हिमाचल प्रदेश में विशेषकर शिमला में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच, 27 सितंबर, 2024 को कांगड़ा ज़िले के नगरोटा के एक मंदिर में शिवलिंग खंडित पाया गया. सिटी न्यूज़ हिमाचल नामक एक स्थानीय मीडिया आउटलेट की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर काफ़ी ज़्यादा शेयर किया जा रहा है. वीडियो में मंदिर के अंदर खंडित किए गए शिवलिंग को दिखाया गया है जबकि ऐंकर ने इसे कुछ शरारती तत्वों की हरकत बताया. इसी वीडियो में जब पुलिसकर्मी से जांच के बारे में पूछा जाता है, तो उसने जवाब दिया कि जांच चल रही है और पुलिस पड़ोस के CCTV फ़ुटेज देख रही है.
वीडियो को इस सुझाव के साथ शेयर किया जा रहा है कि राज्य में ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन’ होने की वजह से हिंदू मंदिर को अपवित्र करने का काम किया जा रहा है.
नियमित तौर पर सांप्रदायिक ग़लत सूचनाएं शेयर करने वाला एक राईटविंग इन्फ्लुएंसर रौशन सिन्हा (@MrSinha_) ने इस वीडियो क्लिप को कोट-ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा है, “हिमाचल प्रदेश: शरारती तत्वों ने एक शिवलिंग को खंडित कर दिया है. देवभूमि हिमाचल प्रदेश में ऐसी ख़बरें आम नहीं थीं लेकिन अब ये एक नई सामान्य बात बन जाएगी. जनसांख्यिकीय परिवर्तन सच और भयानक है.”
Himachal Pradesh: A Shivling is vandalised by miscreants.
Such News were not common in Devbhoomi Himachal Pradesh but now it will become a new normal.
Demographic change is real & scary.. pic.twitter.com/mlK1Uajoys
— Mr Sinha (@MrSinha_) September 27, 2024
इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक ट्वीट को 3.4 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 6,300 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है.
खुद को न्यूज़ एडिटर बताने वाले संदीप मिश्रा ने इस वीडियो को ‘जिहादियों’ का आतंक बताया. साथ ही यूज़र ने लिखा, “जिस मन्दिर में भगवान शिव की 20 साल से शिवलिंग की पूजा होती थी उसे इसलामिक कट्टरपंथियों ने 2 मिनट तोड़ दिया.”
हिमाचल प्रदेश में जि *हादियों का आतंक –
जिस मन्दिर में भगवान शिव की 20 साल से शिवलिंग की पूजा होती थी उसे इसलामिक कट्टरपंथियों ने 2 मिनट तोड़ दिया ,
हिमाचल प्रदेश वालों ऐसे राक्षसों को तुरन्त ऐसा सबक सिखाओ कि इनकी नस्ले ऐसा कृत्य करने को दोबारा न सोचें
जरूरत पड़ी तो पूरा देश… pic.twitter.com/kOb7ABeitO
— Sandeep Mishra (@Sandeep_chhote) September 27, 2024
एक अन्य एक्स यूज़र दीपक शर्मा (@SonOfभारत7) ने वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए लिखा, “हिमाचल प्रदेश में 20 साल पुराने शिवलिंग को तोड़ दिया…देवभूमि ऐसे राक्षसों से बची हुई थी लेकिन जबसे दरिंदों नें वहां अपनी गन्दी नज़र डाली तबसे इस तरह की घटनायें बढ़ गयीं हैं हिमाचल वालों.. जबतक एक एक राक्षस को सबक न मिले तबतक रुकना नहीं, जरूरत पड़ी तो पूरा देश साथ है.”
बीजेपी नेता और असम के शहरी मामलों के मंत्री अशोक सिंघल (@TheAshokSinghal) ने अपने ऑफ़िशियल X हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “हिमाचल प्रदेश में आज शरारती तत्वों ने एक शिवलिंग को खंडित कर दिया है. कल मां कामाख्या की धरती पर ऐसा हो सकता है. यही कारण है कि हमें हर कीमत पर अपनी ‘जाति, माटी, भेटी’ – अपनी पहचान, भूमि और विरासत – की रक्षा करने के अपने संकल्प पर दृढ़ रहना चाहिए. जनसांख्यिकी ही नियति है.”
राज्य में हालिया सांप्रदायिक भड़काव के संदर्भ में ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन’ और ‘देवभूमि’ पर जानवरों या राक्षसों की नज़र पड़ने का बार-बार उल्लेख मुसलमानों को बदनाम करने और डराने-धमकाने के स्पष्ट उदाहरण हैं. @MrSinha_ सहित कई यूज़र्स ने शिमला पर एक अन्य हालिया ट्वीट में जनसांख्यिकीय परिवर्तन का ज़िक्र करते हुए दावा किया था कि लगभग 35 मुस्लिम विक्रेताओं को नकली आधार कार्ड रखते हुए पाया गया था. ये दावा झूठा और आधारहीन निकला. इस मामले में ऑल्ट न्यूज़ की फ़ैक्ट चेक रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है.
कई अन्य X यूज़र्स ने भी इसी तरह के दावे किए हैं.
मंदिर को अपवित्र करने की ख़बर वायरल होने के बाद, कई हिंदूवादी संगठनों ने गांधी मैदान में मुस्लिम विरोधी नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. 27 सितंबर, 2024 को न्यूज़ 24 हिमाचल के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज द्वारा विरोध की एक लाइव स्ट्रीम की गई थी. नगरोटा के विधायक रघुबीर सिंह बाली की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम विरोधी नारे लगाए.
किसने तोड़ा शिवलिंग.. नगरोटा बगवां में तनाव, हिंदू समाज सड़को पर, क्या बोले आरएस बाली आप भी सुनिए
Posted by News24 Himachal on Friday 27 September 2024
समाचार हिमाचल के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज और ख़बर-दार नामक एक अन्य फ़ेसबुक पेज ने भी विरोध को लाइव-स्ट्रीम किया. राईटविंग प्रॉपगेंडा आउटलेट ऑपइंडिया ने इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “हिमाचल प्रदेश में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया.”
फ़ैक्ट-चेक
हमने देखा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस मामले के बारे में एक बयान जारी किया है. वीडियो बयान में DSP कांगड़ा अंकित शर्मा ने कहा, “नगरोटा पुलिस स्टेशन में BNS 298 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. CCTV फ़ुटेज का विश्लेषण करने के बाद, पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि निशा देवी नामक 35 साल की महिला नगरोटा के मंदिर में शिवलिंग को खंडित करने के काम में शामिल थी. घटना को सुबह 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजे के बीच अंज़ाम दिया गया. अलग-अलग सुरागों को जोड़कर एक कड़ी बन गई जिससे पुलिस निशा देवी तक पहुंची और उसे योल से हिरासत में लिया गया… महिला पहले से ही अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में इसी तरह के आरोपों का सामना कर रही है. 2020 में उसने धर्मशाला के फतेहपुर में एक मंदिर में शिवलिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया था. वो मंदिरों में मूर्तियों को नुकसान पहुंचाती रहती है. मैं ये भी कहना चाहूंगा कि महिला मानसिक रूप से ठीक नहीं है. पुलिस कानूनी प्रावधानों का पालन करते हुए कार्रवाई करेगी.”
नगरोटा में शिवलिंग मामले को लेकर सुनिए क्या बोले डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा
नगरोटा में शिवलिंग मामले को लेकर सुनिए क्या बोले डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा
#Nagrota #Kangra #HimachalPradesh #PunjabKesariPosted by Punjab Kesari / Himachal on Saturday 28 September 2024
स्थानीय हिंदी मीडिया आउटलेट अनंत ज्ञान ने 27 सितंबर, 2024 की घटना का CCTV फ़ुटेज अपलोड किया जिसमें शॉल लपेटे हुए एक व्यक्ति को सुबह 3 बजकर 39 मिनट से 3 बजकर 44 मिनट के बीच मंदिर के अंदर और बाहर जाते देखा गया है. फ़ेसबुक पोस्ट में कहा गया, ”नगरोटा बगवां में शिवलिंग को तोड़ने वाली निकली एक महिला.”
नगरोटा बगवां में शिवलिंग को तो*ड़ने वाली निकली एक महिला…सीसीटीवी फुटेज आया सामने
#nagrotabagwan #नगरोटा_बगवां #nagrota #anantgyaan #anantgyaanmedia #anantgyaantv #anantgyaandigitalPosted by ANANT GYAAN on Saturday 28 September 2024
हमें पंजाब केसरी हिमाचल की एक न्यूज़ रिपोर्ट भी मिली. इसमें बताया गया है, ‘बीते गुरुवार रात गांधी मैदान के पास शिवलिंग तोड़े जाने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने CCTV फ़ुटेज के आधार पर आरोपी महिला को एक दिन बाद योल के पास से गिरफ़्तार कर लिया. आरोपी महिला की पहचान निशा देवी के रूप में हुई जो योल की ओर जा रही थी. पुलिस ने बताया कि उक्त महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. पुलिस ने महिला को वही कपड़े पहने हुए पाया जो CCTV फ़ुटेज में दिख रहे थे और उसके हाथ में वही बैग था. इससे पुलिस का शक पुख्ता हो गया कि इस महिला ने ही घटना को अंज़ाम दिया था.”
कुल मिलाकर, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में एक मंदिर में शिवलिंग का अपमान करने वाले व्यक्ति की पहचान 35 साल की’ निशा देवी नाम की मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला के रूप में हुई. राईटविंग द्वारा किए गए दावे निराधार हैं कि ये घटना राज्य में ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन की वजह से हुआ.
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