तमिलनाडु में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के मुलाक़ात के मौके पर, प्रधानमंत्री मोदी ने ममल्लापुरम में समुद्र तट पर कचरा उठाते हुए एक वीडियो ट्वीट किया, और सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुथरा रखने की अपील की। वीडियो ऑनलाइन साझा किये जाने के बाद, सोशल मीडिया में कई उपयोगकर्ताओं ने मोदी की आलोचना करते हुए बताया कि एक नाटकीय कार्य था। तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने तीन तस्वीरों को ट्वीट किया, जिनमें से दो में प्रधानमंत्री मोदी को कचरा उठाते हुए दिखाया गया, जबकि तीसरी तस्वीर में कैमरा और प्रकाश उपकरणों के साथ कई व्यक्ति दिखाई दे रहे हैं। इससे यह दर्शाने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री का यह कार्य कैमरा के सामने किया गया एक नाटक था, जिसमें कोई वास्तविकता नहीं थी।
Jai Shree Ram! pic.twitter.com/tGrYcdxOXE
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) October 12, 2019
ट्विटर हैंडल रॉल्फ रिपब्लिक (@i_theindian) ने भी तस्वीरों के एक समूह को साझा किया है, जिससे यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई समुद्रतट की सफाई एक दिखावा है। इनमें से एक तस्वीर और चिदंबरम द्वारा ट्वीट की गई तीसरी तस्वीर दोनों समान है। इस लेख को लिखते समय तक इस ट्वीट को करीब 2300 बार रीट्वीट किया जा चूका है।
How PM Modi’s #Plogging scene was shot:
📌Security scans the entire beach
📌Plastic wastes are strategically placed
📌Camera crew gets ready
📌And the Oscar goes to… pic.twitter.com/IfPy5nK36g
— Rofl Republic (@i_theindian) October 12, 2019
कई ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने इन तस्वीरों और @i_theindian के संदेश को कॉपी कर, अपने ट्विटर हैंडल से साझा किया है, जैसा कि नीचे साझा किये गए वीडियो में देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं द्वारा उपरोक्त पोस्ट की तस्वीरों में से एक-एक तस्वीरों को व्यक्तिगत रूप से भी साझा किया गया है।
तथ्य जांच
पहली तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च, हमने पाया कि पहली तस्वीर स्कॉटलैंड के वेस्ट सैंड्स समुद्र तट की है, जो एक लोकप्रिय फिल्म शूटिंग का स्थान है। यह तस्वीर tayscreen.com नामक वेबसाइट पर साझा की गई तस्वीर को क्रॉप कर प्रसारित की गई है।
दूसरी तस्वीर
दूसरी तस्वीर पांच महीने पुरानी केरल के कोझीकोड समुद्र तट की है। पीएम मोदी ने 23 अप्रैल 2019 को कोझीकोड में 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित किया था। तस्वीर में समुद्रतट को बम दस्ते द्वारा स्कैन करते हुए देखा जा सकता है। द हिन्दू के एक लेख में इस तस्वीर को प्रकाशित किया गया था।
ऑल्ट न्यूज़ तीसरी तस्वीर के स्त्रोत के बारे में पता नहीं लगा पाया है, जिसमें कुछ लोगों को कूड़े के बैग लिए खड़े हुए है और यह नागरिकों द्वारा समुद्रतट को साफ करने की किसी मुहीम जैसी दिख रही है। हालांकि, उन दो तस्वीरों में से एक तस्वीर स्कॉटलैंड की है और दूसरी केरल की, जिससे यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने असंबधित तस्वीरों को साझा करके प्रधानमंत्री द्वारा की गई समुद्रतट की सफाई को नाटकीय बताने का प्रयास किया गया।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.