देश के गृह मंत्री अमित शाह के कथित ट्वीट का स्क्रीनशॉट व्हाट्सऐप पर वायरल हो रहा है. स्क्रीनशॉट के मुताबिक़ अमित शाह ने ट्वीट कर के बताया है कि उन्हें हड्डी में कैंसर हुआ है और वो रमज़ान के पाक़ महीने में मुस्लिम समुदाय से दुआ करने की अपील कर रहे हैं जिससे सब कुछ जल्दी ही ठीक हो.
इस कथित ट्वीट के द्वारा अमित शाह को ये कहते हुए बताया जा रहा है कि वो बिगड़े स्वास्थ्य की वजह से बीते कुछ दिनों से देश की सेवा नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने बताया (ऐसा ये ट्वीट दावा करता है) कि उन्हें गले के पिछले हिस्से में बोन कैंसर हुआ है. इस ट्वीट की शुरुआत में लिखा हुआ है – “मेरे देश की जनता, मेरे द्वारा उठाया गया हर एक कदम देश हित में ही रहा है, मेरा किसी जाती या धर्म विशेष के व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं है… ”
हमें ऑल्ट न्यूज़ की ऑफिशियल ऐप और व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इस ट्वीट की सच्चाई जानने की कई रिक्वेस्ट्स मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
इस ट्वीट को देखकर ही समझ में आ जाता है कि ये फ़ोटोशॉप किया हुआ ट्वीट है और अमित शाह ने असल में ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है. लेकिन हम यहां उन सभी बिन्दुओं को भी डिस्कस कर लेंगे जो इस ट्वीट के फ़ेक होने पर मोहर लगा देंगे.
1. वर्तनी की ग़लतियां
इस ट्वीट में तमाम गलतियां हैं. जिसने भी इस ट्वीट को ‘बनाया’ है, अल्पविराम और पूर्णविराम की सुध लेने में ज़रा भी समय नहीं बर्बाद किया है. ट्वीट में तमाम जगहों पर कॉमा का इस्तेमाल तो किया है और अंत में एक पूर्णविराम लगाया है. इसके साथ-साथ इस कथित ट्वीट में जाति को जाती, स्वास्थ्य को स्वास्थ (2 बार), मैं को में, और जल्द को औरजल्द लिखा है.
2. ट्वीट की डिज़ाइन में ग़लती
इस ट्वीट को बनाने वाले ने ट्विटर पर लिखकर आने वाले टेक्स्ट की पोज़ीशन पर ख़ास ध्यान नहीं दिया. अमित शाह को कैंसर होने की झूठी ख़बर फैलाने की तमन्ना रखने वाला शख्स ये भूल गया कि ट्वीट करने वाले की तस्वीर जहां आती है, उसके नीचे कभी भी कोई टेक्स्ट नहीं आता. ट्वीट का सारा टेक्स्ट गोलाकार तस्वीर के बाद ही शुरू होता है और अंत तक वो एक सीधी रेखा में ही रहता है.
ये दोनों गलतियां काफ़ी है ये समझाने के लिए कि इस ट्वीट में सच्चाई की गुंजाइश उतनी ही है जितनी 2000₹ की नोट में नैनो जीपीएस चिप होने की थी. लेकिन फिर भी 2 पॉइंट और पेश किये जा रहे हैं.
3. ट्विटर की कैरेक्टर लिमिट
इस ट्वीट का जो पूरा टेक्स्ट है, उसे लिखने के लिए कुल 429 कैरेक्टर्स की ज़रूरत पड़ेगी. ट्विटर में एक ट्वीट लिखने के लिए आपको सिर्फ़ 280 कैरेक्टर मिलते हैं. दुनिया में किसी भी ट्विटर अकाउंट को इस मामले में छूट नहीं मिली है. भारत के गृह मंत्री को भी नहीं. इसलिए उन्हें जब भी ट्वीट करना होता है, 280 कैरेक्टर में अपनी बात कहनी होती है. बात लम्बी हो तो थ्रेड बनाया जा सकता है (यानी एक के बाद एक ट्वीट किया जा सकता है). इसलिए इस ट्वीट में जो एक्स्ट्रा 149 कैरेक्टर हैं वो चीख-चीख कर इस बात की गवाही दे रहे हैं कि ये ट्वीट नकली है और अमित शाह को गले के पीछे हड्डी में कैंसर नहीं हुआ है.
4. अमित शाह का ट्विटर अकाउंट
अमित शाह देश के गृह मंत्री हैं. अगर उन्हें कैंसर जैसी कोई कोई गंभीर समस्या होती और उन्होंने ट्वीट किया होता तो वो ट्वीट अब भी उनकी टाइमलाइन पर मौजूद होता. मगर इस लेख के लिखे जाने तक ऐसा कतई नहीं है. हमने उनकी टाइम लाइन देखी और हमें ऐसा कोई ट्वीट नहीं दिखा.
ये भी माना जा सकता है कि उन्होंने ये ट्वीट करने के बाद डिलीट कर दिया हो. अगर ऐसा है तो गृह मंत्रालय या कहीं भी और से किसी भी तरह का कोई क्लेरिफ़िकेशन नहीं आया है.
इस आर्टिकल को पब्लिश किये जाने के कुछ घंटों बाद ही अमित शाह के ट्विटर हैंडल से मामला स्पष्ट करते हुए एक ट्वीट आया. उन्होंने बताया कि वो पूरी तरह से ठीक हैं और उनके स्वास्थ्य के बारे में अफ़वाह फैलाई गयी है.
[इस आर्टिकल को अमित शाह के ट्वीट से अपडेट किया गया.]मेरे स्वास्थ्य की चिंता करने वाले सभी लोगों को मेरा संदेश। pic.twitter.com/F72Xtoqmg9
— Amit Shah (@AmitShah) May 9, 2020
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