कई फे़सबुक और ट्विटर यूज़र्स ने एक महिला और आदमी की शादी की एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया कि ये भाजपा नेता कपिल मिश्रा की बहन हैं जिनकी शादी शहजाद अली से हुई है. फे़सबुक यूज़र सनम शेख ने तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, “दिल्ली में हिन्दू #मुसलमान के बीच दंगे कराने वाले #कपिल मिश्रा की बहन ने की #शहज़ाद अली से शादी कपिल_मिश्रा_और भक्तो_को_नया_जीजा_मुबारक_हो.” इस पोस्ट को 25,00 से ज्यादा बार शेयर किया गया. (आर्काइव लिंक)
भाजपा नेता कपिल मिश्रा के पुलिस को अल्टीमेटम देने के कुछ घंटों बाद ही 23 फ़रवरी को देश की राजधानी को साम्प्रदायिक दंगों का सामना करना पड़ा था- या तो नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को हटाया जाता या कपिल मिश्रा और उनके समर्थक खुद इसके लिए आगे आते.
ट्विटर यूज़र @Dkashfaque ने भी इस वायरल फ़ोटो को उसी कैप्शन के साथ शेयर किया. इसे 400 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव लिंक)
ऑल्ट न्यूज़ को इसके फै़क्ट चेक के लिए व्हाट्सऐप नंबर (+917600011160) और ऑफिशियल एंड्रॉइड ऐप पर कई रिक्वेस्ट भेजी गयीं.
फै़क्ट-चेक
इस वायरल तस्वीर पर एक वॉटरमार्क है. लिखा है, ‘coastaldigest.com’. ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च इमेज किया और पाया कि ये फ़ोटो मैंगलोर की न्यूज़ वेबसाइट कोस्टल डाइजेस्ट ने 2016 में पब्लिश की थी. आर्टिकल के अनुसार, ये तस्वीर हिन्दू-मुस्लिम जोड़े आशिता और शकील की है. फ़ोटो मैसूर के बन्निमंता इलाके के ताज कन्वेंशन हॉल में खींची गयी थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंदुत्व चरमपंथियों की तरफ से आ रही धमकियों के बीच ये शादी शांतिपूर्ण ढंग से करवाई गयी.
इसके बारे में द इंडियन एक्सप्रेस ने भी रिपोर्ट किया था कि आशिता के इस्लाम धर्म अपनाने के फै़सले के कारण स्थानीय बजरंग दल और भाजपा सदस्य इस शादी का विरोध कर रहे थे.
ऑल्ट न्यूज़ ने कपिल मिश्रा से संपर्क किया और उन्होंने फै़क्ट-चेकिंग वेबसाइट बूम लाइव को दिया गया अपना बयान शेयर किया. उन्होंने साफ़ किया, “मेरी 3 बहनें हैं. जिनमें से 2 की शादी हो चुकी है. न मेरी बहनें और न ही कोई दूर तक के रिश्तेदार ने मुस्लिम से शादी की है.”
यानी हिन्दू-मुस्लिम जोड़े की शादी की 4 साल पुरानी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है और ग़लत दावा किया जा रहा है कि उसमें भाजपा नेता कपिल मिश्रा की बहन हैं जिन्होंने एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी की.
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