एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें 3 लड़के एक खेत में खड़े हैं और सब्जियों में इंजेक्शन लगा रहे हैं. इसपर एक आदमी उनका वीडियो बनाते हुए कह रहा है कि ये लोग सब्जी बढ़ाने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये वीडियो शेयर करते हुए लोग वीडियो में मौजूद लड़कों को किसान के नाम पर शैतान बता रहे हैं. और ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनपर कारवाई करने की मांग कर रहे हैं.

‘NCIB Headquarters’ नाम के अकाउंट ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि ये किसान के भेष में छिपे हुए शैतान हैं जिन्हें हम अन्नदाता कहकर पूजते हैं. ये हमारे नसों में ज़हर घोल रहे हैं. सरकार को शहर और गांव स्तर पर ऐसे लोगों को चिन्हित करके रासुका लगाकर कारवाई करनी चाहिए. (आर्काइव लिंक)

पत्रकार अखिलेश तिवारी ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

ये वीडियो इसी दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो से संबंधित की-वर्ड्स के साथ फ़ेसबुक पर सर्च किया. हमें इस वीडियो का लंबा वर्ज़न 2 सितंबर 2023 को Fatima Bonatto नाम के पेज द्वारा अपलोड किया हुआ मिला. ये वीडियो पोस्ट करते हुए यूज़र ने डिसक्लेमर दिया है कि ये वीडियो सिर्फ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है, इसे गंभीरता से न लें. इस वीडियो में भी 3 मिनट 5 सेकेंड पर एक डिसक्लेमर दिखता है. इसे नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में डिसक्लेमर को लाल घेरे से हाईलाइट किया गया है.

 

इस वीडियो में टेक्स्ट जोड़े जाने पर डिसक्लेमर छिपा हुआ है. लेकिन आगे के हिस्से में साफ लिखा हुआ नज़र आ रहा है कि व्यक्ति, जीवित या मृत, या वास्तविक घटनाएँ, पूरी तरह से संयोग है. ज्ञात हो कि ये डिसक्लेमर के स्टैन्डर्ड फॉर्मैट का हिस्सा है.

हमने इस पेज को चेक किया तो पाया कि इसपर ऐसे ही स्क्रिप्टेड वीडियोज़ अपलोड किये जाते हैं. हमें इस पेज पर 29 अगस्त 2023 को पोस्ट किया गया एक और वीडियो मिला. इस वीडियो में वही तीन लड़के बैंगन में इंजेक्शन देते हुए दिख रहे हैं. इसमें 2 मिनट 18 सेकेंड पर डिसक्लेमर दिया हुआ है जिसमें बताया गया है कि ये वीडियो पूरी तरह से काल्पनिक है. इसमें दिखाई गई घटनाएं स्क्रिप्टेड हैं और जागरूकता के लिए बनाई गई हैं.

ज़्यादा जानकारी जुटाने के लिए हमने यूट्यूब पर भी सर्च किया. हमें Social Message नाम की यूट्यूब चैनल पर ऐसा ही एक वीडियो 21 नवंबर 2022 को अपलोड किया हुआ मिला. गौर करने वाली बात ये है कि इस वीडियो में भी वही लड़का मौजूद है जो वायरल वीडियो में हाथ में इंजेक्शन लिए दिखा रहा है. इस वीडियो में भी 18 सेकेंड पर एक डिसक्लेमर दिया हुआ है जिसमें साफ तौर पर लिखा हुआ है कि वीडियो में दिखाई गई घटनाएं स्क्रिप्टेड हैं और सिर्फ जागरूकता के उद्देश्य से बनाई गई हैं.

कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने कुछ लड़कों द्वारा सब्जियों में इंजेक्शन लगाने का स्क्रिप्टेड वीडियो को सच मानकर शेयर किया.

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Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).