उत्तर गुजरात के बांका जिले और उसके आसपास की जगह में 5 जून को 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। राज्य के कंट्रोल रूम के मुताबिक वहाँ पर किसी भी तरह की कोई जानहानि की खबर नहीं है।

7 जून से, उत्तर गुजरात में गंभीर भूकंप के रूप में कुछ तस्वीरों को व्हाट्सअप पर साझा किया जाने लगा। तस्वीर के साथ साझा किये गए संदेश के मुताबिक,“ઉત્તર ગુજરાતમાં ભૂકંપ. ગુજરાત સરકાર દ્વારા ઘાયલોને 5 હજાર અને મૃતકોને 5300 ની સહાય જાહેર. #TSS (उत्तर गुजरत में भूकंप। गुजरात सरकार द्वारा घायल हुए लोगों को 5 हज़ार रुपये और मृतकों के परिजनों को 5300 रुपये की सहायता #TSS)”- व्हाट्सप्प पर इन संदेशो के स्क्रीनशॉट को नीचे देखा जा सकता है।

तथ्य जांच

गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से, ऑल्ट न्यूज़ यह सिद्ध कर सकता है कि ये तस्वीरें पुरानी है और इस घटना से संबधित नहीं है। हमनें नीचे सभी तस्वीरों के साथ जुड़ी हुए घटनाक्रम को दिखाया है।

पहली तस्वीर

यह तस्वीर अगस्त 2016 को मध्य इटली में आये भूकंप से संदर्भित है। ABC के लेख के मुताबिक, 27 अगस्त, 2016 तक इस घटना में 267 में 267 लोगों की मौत हो गयी थी।

दूसरी तस्वीर

इस तस्वीर में मार्गला टावर्स को दिखाया गया है, जो इस्लामाबाद, पाकिस्तान में 2005 में एक भूकंप के दौरान ढह गई थी। ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर को गेट्टी इमेज पर पाया, जिसे आसिफ़ हसन नामक फॉटोग्राफर ने लिया था।

तीसरी तस्वीर

एक लेख के शीर्षक, “भूकपं के बाद, चिली अपने पुराने हथकंडो का उपयोग करता हुआ”– (अनुवाद) के साथ यह तस्वीर 2 अप्रैल, 2014 को द न्यू यॉर्क टाइम्स में प्रकाशित हुई थी। तस्वीर के साथ दिए गए कैप्शन के मुताबिक, आइकिक, चिली में 8.2 तीव्रता के भूकंप के बाद लगी आग को बुझाने की कोशिश में अग्निशामक का इस्तेमाल किया गया था।

चौथी तस्वीर

चौथी तस्वीर 15वीं सदी के चर्च से जुड़ी हुई है जो 26 अक्टूबर 2016 को मध्य इटली में आये 5.4 और 6.1 तीव्रता वाले भूकंप के बाद ढह गया था। इस संबंध में द गार्डियन की एक वीडियो रिपोर्ट के स्क्रीनशॉट को नीचे पोस्ट किया गया है।

पाँचवी तस्वीर

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि कई मीडिया संगठन जैसे कि CNN en Español, CBS Los Angeles और कई अन्य मीडिया संगठन ने इस तस्वीर को जून 2017 में सैन मार्कोस, ग्वाटेमाला में आये भूकंप की वजह से हुई तबाही को दिखाने के लिए अपनी रिपोर्ट में उपयोग किया था।

छठी तस्वीर

छठी तस्वीररॉयटर की है, जिसे द हिंदू द्वारा एक रिपोर्ट में प्रकाशित किया गया था। यह रिपोर्ट अगस्त 2017 में चीन में आए दक्षिण-पश्चिमी पर्वतीय सिचुआन के एक घातक भूकंप की है। इस तस्वीर के साथ दिए हुए कैप्शन के मुताबिक,“जिउजैगौ काउंटी, नगावा प्रान्त, सिचुआन में आए भूकंप के बाद नीचे गिरे हुए पेड़ की वजह से एक सड़क अवरोधित हुई है”।- (अनुवाद)

सातवीं तस्वीर

“6 फरवरी, 2016 को दक्षिणी ताइवान में भूकंप के बाद एक क्षतिग्रस्त ईमारत में बचाव कर्मी कार्य करते हुए”-(अनुवाद) इस कैप्शन को रॉयटर्स की तस्वीर के साथ CBS News के एक लेख में तीन साल पहले प्रकाशित किया गया था, जिसे अभी उत्तर गुजरात में आये भूकंप से संबधित बताकर साझा किया गया है।

पूरी दुनियाभर में आए भूकंप से जुड़ी हुई पुरानी तस्वीरों को हाल ही में उत्तर गुजरात में आये भूकंप से संबधित बताकर व्हाट्सअप पर साझा किया जा रहा है। इसी तरह का एक मामला बालाकोट में हवाई हमले के बाद भी देखा गया था, जब पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना के हमले के बाद हुए विनाश के रूप में गलत तरीके से साझा किया गया था।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.