20 अक्टूबर के प्रसारण के दौरान, सुदर्शन न्यूज के सुरेश चव्हाणके ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को अपशब्द कहते हुए यह दावा किया कि, “चोरों और आतंकियो की मौत का मातम मनाने वाला ओवैसी #कमलेश_तिवारी के बलिदान के बाद झूम कर नाचा।” 18 अक्टूबर को हिन्दू समाज के नेता कमलेश तिवारी की हत्या हुई थी। चव्हाणके ने एक वीडियो चलाया और दावा किया कि हैदराबाद के सांसद तिवारी की हत्या के एक दिन बार यानि 19 अक्टूबर को डांस कर रहे है।
चोरों और आतंकियो की मौत का मातम मनाने वाला ओवैसी #कमलेश_तिवारी के बलिदान के बाद झूम कर नाचा
ऐसे लगा कि जैसे इसका कोई मिशन सफ़ल हुआ हो.@myogiadityanath @AmitShah और @narendramodi जी, इसका बाहर रहना न जाने और कितने #KamleshTiwari
की हत्या की वजह बनेगा@aimim_national #BindasBol pic.twitter.com/bggFOvUHWU— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) October 20, 2019
चव्हाणके ने अपने निजी ट्विटर हैंडल से प्रसारण साझा किया और AIMIM प्रमुख को हत्या के साथ जोड़ा –“चोरों और आतंकियो की मौत का मातम मनाने वाला ओवैसी #कमलेश_तिवारी के बलिदान के बाद झूम कर नाचा ऐसे लगा कि जैसे इसका कोई मिशन सफ़ल हुआ हो.@myogiadityanath @AmitShah और @narendramodi जी, इसका बाहर रहना न जाने और कितने #KamleshTiwari की हत्या की वजह बनेगा।”
एक घंटे के प्रसारण कार्यक्रम के एक या डेढ़ मिनट के हिस्से को चव्हाणके ने ट्वीट किया है। पूरा प्रसारण सुदर्शन न्यूज के आधिकारिक यूट्यूब पेज पर 21 अक्टूबर को अपलोड किया गया था, जिसका शीर्षक है -“कमलेश तिवारी की तबाही की धमकी देने वाले उन्मादी ओवैसी को गिरफ्तार करो।”
झूठी खबर
असदुद्दीन ओवैसी का यह वीडियो कमलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या करने के एक दिन पहले का है। इस क्लिप को ANI ने 18 अक्टूबर को अपलोड किया था और समाचार एजेंसी ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया था कि यह 17 अक्टूबर का वीडियो है –“महाराष्ट्र: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद में पैठण गेट पर अपनी रैली की समाप्ति के बाद डांस किया (17.10.2019)।”(अनुवाद) 18 अक्टूबर को तिवारी की हत्या हुई थी।
Maharashtra: AIMIM Chief Asaduddin Owaisi performs a dance step after the end of his rally at Paithan Gate in Aurangabad. (17.10.2019) pic.twitter.com/AldOABp2yd
— ANI (@ANI) October 18, 2019
ओवैसी: ” डांस नहीं था”
AIMIM प्रमुख का वीडियो औरंगाबाद में एक रैली के दौरान महाराष्ट्र चुनाव से पहले लिया गया था। जैसा कि ज़ी न्यूज़ द्वारा बताया गया है, ओवैसी वास्तव में डांस नहीं कर रहे थे , बल्कि अपनी पार्टी के प्रतीक, पतंग, को उड़ाने का प्रदर्शन कर रहे थे।
ओवैसी द्वारा इस समान कथन को मीडिया के सामने दोहराते हुए भी देखा जा सकता है। उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पतंग की डोर को खींच रहे थे, उन्होंने आरोप लगाया कि वीडियो में गाने को डाला गया है, “मैं म्यूजिक से बहुत दूर था और दूर भी रहूँगा।”
“Main apni party ke symbol patang ko kheench mara hu, kisi ne us video par koi gaana laga diya jo galat hai, hum aisi baaton par zyada dhyaan nahi dete” Aurangabad me Barrister Asaduddin Owaisi Sahab ka media ko bayaan @asadowaisi pic.twitter.com/uLttpHn34x
— Mohsin (@mohsinaddeen96) October 19, 2019
इसलिए, सुदर्शन न्यूज ने गलत सूचना प्रसारित करते हुए एक उत्तेजक प्रसारण चलाया। समाचार चैनल और उसके प्रमुख संपादक अक्सर सांप्रदायिक दावों से गलत सूचना को प्रसारित करते है। इससे पहले, संगठन ने आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या करने के नारे लगाने का एक वीडियो भी प्रसारित किया था। चैनल ने यह भी झूठी खबर फैलाई कि यूपी पुलिस के खिलाफ एक मस्जिद द्वारा ‘फरमान’ जारी किया गया था।
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