कोलकाता में सरकार द्वारा संचालित RG कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर (पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी) के कथित बलात्कार और हत्या के बाद उसकी मौत की परिस्थितियों के बारे में अलग-अलग दावे सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक दावा वायरल है कि पीड़िता की पेल्विक गर्डल, कॉलरबोन और हाइपोइड हड्डी टूटी हुई पाई गई थी.

एक ट्वीट पर कमेंट करते हुए, N (@jadore_sucre) नामक एक एक्स यूज़र ने लिखा: “सिर्फ बलात्कार नहीं किया, उन्होंने उसे पूरी तरह से तोड़ दिया. उसके पूरे शरीर पर टूटी पेल्विक गर्डल, टूटी हड्डियां, खरोंचें और निशान. गर्दन पार्टिकली टूट हुई है…” ये फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट लिखे जाने तक इस कमेंट को 2.6 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 400 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने 14 अगस्त को मोजो स्टोरी पर एक शो को होस्ट किया. इसका टाइटल है, “लेग्स रिंच्ड ओपन, पेल्विक गर्डल ब्रोकन” | कोलकाता डॉक्टर रेप एंड मर्डर कवर अप.”

22 सेकंड पर, पत्रकार कहती हैं कि पीड़िता के परिवार ने इस पर चुप्पी तोड़ी है क्योंकि उन्हें उनकी बेटी कई फ्रैक्चर्स के साथ मिली. इसके बाद, 4 मिनट 10 सेकेंड पर, वो पैनल पर मौजूद एक डॉक्टर से मल्टीपल पेल्विक फ्रैक्चर के बारे में बात करने के लिए कहती हैं. इस पूरे वीडियो में एक टिकर चलाया जा रहा है जिसमें लिखा है, ‘एक से अधिक पेल्विक फ्रैक्चर, एक आदमी का काम नहीं’ – डॉ. राजा धर. हालांकि, शो में मौजूद राजा धर वीडियो में ऐसा कोई बयान नहीं देते हैं. मोजो स्टोरी के एक दूसरे शो में राजा धर ने कहा, ”…सोशल मीडिया पर बहुत कुछ चल रहा है. तो हमारे पास जो तथ्य आया है वो ये है कि पेल्विक फ्रैक्चर सहित कई फ्रैक्चर हुए हैं…”

Des (@tokyoblissx) नामक एक एक्स यूज़र ने कथित तौर पर पीड़िता पर 13 कथित चोटों की एक लिस्ट पोस्ट की जिसमें टूटी हुई हाइपोइड हड्डी, पेल्विक हड्डी और दाहिने हाथ की टूटी हुई अनामिका उंगली शामिल है. (आर्काइव)

एक प्रीमियम एक्स सब्सक्राइबर यूज़र ‘@epicnephrin_e’ बलात्कार-हत्या मामले से संबंधित अनवेरिफ़ाईड जानकारी सक्रिय रूप से पोस्ट कर रहा है. यूज़र ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक महिला दिख रही है जिसके बारे में यूज़र ने दावा किया कि वो पीड़िता की रिश्तेदार है. वीडियो में महिला का दावा है कि पीड़िता के पैर राइट ऐंगल से चौड़े पाए गए थे जो तभी संभव होगा जब पेल्विक गर्डल टूटा हो. (आर्काइव)

दरअसल, ये वीडियो मीडिया आउटलेट द लल्लनटॉप के साथ महिला के एक इंटरव्यू का हिस्सा है. उन्होंने उसकी पहचान पीड़ित परिवार के पड़ोसी के रूप में की. उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पेल्विक गर्डल फ्रैक्चर का ज़िक्र है.

एक और यूज़र सौविक राहा (@RahaSauvik) ने भी यही दावा किया. (आर्काइव)

1 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स वाले ‘प्रखर के प्रवचन’ नामक चैनल ने 17 अगस्त को यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में चैनल होस्ट ने दो डॉक्टरों को मामले के बारे में बोलने के लिए आमंत्रित किया था. डॉ. रक्षिता सिंह दो मेहमानों में शामिल थीं. वीडियो में 7 मिनट 45 सेकेंड पर, वो कहती हैं कि पीड़िता की चाची ने कहा था कि पीड़िता के पैर चौड़े थे और फिर डॉ. सिंह ने ये निष्कर्ष निकाला कि इसका मतलब है कि पेल्विक गर्डल टूटा था.

इस दावे को यूज़र्स कई सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर शेयर कर रहे हैं जिसमें एक इंस्टाग्राम टेम्पलेट भी शामिल है जिसे 34 लाख से ज़्यादा बार शेयर किया गया है. आगे, कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

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इसके अलावा, व्हाट्सऐप पर एक ऑडियो मैसेज तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला खुद को सोमा मुखर्जी नाम की डॉक्टर बताती है. उनका दावा है कि पीड़िता के पैर टूटे थे और उसकी पेल्विक हड्डी और कॉलर की हड्डी टूट गई थी. हम यहां क्लिप को एम्बेड नहीं कर रहे हैं क्योंकि इसमें कई अनवेरिफ़ाईड दावे भी हैं.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ पुलिस सूत्रों के माध्यम से पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को एक्सेस किया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कई चोटों का ज़िक्र है लेकिन कहा गया है कि पीड़िता के शरीर पर कोई हड्डी का फ्रैक्चर नहीं पाया गया था.

रिपोर्ट में चोटों और अलग-अलग अंगों की स्थिति का उल्लेख टेब्यूलर रूप में किया गया है. ‘मांसपेशियों की हड्डियां और जोड़’ टाइटल वाली रॉ में, एक कॉलम में लिखा है फ्रैक्चर – नॉट फ़ाउंड (नहीं मिला). दूसरे में कहा गया है, डिसलोकेशन – नील.

हमने एक फ़ोरेंसिक विशेषज्ञ से भी कॉन्टेक्ट किया जिन्होंने कहा, “इससे ये पता नहीं चलता कि हाइपोइड हड्डी में फ्रैक्चर है, जैसा कि गला घोंटने और फांसी के मामलों में उम्मीद की जा सकती है.”

पाठक ध्यान दें कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत गला घोंटने के कारण हुई.

हमें द टेलीग्राफ़ की एक रिपोर्ट भी मिली जिसमें एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के हवाले से लिखा था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई फ्रैक्चर नहीं दिखा है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफ़ी की गई थी और इसे CBI टीम को सौंप दिया गया था.

कुल मिलाकर, वायरल दावा ग़लत है कि मृत डॉक्टर की पेल्विक गर्डल, कॉलरबोन और हाइपोइड हड्डी टूटी हुई पाई गई थी. पोस्टमार्टम जांच रिपोर्ट में किसी भी तरह के फ्रैक्चर का कोई ज़िक्र नहीं है.

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