हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 10 जनवरी को करनाल ज़िले के कैमला गांव में कृषि कानून के फायदे बताने के लिए रैली करने वाले थे. उसी दिन शाम को न्यूज़ 18, दैनिक जागरण ने ये ख़बर दी कि खराब मौसम के कारण खट्टर किसान संवाद में शामिल नहीं हो सके.
न्यूज़ 18 ने लिखा, “खराब मौसम के चलते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) किसान महापंचायत में शामिल होने कैमला गांव नहीं पहुंच पाए. उनके हैलीकॉप्टर को खराब मौसम के कारण उड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकी. यह कार्यक्रम भाजपा नेताओं की ओर से किया गया था. यहां उन किसानों को संबोधित किया जाना था जो कृषि कानून के विरोध में नहीं हैं.”
दैनिक जागरण ने भी ऐसी ही कुछ ख़बर दी. जागरण ने लिखा, “हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कैमला में होने वाली किसान महापंचायत में हिस्सा लेने नहीं पहुंच पाए. बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण हेलीकाप्टर के उड़ान भरने में दिक्कत आ रही थी. इससे सीएम कार्यक्रम में नहीं आए.”
हालांकि ये दोनों ही आर्टिकल्स अब अपडेट कर दिए गए हैं लेकिन इसका आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है – दैनिक जागरण का आर्काइव किया हुआ आर्टिकल, न्यूज़ 18 का आर्काइव किया हुआ आर्टिकल. इसके अलावा हिंदी समाचार24 नाम की एक वेबसाइट ने भी यही दावा किया.
ग़लत दावा
किसान संवाद कार्यक्रम के रद्द होने की ख़बर और भी कई मीडिया आउटलेट्स ने दी थी. आज तक के अनुसार, “सीएम कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते उससे पहले वहां पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे सैकड़ों किसान पहुंच गए. इस किसानों ने वहां काले झंडे दिखाए और सीएम खट्टर के खिलाफ नारेबाजी की.” इस बवाल के बीच CM का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा.
ABP न्यूज़ ने लिखा है, “करनाल में किसानों के भारी विरोध के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का दौरा रद्द कर दिया गया. प्रदर्शनकारी किसानों ने हेलीपैड को भी अपने कब्जे में ले लिया. मुख्यमंत्री यहां तीनों नए कृषि कानूनों का फायदा बताने वाले थे.”
जागरण और न्यूज़18 ने बाद में चुपचाप स्टोरी अपडेट कर दी
पत्रकार अभिसार शर्मा सहित कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने ये ध्यान दिलाया कि इन मीडिया संस्थानों ने ग़लत जानकारी छापी है. इसके बाद बिना किसी स्पष्टीकरण के इन दोनों मीडिया आउटलेट्स ने अपनी-अपनी स्टोरी बदल दी और बताया कि करनाल में प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ से हुए बवाल की वजह से सीएम मनोहर लाल नहीं कर सके किसानों से संवाद.
दैनिक जागरण और न्यूज़ 18 की अपडेट की हुई स्टोरीज़ का लिंक देखा जा सकता है जिसमें साफ़ तौर पर कार्यक्रम के रद्द होने का कारण ख़राब मौसम बताया गया है.
इस कार्यक्रम के रद्द होने पर CM खट्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आंदोलनकारियों के नेताओं से अधिकारियों की बात हो गई थी. उनकी सहमति बनी थी कि हम सांकेतिक विरोध करेंगे. उस बात पर विश्वास रखते हुए प्रशासन ने अपनी तैयारी कीं. आज मुझे जब वहां पहुंचना था, लेकिन जैसा कल तय हुआ था उस वायदे का उल्लंघन करके, कुछ लोग तो वहां रुके रहे जहां का तय हुआ था, लेकिन कुछ नौजवान जो उकसाये गए या अपने आप वहां आ गए. हमारे नेता मंच पर पहुंचे हुए थे, केवल मुझे वहां हेलीकाप्टर लेकर उतरना था, लेकिन हेलीपैड पर काफी संख्या में वे पहुंच गए जिसके कारण मैंने ये समझा क्योंकि कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं बिगड़नी चाहिए. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मैंने निर्देश देकर अपना हेलीकाप्टर करनाल में उतारा.”
Live : प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए https://t.co/n4ehZk3NzQ
— Manohar Lal (@mlkhattar) January 10, 2021
यानी, दैनिक जागरण और न्यूज़18 जैसे दो प्रमुख मीडिया संस्थानों ने गैर ज़िम्मेदाराना रिपोर्टिंग करते हुए CM खट्टर के कार्यक्रम के रद्द होने का कारण ख़राब मौसम बता दिया. और बाद में चुपचाप स्टोरी बदल दी लेकिन इस बदलाव का कारण नहीं बताया. हाल ही में भारतीय मीडिया के लगभग सभी चैनलों ने एक छेड़छाड़ हुए वीडियो के आधार पर ये ग़लत ख़बर चला दी कि पाकिस्तानी डिप्लोमैट ने बालाकोट में 300 की मौत की बात स्वीकारी.
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