पत्रकार राणा अयूब के एक ट्वीट का कथित स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. दावा है कि उन्होंने प्रणब मुखर्जी की मौत पर लिखा – “जिसने शहीद अफ़ज़ल गुरु का पिटिशन ख़ारिज किया था उनकी आज मौत हो गयी. अफ़ज़ल गुरु को आज शांति मिल गयी.” इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट को ज्योत्सना वर्मा ने शेयर किया है. ज्योत्सना को पीएम मोदी फ़ॉलो करते हैं. उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए राणा अयूब के खिलाफ़ कार्रवाई करने की मांग की. (ट्वीट का आर्काइव)
कई लोगों ने ये स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए पत्रकार राणा अयूब पर निशाना साधा है. मुरली, जय श्री राम और आइएएम सुशांत इनमें कुछ नाम हैं.
फ़ैक्ट-चेक
हमने राणा अयूब के हैंडल से किये गए एक ट्वीट की तुलना इस स्क्रीनशॉट से की. साथ ही हमने एक ट्वीट लिया जिसमें इमेज अटैच की गयी थी क्यूंकि वायरल स्क्रीनशॉट में प्रणब मुखर्जी की तस्वीर है. कुछ चीजों पर यहां गौर किया जा सकता है.
1. स्क्रीनशॉट में टाइम नहीं दिख रहा है.
2. प्रणव मुखर्जी की तस्वीर ऊपर से चिपकायी गयी साफ़ दिखती है.
3. कमेंट सेक्शन सीधी लाइन से काफी दूर है.
4. एक सीधी लाइन खींचने पर ये फ़र्क और साफ़ हो जाता है. टेक्स्ट और तस्वीर का अलाइनमेंट बिगड़ा हुआ है. ये किसी ट्वीट के फ़र्ज़ी होने के सबसे बड़ा सबूत है. क्यूंकि असली ट्वीट में नाम से लेकर ट्वीट का टेक्स्ट और तस्वीर एक सीधी लाइन में होनी चाहिए.
इसके अलावा, इस बात पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि जितनी भी जगह ये स्क्रीनशॉट शेयर किया है, वो एक जैसा ही है. मतलब ये कि अगर अलग-अलग समय पर कई लोगों ने ये स्क्रीनशॉट लिए होते तो इसमें दिख रहे कमेंट, रीट्वीट्स और लाइक्स की संख्या अलग-अलग होती.
राणा अयूब ने भी इस बारे में ट्वीट किया है. उन्होंने ट्विटर को टैग करते हुए लिखा है, “हेलो ट्विटर इंडिया, ये फ़ोटोशॉप किया हुआ ट्वीट कई लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.” उन्होंने ज्योत्सना वर्मा के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए ट्विटर और इंस्टाग्राम को टैग किया और लिखा कि ये फ़र्ज़ी तस्वीर किसने बनायी है ये भले आप नहीं जानते हो लेकिन इसे कौन शेयर कर रहा है ये तो आप देख रहे हैं. ज्योत्सना वर्मा का ट्वीट अब डिलीट हो चुका है.
Hello @TwitterIndia this photoshopped tweet is being circulated and shared by thousands on all social media leading to targeted abuse and harassment pic.twitter.com/0RQtEEe37f
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) September 1, 2020
इससे पहले भी राणा अयूब को फ़र्ज़ी खबरों से कई बार निशाना बनाया गया है.
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