पुणे स्थित कार्यकर्ता इंद्रजीत घोरपड़े की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 4 नवंबर, 2024 को न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (NBDSA) ने न्यूज़ 18 को धीरेंद्र शास्त्री (जिन्हें बाबा बागेश्वर के नाम से भी जाना जाता है) के इंटरव्यू को हटाने का निर्देश दिया है. ये इंटरव्यू 10 जुलाई 2023 को प्रसारित की गई थी. 

न्यूज़18 इंडिया के प्रबंध संपादक किशोर अजवानी को दिए इंटरव्यू में धीरेन्द्र शास्त्री ने कई अजीबोग़रीब दावे किए. उन्होंने कहा कि वो अपनी ‘जादुई शक्तियों’ का इस्तेमाल लापता जानवरों को ढूंढने और लोगों की बीमारियों को ठीक करने के लिए कर सकते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि पन्ना नामक पड़ोसी ज़िले में हीरे ढूंढने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया था. ये भी बता दें कि इस इंटरव्यू में कई सांप्रदायिक टिप्पणियां भी शामिल थीं जिनमें हिंदू राष्ट्र या हिंदू-बहुल राष्ट्र की स्थापना भी शामिल थी. इंटरव्यू के दौरान वो कहते हैं, ”मैं कागज पर हिंदू राष्ट्र नहीं चाहता, मैं 125 करोड़ हिंदुओं के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहता हूं.” उनका तर्क है कि टीवी चैनल बड़े मामलों को संबोधित करने के बजाय हिंदुओं और मुसलमानों से जुड़े सांप्रदायिक मुद्दों पर केंद्रित हैं. उनके मुताबिक, केवल हिंदू राष्ट्र की स्थापना से ही अंतर-सामुदायिक संघर्ष रुकेंगे और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा का रास्ता खुलेगा.

इंटरव्यू में एक पॉइंट पर पूछा गया कि क्या कोई पार्टी या राजनेता सनातन धर्म का विरोध करता है, तो शास्त्री ने जवाब दिया कि कई लोग करते हैं. लेकिन वो उनका नाम नहीं लेंगे. वो कहते हैं, “हमारा भी समय आएगा… जब सनातनी हिंदू एकजुट होंगे तो मुंहतोड़ जवाब देंगे. इस भारत में रहना होगा तो सीता राम कहना होगा.”

एक और अजीब दावे में शास्त्री ने कहा कि वो लोकसभा चुनाव के नतीजों की भविष्यवाणी कर सकते हैं. जब इंटरव्यू लेने वाले ने उनसे पूछा कि कौन जीतेगा, तो शास्त्री ने उन्हें बागेश्वर धाम जाने और कुछ अनुष्ठान करने का सुझाव दिया. उन्होंने आगे कहा, “…आओ और मुझसे मिलो, और मैं तुम्हें बताऊंगा. अगर मैं नहीं कर सकता, तो आप मेरा नाम मिटा सकते हैं.”

इंटरव्यू के अंत में शास्त्री ने ‘लव जिहाद’ के दावों को आगे बढ़ाया. लव जिहाद को एक ऐसा साजिश सिद्धांत माना जाता है जिसमें  मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को शादी के लिए फुसलाते हैं और उन्हें जबरन इस्लाम में धर्म में परिवर्तित करते हैं. इस्लाम के बारे में बोलते हुए वो कहते हैं, ”…(सिर्फ इसलिए कि आपका धर्म अलग है) इसका मतलब ये नहीं है कि आपका ईश्वर ये कहता हो कि केवल हम ही हैं हमारे लोग ही अच्छे हैं, बाकी लोग काफिर हैं. इसका मतलब ये भी तो नहीं है कि केवल अपनीबहन बेटियों की सुरक्षा करो और बाकि को लव जिहाद में पकड़ करके उनको मारो. इसका मतलब ये भी तो नहीं है कि केवल अपना ग्रंथ पवित्र है बाकि सबको जलवाने का षड्यन्त्र करो.” जैसे ही उन्होंने अपनी बात खत्म की, स्टूडियो में मौजूद दर्शकों को जयकार करते हुए सुना जा सकता है.

अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र को बढ़ावा देने के खिलाफ नियमों का उल्लंघन

अपनी शिकायत में इंद्रजीत घोरपड़े ने बताया कि शो में सेल्फ़ रेगुलेशन के सिद्धांतों का उल्लंघन किया गया है, जिसके तहत प्रसारकों को अंधविश्वास और जादू-टोने को बढ़ावा देने या प्रोत्साहित करने से बचना होता है. दिशानिर्देशों में कहा गया है, “न्यूज़ चैनल किसी भी तरह से अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र का महिमामंडन करने वाले कंटेंट प्रसारित नहीं करेंगे.” इसके आलावा, ऐसे कंटेंट प्रसारित करते समय, चैनलों को दर्शकों को इन प्रथाओं पर विश्वास करने या उनका अनुकरण करने के लिए गुमराह होने से रोकने के लिए पब्लिक डिस्क्लेमर जारी करने की ज़रूरत होती है.

इंद्रजीत ने आगे इस बात पर जोर दिया कि शो में मौलिक सिद्धांतों का भी उल्लंघन किया गया है जिसके मुताबिक प्रसारकों को ऐसी ख़बरों का चयन करने से बचना चाहिए जो किसी विवादास्पद मुद्दे के किसी भी पक्ष को बढ़ावा देती हैं या उसमें बाधा डालती हैं. न्यूज़ को इस तरह से नहीं चुना या पेश किया जाना चाहिए जो किसी विशेष समूह के विश्वास, राय या एजेंडे को आगे बढ़ाता हो.

इंद्रजीत के आरोपों के जवाब में न्यूज़18 इंडिया ने दावा किया कि इंटरव्यू लेने वाले ने कई मौकों पर उन्हें हस्तक्षेप किया था. हालांकि, ‘चूंकि विवादित प्रसारण एक लाइव इंटरव्यू था और कोई बहस नहीं थी, इसलिए इंटरव्यू को बहस में बदलने से बचने के लिए इसके हस्तक्षेप को अलग-अलग तरीके से उठाया गया था.’ यहां ये ध्यान रखना चाहिए कि जब ‘लव जिहाद’ का विषय उठाया गया था, तो उनकी ओर से पूरी तरह से चुप्पी थी, और जैसा कि पहले उल्लेख किया गया था, मुस्लिम समुदाय के बारे में कई व्यापक सामान्यीकरण किए गए थे. दरअसल, शास्त्री की प्रतिक्रिया के बाद (जिसमें ‘लव जिहाद’ के बारे में टिप्पणियां शामिल थीं) इंटरव्यू लेने वाले ने उन्हें पंडितजी कहकर संबोधित किया और पूछा कि क्या वो इंटरव्यू से निराश हैं. शास्त्री ने बातचीत पर संतोष जताया.

अपने निर्णय में NBDSA ने ये स्वीकार किया कि प्रसारकों को अपने कार्यक्रमों में किसी भी अतिथि को आमंत्रित करने की संपादकीय स्वतंत्रता है. हालांकि, इस स्वतंत्रता का प्रयोग आचार संहिता और प्रसारण मानकों की सीमाओं और वाद-विवाद सहित कार्यक्रम आयोजित करने वाले एंकरों के लिए विशिष्ट दिशानिर्देशों के भीतर किया जाना चाहिए. इस मामले में न्यूज़18 इंडिया द्वारा आमंत्रित धीरेन्द्र शास्त्री ने प्रसारण के दौरान अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले कई दावे किए. इसके अलावा, उन्होंने हिंदू राष्ट्र और धर्म के संबंध में विभाजनकारी बयान दिए, जैसे कि ये कहना कि भारत में रहने के लिए “सीता राम” कहना होगा, और इस्लाम युवा हिंदू लड़कियों को “लव जिहाद” में फंसाने और फिर उनकी हत्या करने को प्रोत्साहित करता है.

इन बयानों ने नस्लीय और धार्मिक सद्भाव से संबंधित रिपोर्टेज पर विशिष्ट दिशानिर्देशों के साथ-साथ नस्लीय, धार्मिक सद्भाव साथ ही सुपरनेचुरल ओकल्टीज़्म और परानॉर्मल कंटेंट पर दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया. NBDSA ने कहा कि अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले और समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने वाले कार्यक्रमों का प्रसारण नहीं किया जाना चाहिए.

इसके बाद, NBDSA ने प्रसारक को चेतावनी जारी की और ऐसे व्यक्तियों को आमंत्रित न करने की सलाह दी जिनके विचारों को अंधविश्वास को बढ़ावा देने के रूप में समझा जा सकता है. इसके अलावा, NBDSA ने न्यूज़18 इंडिया को अपनी वेबसाइट और यूट्यूब से सभी संबंधित हाइपरलिंक्स के साथ प्रसारण वीडियो को हटाने का निर्देश दिया. ब्रॉडकास्टर को आदेश के 7 दिनों के भीतर लिखित रूप में इसे हटाने की पुष्टि करने के लिए कहा गया था.

NBDSA के साथ न्यूज़ 18 इंडिया का पिछला अनुभव

ये पहली बार नहीं है जब NBDSA ने न्यूज़18 इंडिया के कंटेंट को चिह्नित किया हो. फ़रवरी 2024 में चैनल पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था. श्रद्धा वॉकर की हत्या को ग़लत तरीके से ‘लव जिहाद’ की साजिश से जोड़कर, पूरे मुस्लिम समुदाय को हिंदू महिलाओं के खिलाफ संगठित अपराध करने के लिए बर्बर और दोषी ठहराने के लिए 50 हज़ार का जुर्माना लगाया गया था.

अक्टूबर 2022 में अमन चोपड़ा को मुस्लिम महिला छात्र प्रदर्शनकारियों को आतंकवाद से जोड़ने के लिए 50 हज़ार के अतिरिक्त जुर्माने का सामना करना पड़ा. न्यूज़18 को संवेदनशील मुद्दों पर बहस से निपटने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने का भी निर्देश दिया गया था

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उसी साल जून में NBDSA ने न्यूज़18 इंडिया को अमन चोपड़ा के शो को लेकर एक और सांप्रदायिक एपिसोड को हटाने का निर्देश दिया था, जो ‘थूक जिहाद’ पर केंद्रित था.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.