बीते दिनों तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के बताकर पुराने वीडियोज़ शेयर किये गए. ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल दावों का फ़ैक्ट-चेक किया था जिसे यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है.

तमिलनाडू में बिहारी मजदूरों पर हमले से जोड़कर जमुई में रहने वाले पवन यादव की हत्या का ज़िक्र भी किया गया. दैनिक भास्कर ने अपने पटना संस्करण में 3 मार्च को फ्रंट पेज पर पवन यादव की हत्या की घटना को तमिलनाडू में बिहारी मजदूर पर हमला बताते हुए छापा. और तमिलनाडू पुलिस द्वारा आपसी झगड़े की बात को झूठा बताया. इसके साथ ही दैनिक भास्कर ने इस रिपोर्ट में जमुई के सिकंदरा निवासी मोनू दास की हत्या का ज़िक्र किया है.

दैनिक भास्कर ने तमिलनाडू में बिहारी मजदूरों पर हमले से जोड़कर मृतक पवन यादव के भाई के साथ खास बातचीत की एक रिपोर्ट 3 मार्च को पब्लिश की. इस रिपोर्ट में बिहार के जमुई निवासी पवन यादव का तमिलनाडू में हुई हत्या की घटना के बारे में बताया गया है कि 19 फरवरी को स्थानीय अज्ञात अपराधियों ने पवन यादव पर तेज धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी. रिपोर्ट में मृतक पवन यादव के भाई नीरज के हवाले से कहा गया है कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद पुलिस ने उन्हें शव को वहीं जलाने को कहा और कहा कि वहां जाकर केस मत करना, इसलिए परिजनों ने पवन का अंतिम संस्कार तमिलनाडू में ही कर दिया. इसी रिपोर्ट में एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए बताया गया है कि तमिलनाडू में सिकंदरा निवासी मोनू का शव पंखे से लटका बरामद किया गया था. इस घटना को लेकर कहा गया है कि मोनू के भाई और पिता ने हत्या कर शव टांगने की बात बताई थी. इस आर्टिकल को दैनिक भास्कर की वेबसाइट से डिलीट कर दिया गया है. (आर्काइव लिंक)

टाइम्स नाउ नवभारत ने भी वीडियो रिपोर्ट में बिहार में जमुई के रहने वाले पवन यादव के भाई नीरज कुमार के बयान को तमिलनाडू में बिहारी मजदूरों पर हमला बताते हुए चलाया.

टीवी9 भारतवर्ष ने भी अपनी वीडियो रिपोर्ट में यही दावा किया है. तमिलनाडु में मजदूरों के साथ हो रहे अत्याचारों पर रिपोर्ट करते हुए वीडियो रिपोर्ट में कहा गया है कि “मजदूर अपने साथी पवन को बचा नहीं पाए, उसपर पीछे से हमला हुआ.” इस रिपोर्ट में मृतक पवन यादव के भाई का बयान भी शामिल है. पवन का भाई नीरज रिपोर्टर से बात करते हुए कहता है, “वहां का माहौल बहुत खराब चल रहा है. जहां पर है वहीं पर आदमी को जैसे-तैसे मार दे रहे हैं. (एक कट के बाद वो दुबारा कहता है) वो आया, कपड़ा खींचने के लिए, कपड़ा खींचते समय पीछे से उसने वार किया.”

इस खबर को पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

पवन यादव

ऑल्ट न्यूज़ ने इस मुद्दे पर पुलिस से बात की, उन्होंने हमें बताया कि पवन यादव की हत्या का कारण आपसी झगड़ा है. इस मामले में आरोपी तमिलनाडु का नहीं बल्कि झारखंड का है जो मृतक पवन यादव के पास के कमरे में रहता था. पुलिस ने हमें इस घटना की FIR कॉपी भी भेजी जिसमें पवन यादव के भाई नीरज कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई थी. इस FIR के मुताबिक, झारखंड के रहने वाले उपेन्द्र धारी नाम के व्यक्ति को पवन यादव और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध होने का शक था. इसकी वजह से वो अक्सर अपनी पत्नी और पवन यादव से झगड़ा करता था. 19 फरवरी की रात उपेन्द्र धारी ने पवन यादव पर हमला कर दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गई. (यहां से आप तमिल भाषा में मौजूद FIR कॉपी डाउनलोड कर सकते हैं)

हमने पवन यादव के भाई नीरज कुमार से भी बात की. उन्होंने हमें बताया कि झारखंड के रहने वाले उपेन्द्र धारी को शक था कि उसकी पत्नी और पवन यादव के बीच नाजायज संबंध थे. हालांकि नीरज का कहना है कि उनके भाई और उपन्द्र धारी की पत्नी के बीच संबंध वाली बात में कोई सच्चाई नहीं थी. लेकिन इसी शक की वजह से उपेन्द्र धारी ने पवन यादव की हत्या कर दी. इस मामले में तमिल और बिहारी के बीच झगड़े का कोई संबंध नहीं है.

पवन यादव के भाई नीरज कुमार ने News4Nation को दिए एक इंटरव्यू में भी कहा कि झारखंड के उपन्द्र धारी ने पवन यादव पर हमला किया जिसके बाद उनकी मौत हो गई. इस इंटरव्यू में पवन के भाई बलीराज ने कहा कि उनके भाई की हत्या के बाद पुलिस ने FIR दर्ज किया और आरोपी उपेंद्र धारी को गिरफ्तार कर लिया है.

तिरुपुर के DCP अभिषेक गुप्ता ने एक बयान जारी किया. इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पवन यादव की हत्या का मामला आपसी झगड़े का है. उन्होंने कहा कि आरोपी उपेन्द्र धारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसने अपना जुर्म कुबूल भी कर लिया है. फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

मोनू दास

इस मामले में हमें 26 फरवरी को नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि मोनू दास का शव पंखे के फंदे से लटकता हुआ मिला. जबकि दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में सिकंदरा के रहने वाले मोनू दास की हत्या का ज़िक्र है. इस मामले से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए हमने तमिलनाडू के कृष्णागिरी ज़िले के SP से बात की. उन्होंने हमें बताया कि ये हत्या का मामला नहीं बल्कि आत्महत्या का मामला है. पुलिस ने हमें घटनाक्रम को लेकर एक डिटेल्ड स्टेटमेंट भी भेजा. (ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स में मोनू दास का नाम मोनू कुमार है.)

मोनू कुमार के बड़े भाई सोनू कुमार ने एक वीडियो के ज़रिए बयान दिया कि उनके छोटे भाई मोनू ने आत्महत्या की थी. घटना के दिन जब वो लोग काम से लौटे और दरवाजा खटखटाया. लेकिन जब मोनू ने अंदर से दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने खिड़की से देखा और पाया कि मोनू ने तौलिए का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली थी. बाद में उन्होंने मकान मालिक को सूचित किया और उसके बाद पुलिस आयी और बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया.

मोनू के बड़े भाई तुलसी कुमार ने भी बयान दिया कि उनके भाई मोनू ने तौलिए का फंदा बनाकर आत्महत्या की थी.

कुल मिलाकर, प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने बिना घटना को वेरीफ़ाई किये या पुलिस की जांच का पक्ष जाने, तमिलनाडू में बिहार के रहने वाले पवन यादव की हत्या को तमिलनाडू में बिहार के मजदूरों पर हमले से जोड़ा, और मोनू दास की आत्महत्या को हत्या बताकर चलाया.

अपडेट:

ऑल्ट न्यूज़ द्वारा फ़ैक्ट-चेक करने के बाद, दैनिक भास्कर ने 7 मार्च को पटना संस्करण के फ्रंट पेज पर मामले से जुड़ा ग्राउंड रिपोर्ट प्रकाशित किया. इसमें उन्होंने बिहार के रहने वाले पवन यादव की हत्या और मोनू दास के आत्महत्या की घटना को तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमला बताने वाली थ्योरीज़ को अफवाह बताया. इस रिपोर्ट में दैनिक भास्कर ने पवन यादव की हत्या के मामले में कहा कि उनके भाई ने इसे तमिल रंग दिया. इसके साथ ही दैनिक भास्कर ने मोनू दास के आत्महत्या के मामले में भी मृतक के भाई पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया.

इस आर्टिकल के पब्लिश होने के बाद मृतक पवन यादव के भाई द्वारा News4Nation को दिए गए वीडियो इंटरव्यू को जोड़ा गया है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.