“शाम होते ही #शराब के नशे में चूर हो जाने वाली से #कांग्रेस को उम्मीद हो सकती है मगर देश को नहीं है।” किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में लोगों से गुस्से में बोलती प्रियंका गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो के साथ प्रसारित संदेश यह है कि एक राजनीतिज्ञ के तौर पर उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वे शराब की आदि हैं। फेसबुक पेज ‘हमलोग‘ ने यह वीडियो इसी संदेश के साथ पोस्ट किया है। इसे 98,000 से अधिक बार देखा और 3,900 से अधिक बार शेयर किया गया है।

कई दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इसी संदेश के साथ यह फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया गया है। एक व्यक्तिगत पेज, विमल शर्मा, ने यह वीडियो पोस्ट किया है जिसे 1,40,000 से अधिक बार देखा और 6,000 से अधिक बार शेयर किया गया है।

नौ महिना पुराना वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि यही वीडियो एएनआई द्वारा 12 अप्रैल, 2018 को ट्वीट किया गया था। उसका कैप्शन था — “कैंडल लाइट मार्च में प्रियंका गांधी गुस्से में आ गईं, कहा, ‘कोई एक-दूसरे को धक्का नहीं मारेगा। आपलोगों को कारण समझना चाहिए, जिसके लिए आप यहां हैं। अगर आप सही व्यवहार नहीं कर सकते तो घर चले जाएं। अब आप सब खामोशी से वहां तक चलेंगे।” 

कई दूसरे मुख्यधारा मीडिया संगठनों ने भी इस घटना की खबर दी थी। प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्त्व में, कठुआ और उन्नाव बलात्कार मामलों के विरोध के लिए, मध्यरात्रि के कैंडल लाइट मार्च में थीं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, जब भीड़ उन्हें आगे नहीं बढ़ने दे रही थी और उनके बच्चों को जुलूस में धक्के लग रहे थे, तो वे गुस्से में आ गईं। इसके अलावा, हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया, “भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस के लिए मुश्किल काम था (उनमें से कुछ नशे में भी थे) क्योंकि कई लोग बैरिकेड लांघ गए थे और उन्हें तोड़ भी दिया। भीड़ के कारण इंडिया गेट के निकट ट्रैफिक का परिचालन रुक गया था।”

कांग्रेस द्वारा आयोजित कैंडल लाइट मार्च में अनियंत्रित भीड़ में लोगों को डांटती प्रियंका गांधी का वीडियो, उनके नशे में होने के झूठे संदेश के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। प्रियंका गांधी के बारे में झूठी खबर की यह घटना, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद हुई है।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.