पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है. सोशल मीडिया पर इस चुनाव का असर दिख रहा है. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक वीडियो वायरल हुआ है. 1 मिनट 12 सेकंड के इस वीडियो में ममता बनर्जी गुस्से में कुछ कह रही हैं. दावा है कि ममता बनर्जी भाजपा के कारण बौखलाई हुई हैं. भाजपा दिल्ली से जुड़े मनोज खण्डेलवाल ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है. (आर्काइव लिंक)
भाजपा वाले ममता बानो को पागल करके ही मानेंगे
#MamtaBano
Posted by Manoj Khandelwal on Sunday, 6 December 2020
फ़ेसबुक यूज़र विजेंद्र ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “*भाजपा वाले इसे पागल करके छोड़ेंगे*” आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 31 हज़ार बार देखा जा चुका है. (आर्काइव लिंक)
*भाजपा वाले इसे पागल करके छोड़ेंगे*😄
Posted by Vijendera Dhoundiyal on Monday, 30 November 2020
एक और फ़ेसबुक यूज़र ने ये वीडियो इसी मेसेज के साथ पोस्ट किया है. (आर्काइव लिंक)
बीजेपी वाले इसे पागल करके छोड़ेगे😂😂😂
Posted by Laxman Sharma on Saturday, 19 December 2020
फ़ैक्ट-चेक
जून 2019 में ही ऑल्ट न्यूज़ इस वीडियो का फ़ैक्ट-चेक कर चुका है. ये वीडियो 2006 का है. 14 साल पुराना ये वीडियो पश्चिम बंगाल की विधानसभा है. उस वक़्त टाटा मोटर्स ने सिंगूर में टाटा नैनो के उत्पादन के लिए फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव दिया था. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष में रही तृणमूल कांग्रेस ने तत्कालीन CPI (M)की सरकार के खिलाफ़ विधानसभा में प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान विधानसभा में तोड़फोड़ भी की गई थी. NDTV की 1 दिसम्बर 2006 की वीडियो रिपोर्ट में विधानसभा में हुए प्रदर्शन और तोड़फोड़ के दृश्य दिखते हैं.
इस घटना का एक लम्बा वीडियो साल 2011 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया है. 8 मिनट 22 सेकंड के इस वीडियो में आप 2 मिनट 4 सेकंड पर वायरल वीडियो के दृश्य देख सकते हैं. इस वीडियो में विधानसभा में हुई तोड़फोड़ के दृश्य भी दिखते हैं.
पिछले कई सालों से ये वीडियो सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया जाता रहा है. नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी के खिलाफ़ ममता बनर्जी का गुस्सा दिखाने के झूठे दावे के साथ भी ये वीडियो शेयर किया गया था. साल 2019 के लोकसभा चुनावों के वक़्त ये वीडियो ममता बनर्जी के ‘वंदे मातरम’ कहने से इनकार करने के झूठे दावे से शेयर किया गया था.
कुल मिलाकर, पिछले कई सालों से ये वीडियो ममता बनर्जी पर निशाना साधने के लिए तरह-तरह के दावों से शेयर होता रहा है. जबकि ये साल 2006 में टाटा प्लांट के खिलाफ़ प्रदर्शन के दौरान का है.
पिछले हफ़्ते के 5 बड़े फ़ैक्ट-चेक:
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