सोशल मीडिया पर रिपब्लिक भारत के प्रसारण का एक स्क्रीनशॉट वायरल है. इसमें लिखा है, “सपा जीती तो अयोध्या का नाम बदलेगी”. ये बयान कथित रूप से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बताया जा रहा है. एक ट्विटर यूज़र ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “अखिलेश यादव की ये चुनौती है हिंदूओ फिर क्या सोचा है सपा को कर दें अबकी बार सफ़ा”. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
अखिलेश यादव की ये चुनौती है हिंदूओ फिर क्या सोचा है सपा को कर दें अबकी बार सफ़ा 🙏 pic.twitter.com/KFseP6nrVt
— Riniti Chatterjee (@Chatterj1Asking) November 27, 2021
ट्विटर पर ये तस्वीर वायरल है. बिना तस्वीर शेयर किये भी कुछ ट्विटर यूज़र्स ये दावा ट्वीट कर रहे हैं. इस लिस्ट में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी और भाजपा विधायक भूपेश चौबे शामिल हैं.
फ़ेसबुक पर भी ये तस्वीर वायरल है. कुछ फ़ेसबुक ग्रुप्स में भी ये तस्वीर पोस्ट की गई है जैसे – ‘I am with Rohit Sardana‘, ‘I Support Raja Singh‘, ‘Kapil Mishra Fans’, ‘Yogi Adityanath Fans’.
फ़ैक्ट-चेक
यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को 27 नवंबर की रिपब्लिक भारत की रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में 17 सेकंड पर ‘अयोध्या का नाम बदल देंगे अखिलेश’ वाली लाइन दिखती है. रिपोर्ट में बताया गया है कि योगी आदित्यनाथ ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर सपा सत्ता में आयी तो अयोध्या का नाम बदल देंगी. नीचे वीडियो में 2 मिनट 40 सेकंड के बाद योगी आदित्यनाथ इंटरव्यू के दौरान कहते हैं कि सपा आयी तो अयोध्या, प्रयागराज का नाम वापस बदल देंगी.
योगी आदित्यनाथ कहते हैं , “अखिलेश यादव और ओवैसी की भाषा एक जैसी है. ओवैसी बोलता है कि अयोध्या का नामकरण बदल देंगे. और यही भाषा अखिलेश यादव भी करते हैं कि अगर सपा आयी तो वो अयोध्या का नाम फिर से बदल देंगे. उनकी सरकार बदल देंगी. प्रयागराज का नाम फिर से बदल देंगे. ये दोनों की भाषा एक है. दोनों के बयान एक हैं. दोनों के कार्य एक जैसे हैं. इसलिए दोनों एक-दूसरे के पूरक है. दोनों में कोई भी अंतर नहीं है.”
अखिलेश यादव की ओर से ऐसा कोई बयान दिया गया है या नहीं? ये जानने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने की-वर्ड्स सर्च किया. लेकिन इस दावे की पुष्टि करती कोई खबर नहीं मिली.
यानी, योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू में कहा था सत्ता में आने पर समाजवादी पार्टी अयोध्या का नाम बदल देंगी, न कि अखिलेश यादव ने.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.