“मैं यह जान कर आश्चर्यचकित हूं कि जब आपको सिर्फ अखबार ही पढ़ना है, तो हवाई सर्वेक्षण में क्यों जाते हैं।” (अनुवाद) – ट्विटर पर यह कहना है बालाजी श्रीनिवास का, जो अपने ट्वीटर परिचय में “स्वयंसेवक” और बीजेपी कर्नाटक सोशल मीडिया सेल का संयोजक बताते हैं। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का एक वीडियो साझा किया है जिसमें हाल ही में कर्नाटक की बाढ़ के हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को अख़बार पढ़ते देखा जा सकता है। श्रीनिवास ने लिखा- “यह कुमारस्वामी ने किया था” (अनुवाद)। उन्होंने वीडियो को अपने फेसबुक अकाउंट से भी साझा किया। सब मिलाकर इसे 9,000 से अधिक बार शेयर किया गया।
This is probably the best aerial survey of flood affected areas by any CM of this country. I wonder to understand why go on aerial survey when you all you want to do is read newspapers. @CMofKarnataka @hd_kumaraswamy pic.twitter.com/6R400QWU1n
— Balaji Srinivas (@BuzzInBengaluru) August 19, 2018
श्रीनिवास के ट्वीट को रीट्वीट करने वालों में एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश, एबीपी न्यूज़ के एडिटर पंकज झा और सुदर्शन न्यूज के सीएमडी व प्रमुख संपादक सुरेश चव्हाणके प्रमुख व्यक्ति थे।
जैसे केरल विनाशकारी बाढ़ से जूझ रहा है, उसी तरह की स्थिति में पड़ोसी राज्य कर्नाटक में कम से कम आठ लोग की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राज्य के सबसे बुरी तरह प्रभावित जिले कोडागु में दो हवाई सर्वेक्षण किए थे।
बीजेपी के विधायक शोभा करंदलाजे और चार बार विधायक रहे भाजपा के सीटी रवि सहित कई बीजेपी सदस्यों ने भी कुमारस्वामी के हवाई सर्वेक्षण का वीडियो प्रसारित किया, जिसमें बाढ़ पीड़ितों के प्रति मुख्यमंत्री की अनदेखी का इशारा किया गया है (1,2,3,4)।
इसे ट्विटर हैंडल @DrGPradhan ने भी ट्वीट किया, जिन्हें प्रधानमंत्री सहित शीर्ष बीजेपी नेताओं द्वारा फॉलो किया जाता है। उनके ट्वीट को लगभग 2,300 बार रीट्वीट किया गया है।
गलत सूचना
यह कुमारस्वामी का दूसरा हवाई सर्वेक्षण था जो एक घंटे से अधिक समय तक चलता रहा। यात्रा के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण करने के कई क्लिप हैं। महज लोगों को गुमराह करने के लिए एक खास वीडियो को चुनकर प्रसारित किया गया।
#KarnatakaFloods | #ChiefMinister @hd_kumaraswamy conducting an aerial survey of rain hit #Kodagu district. #KodaguFloods #KodaguFloodRelief pic.twitter.com/j28fubLIEU
— Deccan Herald (@DeccanHerald) August 18, 2018
डेक्कन हेराल्ड ने मुख्यमंत्री के एक वीडियो को ट्वीट किया जिसमें उन्हें बारिश से प्रभावित कोडागु जिले का सर्वेक्षण करते देखा जा सकता है।
#KarnatakaFloods @rashtrapatibhvn Ramnath Kovind spoke to Karnataka CM @CMofKarnataka@hd_kumaraswamy
over flood condition in state… Also Kumarswamy conducted second aerial survey… pic.twitter.com/3EJxAXzFzX— Atul Chaturvedi (@atulchaturvedii) August 19, 2018
एचडी कुमारस्वामी के हवाई सर्वेक्षण का एक और वीडियो Mirror Now के पत्रकार अतुल चतुर्वेदी द्वारा अपलोड किया गया था।
This is probably the best aerial survey of flood affected areas by any CM of this country. I wonder to understand why go on aerial survey when you all you want to do is read newspapers. @CMofKarnataka @hd_kumaraswamy pic.twitter.com/6R400QWU1n
— Balaji Srinivas (@BuzzInBengaluru) August 19, 2018
दूसरे वीडियो में, जिसमें कुमारस्वामी मादिकेरी जिले के मार्ग पर थे, मुख्यमंत्री के साथ के कर्मियों को यह कहते सुना जा सकता है कि हेलिकॉप्टर चार मील दूर है और आगे मौसम ख़राब है।
Shameless politics ! Don just crop the full video nd post ! Cheap gimmick! Listen to the audio at last! They are stil 4 miles to madikeri! One should have common sense before posting it! Nd for ur knowledge newspaper thing is after boarding the copter! Cheap gimmick! pic.twitter.com/Y3Fl2bpfpL
— kiran jayaram (@kirandbit) August 19, 2018
ANI ने भी दो तस्वीरों को ट्वीट किया जिनमें उन्हें बाढ़ से पीड़ित जगहों का हेलिकॉप्टर से सर्वेक्षण करते देखा जा सकता है।
इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि हवाई सर्वेक्षण समेत समाचार पत्र पढ़ते कुमारस्वामी के सभी तस्वीर हेलीकॉप्टर के भीतर से लिए गए थे। जब वे प्रभावित क्षेत्र के ऊपर थे तब हवाई सर्वेक्षण करते हुए तस्वीर लिए गए और जब वे गंतव्य के रास्ते में थे तो समाचार पत्र पढ़ते वीडियो व तस्वीर लिए गए थे। कई वीडियो और तस्वीरों में मुख्यमंत्री को बाढ़ प्रभावित स्थानों का सर्वेक्षण करते देखा जा सकता है। इसलिए कुमारस्वामी के अख़बार पढ़ते वीडियो के साथ फैलाए गए दावे को वायरल करना अप्रमाणित और भ्रामक है।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.