“वायनाड के लोग, पाकिस्तानी झंडे के साथ राहुल गांधी की जीत का जश्न मना रहे हैं” – (अनुवाद) इस संदेश को लैशराम सोमोरेंड्रो नामक यूज़र ने एक वीडियो के साथ पोस्ट किया, जिसमें लोगों को हरे झंडे लहराते हुए और ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाते सुना जा सकता है। इसमें दावा किया गया है कि वायनाड में राहुल गांधी के विजय जुलूस में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए।
फेसबुक और ट्विटर पर कई अन्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने यह वीडियो इस संदेश के साथ साझा किया है कि- “चुनाव परिणाम के बाद वायनाड। प्रत्येक हिंदू इसे अवश्य देखे।” -(अनुवाद)
Wayanad after election result.
Every hindu must watch. pic.twitter.com/T2tZcEsTYK— Abhishek Gupta (@f4e9324f85684fc) May 26, 2019
“नहीं यह पाकिस्तान नहीं है @RahulGandhi की जीत के बाद यह जश्न वायनाड में मनाया गया है। कांग्रेस को मरना चाहिए !” – (अनुवाद) यह संदेश भाजपा आईटी सेल के सदस्य विकास पांडे ने इसी वीडियो के साथ पोस्ट किया।
No this is not in Pakistan this is Celebrations in wayanad after @RahulGandhi winning the seat. Congress has to DIE! pic.twitter.com/9SSxIfRSnK
— Vikas Pandey (@MODIfiedVikas) May 25, 2019
तथ्य-जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने पहले एक वीडियो की पड़ताल की थी, जिसमें इंटरनेट यूज़र्स ने यह दावा किया था कि केरल के वायनाड में राहुल गांधी की नामांकन-पूर्व की रैली में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए थे। वीडियो में, भीड़ द्वारा लहराए जा रहे हरे रंग के झंडे, पाकिस्तान के नहीं, बल्कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के झंडे हैं। IUML, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) गठबंधन के छह दलों में से एक है, जिसमें कांग्रेस पार्टी भी शामिल है। पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज और IUML ध्वज में अंतर, नीचे पोस्ट की गई तस्वीर में साफ देखा जा सकता है।
जहां तक इस वीडियो का सवाल है, ऑल्ट न्यूज़ ने डिजिटल तस्वीर और वीडियो सत्यापन टूल Invid के माध्यम से इस वीडियो के की-फ्रेम को सर्च किया तो पाया कि यह वीडियो वायनाड का नहीं, बल्कि केरल के मलप्पुरम का है। यह वीडियो 23 अप्रैल, 2019 को अपलोड किया गया था, जिससे यह साफ हो जाता है कि यह वीडियो वायनाड में राहुल गांधी के विजय जुलूस का नहीं हो सकता है।
इसके अलावा, वीडियो में, लोगों को ये नारे लगते हुए सुना जा सकता है कि – “इस बार, सीपीआई (एम) घर पर बैठो, बीड़ी पीओ और देशभिमानी (पार्टी का अखबार) पढ़ो, सतीश चंद्रन (एलडीएफ उम्मीदवार) को घर पर बैठने दो … चलो उन्नीथन (UDF उम्मीदवार) को जीतने दो और संसद में पहुंचाओ।.. मोदी शासन को नष्ट होने दो..फासीवाद को नष्ट होने दो।”– (अनुवाद)। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भीड़ यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन की चुनाव अभियान रैली में उनके समर्थन में नारे लगा रही थी, ना कि किसी विजययात्रा में। यूडीएफ गठबंधन के तहत कांग्रेस के उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन ने कासरगोड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। द क्विंट द्वारा इसकी पहले भी तथ्य-जांच की गई है।
IUML की चुनाव अभियान रैली का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया में इस झूठे दावे के साथ साझा किया गया कि राहुल गांधी की चुनावी जीत के बाद उनके समर्थकों द्वारा केरल के वायनाड में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। जैसा कि तथ्य जांच में पाया गया है, ये IUML के झंडे थे, पाकिस्तान के नहीं।
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