6 अक्टूबर को हिंदी क्राइम वेब सीरीज़ ‘मिर्ज़ापुर’ का ट्रेलर रिलीज़ हुआ. इसके बाद से ही ट्विटर का एक खेमा #BoycottMirzapur2 ट्रेंड करवाने लगा. शो के मुख्य अभिनेता अली फ़ज़ल इसकी एक वजह थे.
कुछ लोगों ने अली फ़ज़ल का बताकर एक ट्वीट शेयर करते हुए कहा कि अली ने दिल्ली दंगो का जश्न मनाया था. ट्वीट में लिखा है, “प्रोटेस्ट: सुरु मज़बूरी में किये थे, अब मजा आ रहा है.” इस ट्वीट के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मचारी अंकित शर्मा के शव को नाले से खींच कर निकालने की तस्वीर भी है. अंकित शर्मा की दिल्ली दंगों में हत्या कर दी गयी थी और उनका शव 26 फ़रवरी को एक नाले में मिला था.
ट्विटर यूज़र @srikanthbjp_ ने ये तथाकथित ट्वीट शेयर की जिसे करीब 500 बार रीट्वीट किया गया.
Boycott Hinduphobic #AliFazal‘s Mirzapur 2#BoycottMirzapur2
Pls pass on it …. H!t them where it hurts pic.twitter.com/HjH0e6UJe3
— Srikanth (@srikanthbjp_) October 6, 2020
इसे बहुत सारे ट्विटर यूज़र्स ने शेयर किया.
Before watching #mirzapurseason2
Do not forget this tweet of @alifazal9
If you watch his series, you are supporting his anti India stance. pic.twitter.com/WUxhVMSTVm— Arif Aajakia (@arifaajakia) October 7, 2020
प्रो-भाजपा वेबसाइट OpIndia ने भी अली फ़ज़ल पर एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसमें ऐसे कई ट्वीट्स हैं.
Fazal had supported the violent anti-CAA protests that had eventually culminated into the horrific anti-Hindu riots in northeast Delhihttps://t.co/uhio3ew4Zp
— OpIndia.com (@OpIndia_com) October 7, 2020
भ्रामक दावे
अली फ़ज़ल ने वाकई ट्वीट कर ये लिखा था जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर लिया था.
1. उनका ट्वीट CAA प्रोटेस्ट को लेकर था न कि दिल्ली दंगे.
2. उन्होंने अंकित शर्मा की तस्वीर नहीं शेयर की थी.
जिस ट्वीट की बात हो रही है वो 19 दिसम्बर, 2019 को किया गया था. यानी दिल्ली दंगों से 2 महीने पहले. (इस ट्वीट का आर्काइव लिंक देखें.)
अली ने ट्वीट डिलीट करने का कारण भी बताया था. उनको लगा था कि इसका उपयोग जनता को बरगलाने के लिए भी किया जा सकता है.
Nai actually, like many other things, the bigots mislead. They wont mislead me but the janta sometimes is vulnerable . Aur masala daalne mein toh maahir hain sab. Wont let ppl fall for that. Not on my timeline. Toh tum jheete? Correct? Ok
— Ali Fazal M / میر علی فضل / अली (@alifazal9) December 20, 2019
साफ़ है कि अली फ़ज़ल ने अंकित शर्मा की मौत पर कोई ख़ुशी ज़ाहिर नहीं की थी, उनका ट्वीट CAA प्रोटेस्ट को लेकर था.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.