इंडिया टीवी पर 31 मई को ब्रॉडकास्ट किए गए कार्यक्रम का एक स्क्रीनशॉट कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने शेयर किया है. इसमें लिखा है, “प्रधानमंत्री की बड़ी बातें 1 करोड़ कोरोना मरीज़ों का फ्री में इलाज किया.” स्क्रीन पर नीचे टिकर में प्रधानमंत्री द्वारा कही बात लिखकर आती है, “आयुष्मान भारत से देश के ग़रीब लोगों को फ़ायदा हुआ है.” इस ग्राफ़िक के आधार पर कई लोगों ने प्रधानमंत्री का मज़ाक उड़ाया है कि भारत में Covid-19 के 2 लाख से कम केस हैं और पूरी दुनिया में मामलों की संख्या 62 लाख है. नीचे वकील दुष्यंत (@atti_cus) का ट्वीट है जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 8,600 लाइक्स और 3,500 से ज़्यादा शेयर मिल चुके हैं.

ख़ुद को अमेरिकन लेकिन दिल से इंडियन बताने वाली अमीना (@LuvAminaKausar) ने भी यह स्क्रीनग्रैब ट्वीट किया है.

लेखिका संजुक्ता बसु ने ट्वीट किया, “तो मोदी ने कहा कि 1 करोड़ COVID मरीजों का इलाज फ़्री में किया गया.  भारत में 182k मरीज हैं और पूरी दुनिया में 1 करोड़ मरीज नहीं हैं.”

यह ग्राफ़िक फ़ेसबुक तक पहुंच चुका है. नीचे डॉक्टर मनमोहन सिंह-फ़ैन क्लब नाम के फ़ेसबुक पेज की पोस्ट है.

ग्राफ़िक में इंडिया टीवी की चूक

यह ग्राफ़िक 31 मई की सुबह इंडिया टीवी पर ब्रॉडकास्ट किए गए प्रोग्राम का हिस्सा है जब रेडियो पर पीएम मोदी का शो ‘मन की बात’ लाइव चल रहा था. हालांकि 1 जून को इंडिया टीवी ने स्पष्टीकरण दिया, “कल मन की बात के प्रसारण के दौरान रिपोर्ट किया गया कि भारत में 1 करोड़ कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज मुफ़्त में किया गया है. यह एक मानवीय भूल थी. हम स्पष्ट कर दें कि भारत में कोरोना मरीजों की संख्या इतनी ज़्यादा नहीं है. गलती के लिए हम माफ़ी चाहते हैं.”

इंडिया टीवी के ब्रॉडकास्ट में पीएम मोदी के 31 मई को प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम की बात हो रही थी जिसमें वो कोरोना वायरस महामारी और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की बात कर रहे थे कि कैसे इससे ग़रीबों को लाभ मिला है. शो में 18वें मिनट से वो इस बारे में बात करते सुने जा सकते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाने वालों का आंकड़ा 1 करोड़ पार कर चुका है. इंडिया टीवी द्वारा यह ग़लत रिपोर्ट दी गई कि उन्होंने कहा है 1 करोड़ COVID-19 मरीजों का इलाज मुफ़्त में किया गया है.

यानी इंडिया टीवी की वीडियो रिपोर्ट में हुई चूक की वजह से कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने पीएम मोदी को निशाना बनाया. हालांकि इंडिया टीवी चैनल ने बाद में स्पष्ट किया कि उससे भूल हुई थी.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.