6 अप्रैल को सूरत में 11 साल की लड़की का शव मिला था। लड़की के शरीर पर 80 से ज्यादा चोट के निशान थे। रिपोर्ट के अनुसार उस बच्ची की रेप के बाद हत्या की गयी थी। देश भर को हिलाकर रख देने वाले जम्मू के कठुआ, उन्नाव और बिहार मामले की ही तरह गुजरात के सूरत में 11 साल की लड़की से बलात्कार और हत्या करने की घटना सामने आई है। अभी कुछ समय से सोशल मीडिया पर कुछ वर्गों द्वारा दावा किया जा रहा है कि इस बच्ची के बलात्कार और हत्या के पीछे एबीवीपी कार्यकर्ता का हाथ है। एबीवीपी संघ परिवार का छात्र संगठन है।

एक www.dailygraph.in नामक वेबसाइट 14 अप्रैल को सबसे पहले इस खबर को प्रकाशित करने में से एक था। इस लेख में बताया गया कि हरेश ठाकुर नामक एबीवीपी कार्यकर्ता उस बच्ची के बलात्कार और हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। इस लेख को बाद में बदल दिया गया और इस जानकारी को हटा दिया गया।

इस मेसेज को फेसबुक पेज AIMIM जिसके 280,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं उसने पोस्ट किया है। यह AIMIM का अधिकारिक पेज नहीं बल्कि एक प्रशंसक पेज है। 14 अप्रैल को पोस्ट किए गए इस फेसबुक पोस्ट में यह दावा किया गया कि सूरत में 11 साल की बच्ची का बलात्कार और हत्या हरीश ठाकुर जो एबीवीपी का सदस्य है, उसने की है। इस लेख को लिखते समय तक उस फेसबुक पोस्ट को 500 से अधिक बार शेयर किया गया है।

#JusticeForGudiya

#GujaratModel

आक थू हिन्दू राष्ट्र!

एबीवीपी का नेता है हरीश ठाकुर 11 वर्ष की बच्ची को अगवा करके…

Posted by Aimim on Saturday, 14 April 2018

ट्विटर पर इस मेसेज को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने रिट्वीट किया था जिसे एक ट्विटर यूजर Gujju_er ने ध्यान दिलाया। जिस ट्वीट को मुख्यमंत्री ने रिट्वीट किया था उसे @YUVAMARWADI नामक हैंडल से ट्वीट किया गया था, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। केजरीवाल के अलावा इस मेसेज को आप के नेता अलका लाम्बा और दिलीप पाण्डेय, राजद के मिसा भारती ने भी रिट्वीट किया था। यह Aam Aadmi Party- Deoria नामक फेसबुक पेज पर भी 14 अप्रैल को पोस्ट किया गया था जिसे 5000 से अधिक बार शेयर किया गया। अब इस पोस्ट को बदल दिया गया है जिसे फेसबुक के एडिट हिस्ट्री के स्क्रीनशॉट में नीचे देखा जा सकता है।

aam-aadmi-party-fb-page

यह दावा कि लड़की का बलात्कार और हत्या एबीवीपी कार्यकर्ता ने की, झूठा है। इसकी पुष्टि सूरत पुलिस ने एक ट्विटर यूजर इमरान अंजुम जो इस तरह का दावा करने में से एक था, उसके ट्वीट का जबाव देते हुए किया। अंजुम सहित दो अन्य लोगों पर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (1) के तहत मुक़दमा भी किया गया है।

इसके अलावा सूरत पुलिस ने इस मामले की जानकारी मांगते हुए 15 अप्रैल को ट्वीट किया था। उस ट्वीट में यह बताया गया कि 6 अप्रैल को सूरत में क्रिकेट ग्राउंड के समीप एक लड़की की लाश मिली है। पुलिस ने लड़की के परिवार और इस अपराधी से सम्बंधित जानकारी मांगी।

हरीश ठाकुर नाम को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, ऑल्ट न्यूज़ ने इसकी जाँच की तो 19 मार्च, 2018 की एक अमर उजाला की रिपोर्ट सामने आई। इस लेख में कथित तौर पर बलात्कार और हत्या का आरोपी एबीवीपी कार्यकर्ता हरीश ठाकुर के सम्बंधित रिपोर्ट आगरा की बताई गई है, जो इस अफवाह का एक स्रोत हो सकता है।

कठुआ और उन्नाव की घटनाओं में इन मामलों को संवेदनशीलता से सँभालने की कमी की वजह से सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है। हालांकि, इस गुस्से में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का काम सही नहीं है, क्योंकि पुलिस अभी भी इस मामले की जांच कर रही है और अबतक इस भयावह मामले में एबीवीपी कार्यकर्ता की भागीदारी होने की कोई जानकारी नहीं है।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.