अमेरिका के रक्षा महासचिव (रिटायर्ड) लॉयड जे. ऑस्टिन ने भारत के 3 दिन के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत में पहली बार अमेरिकी राजनयिक पहुंचे हैं. इस मुलाकात के बाद NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी रक्षा सचिव ने बताया कि उन्होंने भारतीय नेताओं के साथ देश में मानवाधिकारों को लेकर चर्चा की. NDTV की इस रिपोर्ट के उलट ANI के मुताबिक अमेरिकी रक्षा सचिव ने मानवाधिकारों को लेकर कोई बात नहीं की. एक यूज़र अविनाश श्रीवास्तव ने दोनों आउटलेट्स के ट्वीट का स्क्रीनशॉट साथ में शेयर करते हुए NDTV की रिपोर्ट को फ़ेक न्यूज़ बताया.

एक अन्य यूज़र अतुल आहूजा ने NDTV को ‘पाकिस्तान मीडिया हाउज़’ का तमगा देते हुए दावा किया कि NDTV ने ऑस्टिन के बारे में ग़लत रिपोर्टिंग की है जबकि ANI ने बताया है कि उनकी मानवाधिकार पर कोई चर्चा नहीं हुई. अतुल और अविनाश, दोनों को भाजपा नेता फ़ॉलो करते हैं.

कुछ अन्य यूज़र्स ने भी NDTV पर ग़लत ख़बर देने का आरोप लगाया.

ANI अपनी ही रिपोर्ट से पलटी

अकेले NDTV ने ही इस ख़बर को नहीं रिपोर्ट किया था. शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया था कि अमेरिकी रक्षा सचिव से बैठक में मानवाधिकारों पर बात हुई थी. पहले खुद ANI ने ‘विश्वसनीय’ सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट किया था, “विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉइड ऑस्टिन ने एक घंटे चली इस बैठक में दोनों पक्षों ने भू-रणनीतिक मामलों के साथ-साथ मानवाधिकारों पर भी बात की.” इसके बाद ANI ने अपनी बात से पलटते हुए ‘उच्च-स्तरीय सूत्र’ का हवाला दिया और कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है.

ANI ने मानवाधिकारों पर चर्चा के बारे में बताते हुए ट्वीट भी किया था.

इस रिपोर्ट के दो दिन बाद न्यूज़ एजेंसी ANI अपनी बात से पलट गयी और ‘उच्च-स्तरीय सूत्र’ का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन ने बैठक में भारत में मानवाधिकारों को लेकर कोई चर्चा नहीं की.

क्या अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ भारत में मानवाधिकारों पर चर्चा हुई थी?

अमेरिकी रक्षा विभाग ने नई दिल्ली में लॉयड जे. ऑस्टिन की बैठक में हुई चर्चा की सभी बातें पब्लिक की थीं (पूरी ट्रांसक्रिप्ट यहां देखें). अमेरिकी सचिव से पूछा गया था कि क्या प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात में उन्होंने भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन, और खासकर मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बारे में बात की थी.

इसके जवाब में ऑस्टिन ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से इसपर चर्चा करने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर अन्य कैबिनेट मंत्रियों से बात की.

उनके जवाब का वीडियो आप नीचे देख सकते हैं.

ANI ने ‘सूत्रों’ का हवाला देते हुए दावा किया कि मानवधिकारों पर चर्चा नहीं हुई थी. भारत का इस बात से इनकार किये जाने का कोई रिकॉर्ड या सबूत नहीं है. लेकिन अमेरिका ने ऑस्टिन की बात रिकॉर्ड पर दिखाई है.

कई पत्रकारों ने इस बारे में कहा कि भारत ने अगर इसपर चर्चा नहीं की है तो यही बात ऑन रिकॉर्ड, यानी सबसे सामने आकर बताये.

NDTV को उस रिपोर्ट के लिए टारगेट किया गया जो अन्य आउटलेट्स ने भी पब्लिश की थी. यही नहीं, NDTV की रिपोर्ट को ग़लत बताया गया जो असल में सच थी. अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन की कैबिनेट मंत्रियों के साथ भारत में मानवाधिकारों पर चर्चा हुई थी और ये सबके सामने है. इसके उलट भारत में ‘सूत्रों के हवाले’ से इस चर्चा को नाकारा जा रहा है जिसका कोई सबूत नहीं है. पहले ANI ने विश्वसनीय सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि मानवाधिकारों पर चर्चा हुई थी और बाद में खुद इससे इन्कार कर दिया.


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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.