पिछले महीने, पत्रकार समर्थ बंसल की विस्तृत जांच रिपोर्ट ने भारत में नकली समाचारों की बढ़ती समस्या और सरकार से इसके सीधे संबंध के बारे में विचलित करने वाला खुलासा किया था। चुनावी वर्ष के दौरान की गई यह खोज इसे अधिक महत्वपूर्ण बनाती है जिस पर हम सबको ध्यान देने की जरूरत है।
बंसल ने दिखलाया कि कैसे नकली समाचार पीएम मोदी के व्यक्तिगत मोबाइल एप्लिकेशन, नमो एप्प पर पनपते हैं, जो अपने लाखों यूजर्स को इसमें अंतर्निहित ट्विटर-सदृश नेटवर्क प्रदान करता है। जबकि, दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की गलत सूचनाओं की संभव जांच के विपरीत, नमो एप्प की सामग्री ऐसे रडार से दूर है।
राजनीतिक एकल-गान के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग इस देश में कोई नई घटना नहीं है। लेकिन जब प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत एप्प गलत सूचनाओं को शेयर करने के लिए बदनाम अकाउंट्स को प्रचारित करे तो यह मुद्दा और अधिक परेशान करने वाला हो जाता है।
पीएम मोदी के ऐप द्वारा प्रचारित नकली खबरों का पैरोकार ‘द इंडिया आई’
बंसल ने पाया कि नमो एप्प के ‘माय नेटवर्क’ खंड में 15 प्रचारित और सत्यापित अकाउंट हैं। इनमें द इंडिया आई भी है। यहां आकर कहानी दिलचस्प हो जाती है — इस अकाउंट (या अन्य प्रचारित अकाउंट्स) द्वारा पोस्ट की गई सामग्री को नहीं देखना यूजर्स के विवेकाधीन नहीं है। अगर कोई द इंडिया आई को अनफॉलो करने का चुनाव करे, तब भी, इसके पोस्ट उनके ‘माय नेटवर्क’ फीड में आते हैं।
विपक्ष की महागठबंधन रैली के परिणामस्वरूप इस अकाउंट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भारत के मुकाबले पाकिस्तान के लिए ज्यादा चिंतित दर्शाने का प्रयास किया। “मोदी दोबारा आ गया तो पाकिस्तान बर्बाद हो जायेगा” -यह उद्धरण सीएम केजरीवाल के नाम से चलाते हुए द इंडिया आई ने उन्हें “राष्ट्र विरोधी” करार दिया। उसके पोस्ट का संदेश कहता है — “इस देश द्रोही को देश से अधिक पाकिस्तान की चिंता है महागठबंधन की रैली में कहता है मोदी दोबारा आ गया तो पाकिस्तान बर्बाद हो जायेगा|”
द इंडिया आई के दावे क्लिप किए हुए एक वीडियो पर आधारित थे जिसे ऑल्ट न्यूज़ ने खारिज किया था। अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने वास्तव में यह कहा था, “मैं जितना सोचता हूं उतना मेरा शरीर कांप उठता है। अगर ये दोनों दोबारा 2019 में आ गये, अगर मोदी और अमित शाह 2019 में आ गये तो दोस्तो ये देश नहीं बचेगा, ये देश को बर्बाद कर देंगे।” वीडियो का वह हिस्सा जिसमें केजरीवाल “ये देश” कहते हैं, उसे बदलकर “पाकिस्तान” कर दिया गया।
उपरोक्त उदाहरण द इंडिया आई द्वारा प्रसारित ढेरों भ्रामक पोस्ट में से एक है।
द इंडिया आई का गुजरात कनेक्शन
द इंडिया आई, नमो एप्प पर दुष्प्रचार का महज एक अकाउंट भर नहीं है। इसकी गतिविधियां ऑनलाइन दुनिया में व्यापक रूप से फैली हैं, जिनमें ट्विटर अकाउंट, फेसबुक पेज और वेबसाइट्स शामिल हैं। पिछले साल सितंबर में, ऑल्ट न्यूज़ ने सोशल मीडिया में इसकी भ्रामक सूचनाओं का पूरा चिट्ठा रखा था।
अपनी जांच के दौरान हमें गुजरात की कंपनी सिल्वर टच टेक्नोलॉजीज और द इंडिया आई के बीच संबंधों का पता चला था।
एक ट्विटर हैंडल @HemanNamo, जिसने द इंडिया आई को उसके शुरुआती दिनों में प्रचारित किया था, उसकी सोशल मीडिया गतिविधियों के पीछे ऑल्ट न्यूज़ लगा तो पता चला कि उस हैंडल का प्रबंधन करने वाले व्यक्ति द इंडिया आई से जुड़े हुए थे।
@HemanNamo या हिमांशु जैन सिल्वर टच टेक्नोलॉजीज के निदेशक हैं और द इंडिया आई डॉट इन (theindiaeye.in) उन्हीं के नाम और फोन नंबर से पंजीकृत था।
और आगे, हमने यह भी पाया कि द इंडिया आई डॉट कॉम (theindiaeye.com) को होस्ट करने के लिए उनकी कंपनी के सर्वर का ही इस्तेमाल हुआ था। हालांकि, सामने आए संबंधों के बारे में सवाल करने के लिए हिमांशु जैन से हमारे संवाद के ठीक बाद theindiaeye.com के आईपी पते बदल दिए गए।
जब हम सिल्वर टच के प्रबंध निदेशक विपुल ठक्कर तक पहुंचे, उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी द इंडिया आई से जुड़ी हुई नहीं है।
सिल्वर टच ने बनाया पीएम मोदी का नमो एप्प
सिल्वर टच टेक्नोलॉजीज एक आईटी कंपनी है जो 1992 में अहमदाबाद में स्थापित हुई और ई-गवर्नेंस के लिए आईटी समाधान उपलब्ध कराना इसके कार्यों में से एक है। इस व्यावसायिक शाखा के हिस्से के रूप में इस कंपनी ने भाजपा सरकार के लिए कई परियोजनाएं विकसित की हैं। प्रबंध निदेशक विपुल ठक्कर ने ऐसी कुछ परियोजनाओं के बारे में ट्वीट किया था।
लेकिन इस लेख का केंद्र बिंदु एक खास परियोजना है — नमो एप्प — जिसे सिल्वर टच द्वारा विकसित किया गया था।
इस कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में इस एप्प का यह विवरण दिया है — “सिल्वर टच द्वारा विकसित यह मोबाइल एप्प पीएम के बारे में नवीनतम समाचार और अपडेट्स देता है। यह पीएम के राजकीय संबोधनों ‘मन की बात’, उनकी जीवनी और ब्लॉग की पहुंच प्रदान करता है। यह एप्प, पीएम की शासकीय पहल, उपलब्धियों और विकास संबंधी इन्फोग्राफिक्स से भी लोगों को अपडेट करेगा। एंड्राइड एप्प, यूजर्स को ‘टु-डू टास्क’ के माध्यम से योगदान करने और बैज अर्जित करने की अनुमति देगा।”
संबंध प्रकट है। दरअसल, हिमांशु जैन और उनकी कंपनी सिल्वर टच का द इंडिया आई से जुड़ाव 2017 में NDTV द्वारा भी उजागर किया गया था। इस न्यूज़ चैनल ने यह भी पाया था कि इस कंपनी के कुल लगभग 62.5 करोड़ रुपये के 53% काम, सरकारी ठेकों से आए। यही नहीं, हिमांशु जैन अपने ट्विटर अकाउंट @HemanNamo से, भाजपा समर्थक हैशटैग्स के रुझान बनाने (trending) वालों का एक हिस्सा था। ट्विटर पर उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी फॉलो किया जाता है।
इस तरह की और जानकारी खोदना अब निरर्थक प्रयास होगा। ऑल्ट न्यूज़ द्वारा रखे गए अधिकांश विवरण हिमांशु जैन और सिल्वर टच, दोनों से लिए गए हैं। असल में अब जैन ने अपना ट्विटर हैंडल भी @HemanNamo से बदलकर @NamoNews2019 कर दिया है।
लेकिन हमारी पहले की जांच, जिसमें जुड़ाव के सभी जरूरी लिंक शामिल हैं, को यहां देखा जा सकता है।
नमो एप्प पर द इंडिया आई द्वारा चलाए गए नकली समाचार
“महागठबंधन रैली में भारत माता की जय के नारे नहीं लगे”
इस अकाउंट से 21 जनवरी को कोलकाता में हुई महागठबंधन रैली की तस्वीरें यह दावा करते हुए पोस्ट की गईं कि रैली में उपस्थित सभी लोगों ने देश को बचाने की शपथ ली लेकिन किसी ने “भारत माता की जय” नहीं कहा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी पश्चिम बंगाल के मालदा में एक रैली को संबोधित करते हुए ऐसा दावा किया।
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि यह दावा गलत था। पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अपना भाषण समाप्त करते हुए ‘जय हिंद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों का उद्घोष किया था।
“राहुल गांधी ने कहा कि अहिंसा इस्लाम से प्रेरित थी”
द इंडिया आई द्वारा एक कार्टून पोस्ट किया गया जिसमें राहुल गांधी के नाम से एक बयान था, जो कहता था- “मुसलमानो को अहिंसा का ज्ञान मुसलमानो से मिला”।
कांग्रेस अध्यक्ष के नाम से दिया गया बयान एक क्लिप किए हुए वीडियो पर आधारित था। राहुल गांधी ने दुबई में अपने भाषण में कहा था, कि अहिंसा दुनिया के सभी महान धर्मों, जिनमें प्राचीन भारतीय धर्म, ईसाई धर्म, यहूदी धर्म शामिल हैं, से प्रेरित थी। उन्होंने अकेले इस्लाम का नाम नहीं लिया था जैसा कि कार्टून में सुझाया गया था।
“द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर कांग्रेस द्वारा मध्य प्रदेश में प्रतिबंध”
द इंडिया आई का एक अन्य पोस्ट कहता है, “कांग्रेस ने द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर के मध्य प्रदेश में रिलीज पर प्रतिबंध लगाया”।
यह दावा विभिन्न मीडिया संगठनों की खबरों पर आधारित था जो बाद में गलत निकला। मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से स्पष्ट किया गया कि इस फ़िल्म पर प्रतिबंध का कोई निर्णय नहीं था।
The news of Ban on the movie ‘The Accidental Prime Minister’ by Madhya Pradesh Government is wrong and misleading. pic.twitter.com/FvYYXjhjRz
— Jansampark MP (@JansamparkMP) December 28, 2018
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के नाम से झूठा उद्धरण
“दुबई स्टेडियम में राहुल गाँधी को सुनने 3 लाख लोग आये” -यह उद्धरण कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के नाम से था। इस पोस्ट में दावा किया गया था कि चतुर्वेदी का बयान गलत है। यही दावा गौरव प्रधान ने भी किया था।
दूसरी ओर, हमने पाया कि चतुर्वेदी ने ऐसा बयान कभी नहीं दिया। उन्होंने प्रधान के ट्वीट को उद्धृत करते हुए दावे को खारिज किया।
नमस्कार फ़ेक न्यूज़ की दुकान,
अपने छोटी सोच और दिमाग़ का परिचय मेरे नाम से जोड़कर देश को प्रस्तुत करने का काम ना करें!
Hello fake news factory!
At least, for your own self respect try not to use your peanut size brain to make up stories about me or quotes attributed to me. https://t.co/nHXoG5rsAl— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) January 14, 2019
ये साक्ष्य बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत मोबाइल एप्लीकेशन नमो ऐप को उस कंपनी द्वारा बनाया गया था जिसके संबंध फेसबुक पेज द इंडिया आई से हैं। भ्रामक सूचनाओं को बढ़ावा देने के इस पेज के स्थापित ट्रैक रिकॉर्ड के बावजूद, 15 प्रचारित अकाउंट समेत इस संगठन की भी सामग्री नमो एप्प में रहती है। इसके अलावा, इसे अनफॉलो करने के बाद भी प्रत्येक यूजर डिफॉल्ट रूप से इसके पोस्ट देखता है। नमो एप्प के ‘माय नेटवर्क’ अनुभाग में लाखों यूजर्स के लिए शेयर की गई जानकारी का सत्यता से इतना कम संबंध, दर्शाता है कि देश की सत्तारूढ़ पार्टी बड़े पैमाने पर नकली समाचार की समस्या से ग्रसित है।
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