढोंग किया गया था. फ़ेसबुक पेज ‘CBN Goiânia’ ने ये वीडियो 10 फ़रवरी को पोस्ट करते हुए लिखा कि गोयोनियो में 88 वर्षीय महिला की बेटी ने अपनी माँ को वैक्सीन नहीं लगाए जाने आरोप लगाया. बुज़ुर्ग महिला की बेटी ने कहा कि नर्स ने हाथ में इन्जेक्शन लगाया लेकिन वैक्सीन इन्जेक्ट नहीं की. ये वीडियो बुज़ुर्ग महिला की 57 वर्षीय बेटी लुसियाना जोरदेओ ने रिकार्ड किया था. यूनिवर्सिटी सेक्टर में बुज़ुर्ग महिला को वैक्सीनेशन के दौरान पता चला कि उन्हें वैक्सीन नहीं दी गई है. और उन्होंने इस बारे में नर्स को पूछा तो नर्स ने उन्हें जवाब दिया कि महिला को वैक्सीन लगा दी गई है. बाद में लुसियाना ने सिरिंज में मौजूद लिक्विड के बारे में पूछा तो नर्स ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि उसे इस बारे में ध्यान नहीं था. CBN ने इस घटना के बारे में म्यूनिसपल हेल्थ डिपार्ट्मेन्ट से भी पूछा. उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी जांच चल रही है.
DENÚNCIA | A filha de uma idosa de 88 anos denuncia que a mãe não recebeu a vacina contra a Covid-19 na primeira aplicação, na manhã desta quarta-feira (10), em Goiânia. À TV Anhanguera ela disse que a enfermeira enfiou a agulha no braço da mãe, mas não injetou a dose do imunizante. O momento foi filmado pela aposentada Luciana Jordão, de 57 anos, filha da idosa. Segundo Luciana, a mãe só foi devidamente imunizada após ela perceber que o líquido na seringa não havia sido aplicado e questionar a enfermeira, durante a vacinação no Setor Universitário.
Luciana relata que a enfermeira respondeu que havia vacinado, mas, ao ser confrontada sobre o líquido estar na seringa, pediu desculpas e disse que não tinha percebido. A CBn foi atrás de uma resposta da Secretaria Municipal de Saúde e, segundo a SMS o caso já chegou até eles e que o órgão está averiguando caso.
#noarnacbn
Posted by CBN Goiânia on Wednesday, 10 February 2021
‘mais goias’ की 13 फ़रवरी 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 9 फ़रवरी को हुई थी. बाद में वैक्सीन देने वाली स्वास्थ्य कर्मचारी को ड्यूटी से हटा दिया गया था और इस मामले में आगे जांच का आदेश दिया गया था.
दूसरा वीडियो
इस वीडियो में ब्लू रंग का टी-शर्ट पहने बुज़ुर्ग व्यक्ति को एक महिला हेल्थ वर्कर वैक्सीन लगाती हुई दिखती है.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल अप्रैल में ही की थी. ये वीडियो मेक्सिको का है. इस घटना के सामने आने के बाद द मेक्सिकन इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल सिक्योरिटी (IMSS) ने बुज़ुर्ग व्यक्ति को इन्जेक्शन देने का ढोंग कर रही कर्मचारी को निकाल दिया था. ये घटना नेशनल स्कूल ऑफ़ बायोलॉजिकल साइंस ऑफ़ द नेशनल पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट में हुई थी.
तीसरा वीडियो
इस तीसरे वीडियो में भी गाड़ी में बैठी बुज़ुर्ग महिला के हाथ पर इन्जेक्शन लगाया गया लेकिन वैक्सीन इन्जेक्ट नहीं की गई.
सर्च करते हुए हमने पाया कि ये वीडियो इंडोनेशिया का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा था. इसके बाद, इंडोनेशिया के मीडिया आउटलेट एंटारा न्यूज़ ने वीडियो के बारे में एक फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल पब्लिश किया था. अर्टिकल के मुताबिक, ये घटना ब्राज़ील में हुई थी. 2 अप्रैल 2021 के ‘Turnbackhoax’ के फ़ैक्ट-चेक के मुताबिक, एक यूज़र ने ये वीडियो 13 फ़रवरी को शेयर किया था. फ़रवरी के इस पोस्ट का लिंक का ‘br.’ से शुरू होता है. ये कोड ब्राज़ील के लिए यूज़ होता है.
इसके अलावा, ‘minutouno‘ ने भी इस वीडियो को ब्राज़ील का बताते हुए शेयर किया है.
चौथा वीडियो
बाकी वीडियोज़ की तरह इस वीडियो में भी हेल्थ वर्कर एक बुज़ुर्ग व्यक्ति को इन्जेक्शन लगाता है लेकिन वैक्सीन इन्जेक्ट नहीं करता. ज़ी हिंदुस्तान ने 30 मई को ये वीडियो चलाते हुए इसे ‘वैक्सीन जिहाद’ कहा और इसे कट्ट़रपंथियों से सीधे सवाल करने वाला बहुत बड़ा खुलासा बताया.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो की जांच मई 2021 में ही की थी. जांच में सामने आया कि ये वीडियो इक्वेडोर का है. 26 अप्रैल के letraroja.com के आर्टिकल में बताया गया है कि वैक्सीन देने वाली नर्स को गिरफ़्तार कर लिया गया था. CNN en Español ने ख़बर दी कि इक्वेडोर के प्रेसिडेंट की कैबिनेट के महासचिव ने कहा कि 55 साल का एक व्यक्ति ज़बरदस्ती 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की लाइन में घुस आया. जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है, नर्स ने पहले उसे टीका नहीं लगाया. लेकिन बाद में उसे टीका लगाया गया. इन दोनों को जांच के लिए हिरासत में लिया गया.
इक्वेडोर के चिकित्सा विभाग ने भी 26 अप्रैल को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि नर्स की पहचान कर ली गयी थी.
COMUNICADO | Ante lo ocurrido hoy en el punto de vacunación #MuchoLote, informamos a la ciudadanía que el profesional de la salud fue identificado y será investigado por las autoridades pertinentes.
Manténgase informado por los canales oficiales. pic.twitter.com/4LaWYvjXUs
— Salud_Ec (@Salud_Ec) April 26, 2021
कुल मिलाकर, भारतीय सोशल मीडिया पर वैक्सीन देने का नाटक कर रहे हेल्थ वर्कर्स के वीडियोज़ शेयर हो रहे हैं. इनमें से कुछ वीडियोज़ को पहले भारत से जोड़ा गया था. लेकिन इनमें से एक भी वीडियो भारत का नहीं है.
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