एक ट्विटर हैंडल @Alishorab007 ने ट्वीट किया कि जिन निर्वाचन क्षेत्रों में 100 से ज्यादा प्रत्याशी होंगे वहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से चुनाव नहीं होंगे और इसकी बजाय मतपत्रों का उपयोग किया जाएगा। इस संदेश में लिखा है, “जहां कहीं भी 100 से अधिक उम्मीदवार होंगें वहां EVM का इस्तेमाल नहीं हो पाएगा… अगर आप चाहते हैं कि आपके क्षेत्र में चुनाव EVM से न होकर बैलेट पेपर से हो तो… अपने अपने क्षेत्र से अधिक से अधिक उम्मीदवारों का चुनाव में खड़ा रहने में मदद करें और लोकतंत्र को बचा लें”। इसमें लोगों से यह भी अपील की गई है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र में जितना ज्यादा संभव हो, प्रत्याशी खड़े करने की कोशिश करें क्योंकि ईवीएम 100 से ज्यादा प्रत्याशी कवर नहीं कर सकता।
जहां कहीं भी 100 से अधिक
उम्मीदवार होंगें वहां
EVM का इस्तेमाल नहीं हो पाएगा…
अगर आप चाहते हैं कि आपके क्षेत्र में
चुनाव EVM से न होकर बैलेट पेपर से हो तो…
अपने अपने क्षेत्र से अधिक से अधिक
उम्मीदवारों का चुनाव में
खड़ा रहने में मदद करें और लोकतंत्र को बचा लें…#BanEVM— काकावाणी کاکاوانی (@AliSohrab007) March 29, 2019
यहां यह ध्यान दिया जा सकता है कि तेलंगाना में निज़ामाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के संदर्भ में प्रकाशित पहले की रिपोर्ट के अनुसार, वहां मतदान के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल होने की संभावना थी क्योंकि 185 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
चुनाव आयोग ने दावे को खारिज किया
29 मार्च को, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की आधिकारिक प्रवक्ता, शेयफाली सरन ने शृंखलाबद्ध ट्वीट्स में इस दावे को खारिज किया कि ईसीआई को 100 से अधिक उम्मीदवारों वाले निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतपत्रों का उपयोग करना होगा।
1/2: It has come to the notice of ECI that misinformation is being spread on social media that Election Commission EVMs cannot be used if the number of candidates exceed 100. Latest EVMs can take upto 384 candidates including NOTA. Wherever required those EVMs will be deployed pic.twitter.com/g3GutHWwG5
— Sheyphali Sharan (@SpokespersonECI) March 29, 2019
अफवाह को खारिज करते हुए, प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, “नवीनतम ईवीएम नोटा सहित 384 उम्मीदवारों को ले सकते हैं। जहां भी आवश्यक हो उन ईवीएम को तैनात किया जाएगा”। – (अनुवाद) इसके अलावा, उन्होंने लोगों से गलत तथ्यों वाले बयानों पर ध्यान न देने का भी आग्रह किया।
2/2 It is urged NOT to heed to such factually incorrect statements
— Sheyphali Sharan (@SpokespersonECI) March 29, 2019
निज़ामाबाद निर्वाचन क्षेत्र
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने ईवीएम से चुनाव कराने की मीडिया द्वारा बताई गई अनिश्चितता को स्पष्ट करते हुए कहा, “हैदराबाद वह जगह थी जहां ईवीएम पहली बार बनाई गई थी और अब यह सर्वाधिक वोटिंग मशीन के इस्तेमाल वाला राज्य बन कर, एक बार फिर इतिहास बना रहा है। इससे पहले, देश में अधिकतम चार वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया था। अब, पहली बार निज़ामाबाद में, एक नियंत्रण इकाई से जुड़ी 12 वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जाएगा।” -(अनुवाद)
निष्कर्ष रूप में, भारत का चुनाव आयोग, एक नियंत्रण इकाई से जुड़ी ढेर सारी वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का उपयोग करके नोटा सहित 384 प्रत्याशियों का चुनाव करवा सकता है। निज़ामाबाद निर्वाचन क्षेत्र में होने वाले चुनावों के साथ 11 अप्रैल को एक मिसाल भी कायम हो जाएगी, जहां 185 प्रत्याशियों के चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से होंगे।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.