एक दर्दनाक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा कि मज़दूरी कर के लौट रहे मुस्लिम युवक को ज़बरदस्ती हिन्दू नारे लगाने पर मजबूर किया गया और नारे लगाने से मना करने पर मुस्लिम युवक को सांप्रदायिक संबोधनों के साथ बुरी तरह पीटा गया. दावे के मुताबिक, “कल रात 11:00 बजे नीमच सिटी के अंदर असामाजिक तत्वों द्वारा एक मुस्लिम युवक, जो मजदूरी करके लौट रहा था उसको ज़बरदस्ती नौ दस लोगों द्वारा धर्म विशेष के नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया नारे नहीं लगाने पर दीपू रावत और उसके साथियों द्वारा कटवा कहकर मारपीट की गई जिससे अनवर को गंभीर चोट आई उसकी एक आंख से दिख नहीं रहा है पैर और हाथ में फैक्चर है पुलिस प्रशासन एक व्यक्ति पर कार्रवाई कर थाने से वापस पहुंचा दिया दीपू उसके साथी खुलेआम घूम रहे हैं nimach सिटी थाने पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है अनवर के आगे पीछे बोलने वाला कोई नहीं है उसके दो छोटे बच्चे हैं उसकी बीवी का रो रो कर बुरा हाल है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं.”
ट्विटर यूज़र ज़फ़र अहमद ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया है. (आर्काइव लिंक)
कल रात 11:00 बजे नीमच सिटी के अंदर असामाजिक तत्वों द्वारा एक मुस्लिम युवक जो मजदूरी करके लौट रहा था उसको जबरदस्ती नौ दस लोगों द्वारा धर्म विशेष के नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया नारे नहीं लगाने पर दीपू रावत और उसके साथियों द्वारा कटवा कहकर मारपीट की गई pic.twitter.com/D3nK6yKTBs
— Zafar Ahmad (@ZafarAh88134716) March 18, 2021
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ये वीडियो #DalitLivesMatter के साथ फ़ेसबुक पर शेयर किया और मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा. उन्होंने इसे शेयर करते हुए जातीय ऐंगल दिया.
ट्विटर यूज़र डॉ. गोल्डी एम जॉर्ज ने इस घटना को जातीय ऐंगल के साथ ट्वीट किया है. (आर्काइव लिंक)
An absolute brutal show of caste power over Dalits in PM Modi’s India and Chauhan’s Madhya Pradesh. The boy was beaten until he turned entirely silent. Hindutva India is all about regeneration of Caste India, which Dr. Ambedkar refused long before. Shameful show#DalitLivesMatter pic.twitter.com/w15lOHQ7uP
— Goldy M George (@goldymgeorge) March 26, 2021
एक और ट्विटर यूज़र मुहम्मद अज़ीम ने भी इस वीडियो को सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया है. (आर्काइव लिंक)
कुछ लोग इस वीडियो में भी हिन्दू मुस्लिम करेंगे, pic.twitter.com/LxIlvX7BmW
— MUHAMMAD AZEEM (@writeazeem) March 19, 2021
फ़ेसबुक पर भी ये वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है.
एक न्यूज़ वेबसाइट ‘Zamana TV’ ने वायरल दावे के आधार पर खबर पब्लिश की है. (आर्काइव लिंक)
‘iP NEWS HINDI’ नाम के एक यूट्यूब चैनल ने भी इस वीडियो को सांप्रदायिक ऐंगल जोड़कर अपलोड किया. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
इस वीडियो से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए हमने कई शहर के पत्रकारों व सोशल ऐक्टिविस्ट से बात की. अर्जुन महर नाम के एक स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट ने बताया कि वीडियो में इस्तेमाल की जाने वाली भाषा पूर्वी राजस्थान की है. उन्होंने इस वीडियो की जानकारी जुटाने के लिए अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया जिसके जवाब में एक यूज़र ने इस वीडियो की जानकारी देने की बात कही. उस यूज़र ने साथ में 2 फ़ेसबुक अकाउंट (नागराज सत्तावन और केशव परीता) का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया.
इस विडियो की सत्यता जांचने के लिए @AltNews के एक साथी ने अभी मुझसे सम्पर्क किया था क्योंकि प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है..! यह विडियो 100% पूर्वी राजस्थान का है..! यहाँ के युवाओं को एक शौक़ लगा है गैंग बनाने का और आपसी गैंगवार में पिटाई करके विडियो डालने का.! pic.twitter.com/7Ors2vmKs6
— Arjun Mehar ☭ | अर्जुन महर ☭ (@Arjun_Mehar) April 6, 2021
हमने इन दोनों फ़ेसबुक अकाउंट को खंगाला तो पाया कि इस वीडियो को दोनों अकाउंट से 14 और 15 जनवरी, 2021 को शेयर किया गया था. साथ ही हमने इस वीडियो के अलावा एक अलग वीडियो भी पाया जिसे नागराज सत्तावन नाम के शख्स ने पार्ट-1 लिखकर 4 जनवरी 2021 को अपनी फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर शेयर किया था. इस वीडियो में नागराज सत्तावन अपने साथियों के साथ वीडियो में पिटते दिख रहे युवक राजा मैडी को जबरन गाड़ी में बैठाकर कहीं ले जा रहे हैं और उसे बंदूक की नोक पर जूता चाटने को मजबूर कर रहे हैं. एक यूज़र ने इस वीडियो को यूट्यूब पर भी अपलोड किया है.
राजा मैडी चोर part 1- जूते चाटता हुआ
Raja Maidi chor chor chor
Wait for next part 2
Posted by Nagraj Sattavan on Sunday, 3 January 2021
नागराज के वीडियो पर एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा, “नागराज भाई साहब आपके साथ उन्होंने जो किया वह गलत था आप लोग भी इसके साथ जो कर रहे हो वह भी गलत है भाई आपस में मीना मीना लड़ रहे है”.
इस कहानी का दूसरा पहलू जानने के लिए हमने यूट्यूब पर कुछ कीवर्ड सर्च किए जिससे एक यूट्यूब वीडियो का लिंक मिला. इस वीडियो का कैप्शन है – “राजा मेडी ने लिया बदला।। लाइव देखो। फूटा गुस्सा”. इन वीडियोज़ कुछ लड़के नागराज को बुरी तरह पीट रहे हैं.
हमें यूट्यूब पर एक और वीडियो मिला जिसमें राजस्थान के गंगापुर सिटी पुलिस द्वारा एक हत्या के मामले में वांछित अपराधी नागराज मीणा को गिरफ़्तार करने की खबर थी. वीडियो में पुलिस बताती है कि नागराज एक कुख्यात अपराधी है जिसके विरूद्ध हत्या, अपहरण व गंभीर मारपीट के मुकदमे दर्ज हैं. इस इलाके में इसकी दहशतगर्दी है और इसके ख़िलाफ़ अब तक कुल 9 प्रकरण पंजीकृत हैं. साथ ही, नागराज के ऊपर 2,000 राशि का इनाम भी है.
स्थानीय पत्रकार से बात करने पर पता चला कि इस घटना में न तो कोई सांप्रदायिक ऐंगल है और न ही कोई जातीय द्वेष. चूंकि दोनों तरफ़ के लोग एक ही जाति से ताल्लुक रखते हैं. ये आपसी रंजिश की घटना है.
वजीरपुर थाने की पुलिस से ऑल्ट न्यूज़ ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी इस मामले में किसी प्रकार के सांप्रदायिक या जातीय ऐंगल नहीं होने की पुष्टि की. साथ ही, हमें ये जानकारी दी गई कि ये आपसी वर्चस्व को लेकर चल रही रंजिश का मामला का है. ये मामला 2020 से चला आ रहा है और इसमें नामजद नागराज मीणा, नेहरू मीणा, सुमेर मीणा व दिलखुश को गिरफ़्तार किया गया है. फ़िलहाल वो जेल में हैं.
वायरल मेसेज किसी और ही घटना से संबंधित है
वायरल वीडियो के साथ शेयर किया गया दावा, दरअसल नीमच सिटी की घटना का है. इस घटना में शराब के नशे में धुत्त 8-10 अपराधियों ने अनवर खान के साथ रात के 11 बजे मारपीट की घटना को अंजाम दिया था. इसके लिए अनवर खान ने नीमच सिटी के पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा था. इस मामले में उस वक़्त 4 आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 341,323, 294, 506 के तहत गिरफ़्तार भी किया गया था.
इस बारे में ऑल्ट न्यूज़ ने नीमच सिटी थाने में अनवर खान केस के इनवेस्टिगेटिंग ऑफ़िसर कन्हैया लाल से बात की. पुलिस ने बताया कि ये घटना 11 मार्च 2021 की है. इस केस में शैतान मीना, चीकू व अन्य की गिरफ़्तारी भी हो चुकी है. इस घटना में भी किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था. ये आपसी लड़ाई की घटना थी जिसमें दो मामले दर्ज हुए थे.
नीमच सिटी के पुलिस अधीक्षक ने भी वीडियो के साथ वायरल दावे का खंडन किया है.
वायरल वीडियो और और उसके साथ किया गया दावा, दोनों अलग-अलग मामले हैं. इन दोनों घटनाओं में आपस में किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है. दोनों ही घटनाओ में कोई साम्प्रदायिक ऐंगल भी नहीं है. ये वीडियो मध्यप्रदेश का भी नहीं है.
NDTV पर सोशल मीडिया का निशाना, लेकिन क्या उसने झूठ रिपोर्ट किया था? :
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.