अगर सोशल मीडिया पर किये जा रहे दावों पर विश्वास किया जाए, तो पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दुनिया के सबसे शक्तिशाली पीएम के सम्मान से नवाज़ा गया है। वायरल इन इंडिया नाम के वेबसाइट ने 16 जून, 2018 को एक लेख प्रकाशित किया है जिसका शीर्षक है, “मोदी नहीं, मनमोहन सिंह को मिला सबसे शक्तिशाली पीएम का अवार्ड, पढ़िए खबर। ” वायरल इन इंडिया अभिषेक मिश्रा चलाते हैं, जो खुद को समाचार/मीडिया व्यक्तित्व और RTI कार्यकर्ता बताते हैं।
इस लेख में कहा गया है, “जापान जैसे समृद्ध देश ने उनके योगदान को देखते हुए अपने देश के सबसे बड़े पुरस्कार द ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ पॉआलोनिया फ्लाअर्स से सम्मानित करने का फैसला किया।” इसी तरह की रिपोर्ट देशयुग नामक वेबसाइट ने 4 जुलाई, 2018 को प्रकाशित की थी और हाल ही में 29 जुलाई, 2018 को हैडलाइन24 नामक वेबसाइट ने भी थोड़े अलग ढंग से यह दावा करते हुए लेख छापा था कि डॉ. मनमोहन सिंह को भारत का सबसे काबिल पीएम का सम्मान मिला है।
उम्मीद के अनुसार यही दावा कई फेसबुक यूजर्स ने अपने टाइमलाइन पर पोस्ट किया है। ट्विटर पर भी यही सिलसिला कायम है। @roflravish नाम के ट्विटर हैंडल जो खुद को पैरोडी फैन क्लब बताता है और इसके 172,000 से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं, इस हैंडल से हैडलाइन24 के लेख का लिंक ट्वीट किया गया है। इस लेख को चंडीगढ़ कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भी शेयर किया गया है।
मेरे बाद जमाना मुझे याद करेगा…https://t.co/LO95CrgwT8
— Chandigarh Congress (@INCChandigarh) July 29, 2018
क्या डॉ. मनमोहन सिंह को सबसे शक्तिशाली पीएम का अवार्ड मिला है?
वायरल इन इंडिया के लेख में बताया गया है कि जापान ने द ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ पॉआलोनिया फ्लाअर्स से डॉ. सिंह को सम्मानित किया है। यह जापान के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक माना जाता है। हालाँकि यह सच है कि जापान ने डॉ. मनमोहन सिंह को इस अवार्ड से सम्मानित किया था लेकिन यहाँ यह गौर करने वाली बात है कि उन्हें यह अवार्ड अभी हाल में नहीं जैसा कि इन लेखों ने बताया है बल्कि साल 2014 में मिला था। भारतीय मीडिया ने साल 2014 में इसपर रिपोर्ट भी की थी। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जापानी दूतावास के मुताबिक पिछले 35 वर्षों के दौरान जापान और भारत के बीच बढ़ी दोस्ती और आपसी सहयोग में उनकी कोशिशों के लिए यह सम्मान दिया जाएगा। इस खबर की रिपोर्ट कई टीवी चैनलों ने भी की थी। यहाँ यह ध्यान देने वाली बात है कि इन खबरों में कहीं भी सबसे शक्तिशाली या काबिल पीएम का जिक्र नहीं किया गया है।
मई 2018 में ऑल्ट न्यूज़ ने डॉ. मनमोहन सिंह के बारे में सोशल मीडिया पर किए जा रहे एक ऐसे ही दावे को गलत साबित किया था जिसमें कहा जा रहा था कि अमेरिका ने उन्हें सबसे ईमानदार नेता घोषित कर दिया है। हालांकि जापान द्वारा सम्मानित किए जाने की बात झूठी नहीं है लेकिन यह पुरानी खबर है और इसे हाल की अच्छी खबर बताकर फैलाया जा रहा है। इस खबर के साथ यह दावा भी है कि पीएम मोदी इस सम्मान को पाने में नाकाम रहे, जिससे इस खबर को फ़ैलाने वालों का संगठित राजनितिक उद्देश्य पता चलता है।
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