भगवा स्कार्फ़ पहने कुछ लोगों और वर्दीधारी पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में बीजेपी कार्यकर्ता हाल ही में एक कार्यक्रम में पुलिस के साथ झड़प करते हुए दिखें.

कांग्रेस से जुड़ा एक्स पेज INC न्यूज़ (@TheIncNews) ने 15 जुलाई को ये क्लिप शेयर करते हुए लिखा: “ये BJP के गुंडे — वर्दीधारी पुलिस पर हाथ उठा रहा है — अगर इसके स्थान पर कोई मुस्लिम होता तो क्या होता ? इस पर सरकार NSA और राजद्रोह का केस क्यों नहीं कर रही ?? पालतू गोदी मीडिया इसपर डिबेट्स क्यों नहीं कर रही है ?? दोस्तों RT करके पुरे देश को दिखाओ …” (आर्काइव)

ये फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट लिखे जाने तक इस ट्वीट को 3.84 लाख से ज़्यादा बार देखा और 6,500 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है.

समाजवादी पार्टी से संबंधित X पेज समाजवादी प्रहरी (@SP_prahari) ने भी वायरल क्लिप इसी कैप्शन के साथ शेयर की. (आर्काइव)

कई यूज़र्स ने वायरल वीडियो को इसी कैप्शन के साथ शेयर किया.

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फ़ैक्ट-चेक

वीडियो के बारे में छानबीन करते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने क्लिप के कुछ फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें द सियासत डेली की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी था. 22 जुलाई, 2023 को पब्लिश इस रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में ABVP के कई सदस्यों को गिरफ़्तार किया गया था.

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि ABVP से जुड़े छात्र, संस्थान में कुछ अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जब विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उनसे नहीं मिले तो वो नाराज़ हो गए.

हमें पत्रकार पीयूष राय का 21 जुलाई 2023 का एक ट्वीट मिला जिसमें वायरल क्लिप वाले वीडियो का लंबा वर्ज़न था. इस ट्वीट में कहा गया कि ABVP कार्यकर्ता विश्वविद्यालय में फ़ीस बढ़ने और अन्य मामलों के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. वीडियो की शुरुआत में पुलिस से घिरे एक शख्स को बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है. ABVP सदस्य उनकी ओर बढ़ते हैं और सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं जिसके बाद हाथापाई होती है.

पीयूष राय ने ये भी ट्वीट किया था कि विश्वविद्यालय ने एक शिकायत दर्ज की थी और उसके आधार पर आठ छात्रों और 14 अन्य के खिलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

कुल मिलाकर, ये साफ है कि वीडियो हाल का नहीं है. हालांकि 2023 की इस घटना में ABVP कार्यकर्ताओं को पुलिस के साथ झड़प करते हुए दिखाया गया है, लेकिन इसे बिना संदर्भ के शेयर किया जा रहा है.

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