मुंबई में हुए ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का घोर आह्वान करने के कुछ दिनों बाद, तेलंगाना के विधायक T राजा सिंह ने 19 फ़रवरी को महाराष्ट्र के लातूर में शिव जयंती समारोह में भाग लिया और कहा कि अगर शिवाजी नहीं होते, तो सभी हिंदुओं का खतना कर दिया जाता. उन्होंने हिंदुओं से ये भी आग्रह किया कि वो पुलिस की कार्रवाई से न डरें और ‘लव जिहाद’ और ‘गौमाता को मारकर खाने वालों’ में शामिल सभी ‘अफ़ज़ल के वंशजों’ को सबक सिखाएं.

T राजा सिंह ने पहले एक वीडियो के माध्यम से ये घोषणा की थी कि वो इस साल छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती या शिव जयंती में भाग लेने के लिए लातूर जाएंगे. शिव जयंती महाराष्ट्र का एक त्योहार है जिसमें पहले छत्रपति और मराठा साम्राज्य के संस्थापक के जन्म का जश्न मनाया जाता है. ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ से अलग इस आयोजन की कोई राजनीतिक मांग नहीं थी. T राजा सिंह को ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ के बाद उनकी हेट स्पीच की वजह से पुलिस ने नोटिस भेजा था. वीडियो में उन्होंने अपने दर्शकों से इस साल की शिव जयंती को एक ऐतिहासिक घटना बनाने का आग्रह किया.

हर साल की तरह लातूर में शिव जयंती पर बाइक रैली निकाली गई थी जो सुबह 10 बजे शुरू होनी थी. रैली में देरी हुई और ये 11 बजे शुरू हुई. ये रैली इन रास्तों से गुज़री: सिद्धेश्वर रत्नेश्वर चौक – साईं नाका – पुराना रेनापुर नाका – नंदी स्टॉप – राजीव गांधी चौक – बसेश्वर चौक – शिवाजी चौक. इसमें 13.3 किलोमीटर की दूरी तय की गई. रैली दोपहर करीब 12 बजकर 45 मिनट पर शिवाजी चौक पहुंची थी.

बाइक रैली की शुरुआत में एक व्यक्ति वाहन के सनरूफ से बाहर निकला और कार की छत पर लगी छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर माला चढ़ाई. इसके बाद रैली को सिद्धेश्वर रत्नेश्वर चौक से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि इस बाइक रैली में एक भी प्रतिभागी ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था. कुछ व्यक्तियों को कारों के ऊपर बैठे या ऑटो-रिक्शा के किनारों पर खड़े होकर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए देखा जा सकता है.

दोपहर 1 बजे के आसपास, T राजा सिंह, एक भाजपा नेता और निलंगा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक संभाजी पाटिल निलंगेकर के साथ एक जीप पर सवार होकर, मुख्य कार्यक्रम स्थल यानी छत्रपति शिवाजी चौक में दाखिल हुए. उनका भव्य प्रवेश इस यूट्यूब वीडियो में देखा जा सकता है.

इसके बाद भीड़ को संबोधित करने के लिए टी राजा एक ऊंचे एलिवेटेड मंच पर चढ़ गए. ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ की तरह यहां भी उन्होंने सवाल पूछकर अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने कहा, ”छत्रपति शिवाजी महाराज न होते तो क्या हिंदू जिंदा होते?” इस पर भीड़ ने जोरदार जयकारे लगाए. फिर उन्होंने कहा कि अगर शिवाजी महाराज न होते तो सभी हिंदुओं का खतना कर दिया गया होता.

नीचे T राजा सिंह के भाषण का सारांश है. भाषण का एक ट्रांसक्रिप्ट यहां पढ़ा जा सकता है.

सारांश: जब छत्रपति शिवाजी युवा थे, तब औरंगजेब इस देश पर शासन करता था जो कोई भी हिंदुओं और उनके अधिकारों के बारे में बात करने की हिम्मत करता था उसे औरंगज़ेब और उसकी सेना द्वारा प्रताड़ित किया जाता था. वो मंदिरों को तोड़कर उनके ऊपर मस्जिदें बनवाते थे. औरंगजेब ने बस यही किया था. एक बार औरंगजेब के काफिले ने रास्ते में एक छोटा सा मंदिर देखा. उन्होंने तुरंत आदेश दिया कि मंदिर को तोड़ दिया जाए. उनकी सेना ने इस आदेश का पालन किया और मंदिर को तोड़ दिया. उन्होंने मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर पेशाब भी किया.

आज लोग अपने बच्चों को सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते हैं. लेकिन जीजा माता ने शपथ ली थी कि उनका बच्चा छत्रपति शिवाजी महाराज बड़ा होकर औरंगजेब को सबक सिखाएगा. शिवाजी महिलाओं, मंदिरों, और जानवरों की रक्षा करेंगे. जीजा माता ने छत्रपति शिवाजी महाराज को सभी ग्रंथों का ज्ञान दिया. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को योद्धा बनने के लिए तैयार किया. शिवाजी ने 12 साल की उम्र में अपना ग्रुप बना लिया था. एक बार एक कसाई एक गाय को बेरहमी से खींच रहा था, और छत्रपति शिवाजी महाराज ने हस्तक्षेप किया, कसाई ने उन्हें धमकाया. अंत में छत्रपति शिवाजी महाराज ने ये कहते हुए कसाई को जवाब दिया कि गाय माता के समान है और इसकी रक्षा करना उनका कर्तव्य है. छत्रपति शिवाजी महाराज ने कहा, “जिसने भी गाय का वध किया है, उसका वध मुझे करना चाहिए.” इससे पहले कि ये कसाई युवा छत्रपति शिवाजी महाराज पर हमला कर पाता, उन्होंने तलवार निकाली और कसाई के हाथ काट दिए. ये थे हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज. आज का युवा पुलिस के डंडों से डरा हुआ है. उनके खिलाफ एक छोटी सी शिकायत उन्हें डरा देती है और वो अपने घरों में छिपने लगते हैं. ये वीरों की भूमि है; ये छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि है… इस भूमि में गायों को काटा जा रहा है और युवा सिर्फ सोशल मीडिया पर विरोध कर रहे हैं.

मैं युवाओं से पूछना चाहता हूं कि हमारी रगों में दौड़ता खून शिवाजी का है या नहीं? ये शिवाजी का खून है, है ना? फिर शपथ लें कि जब तक आप जीवित हैं, गौमाता (गाय) को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता. गाय सभी हिंदुओं की माता है. ये लौंडे (मुस्लिम युवकों का ज़िक्र करते हुए) गौमाता को मारकर खाते हैं. कुछ तो शर्म करो हिन्दुओं. 100 करोड़ की आबादी होने के बावजूद महाराष्ट्र में इतनी बड़ी हिंदू आबादी होने के बावजूद भी गौमाता का वध किया जा रहा है. जानवरों को मारने के खिलाफ कानून का क्या हुआ? मेरा मेसेज वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए है. अगर आप इस ज़मीन पर शासन करना चाहते हैं तो आपको बालासाहेब ठाकरे का रास्ता अपनाना होगा और हिंदुओं के अधिकारों की बात करनी होगी. और मुझे आपको (भीड़ को) ये याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि हिंदू धर्म छोड़ने वालों के साथ क्या हुआ. हम इस देश को अखंड हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखते हैं. हमें छत्रपति शिवाजी महाराज के सपने को पूरा करना है. अगर आप इस सपने को पूरा करना चाहते हैं तो अफ़ज़ल के सभी वंशजों को एक सबक जरूर सिखाएं. छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफ़ज़ल की छाती फाड़ दी और उसके ऊपर भगवा झंडा लहरा दिया. उस समय तो एक ही अफ़ज़ल था लेकिन आज हर सड़क, हर गली, हर गली, हर विधानसभा में भी अफ़ज़ल है.

अफ़ज़ल खान के वंशजों को सबक सिखाने के लिए तैयार हो जाओ. तैयार हो जाओ, हिंदुओं. ये कोई राजनीतिक मंच नहीं है लेकिन फिर भी मुझे अधिकारियों को एक मेसेज देना है. मैं अपना गुस्सा जाहिर नहीं कर रहा हूं, ये लोगों का गुस्सा है. इस देश में कोई ‘लव जिहादी’ नहीं रहना चाहिए. आज ये हमारी बेटियों और बहनों को बेवकूफ बनाकर लव जिहाद में फंसाते हैं. उन्हें बच्चे पैदा करने वाली मशीनों में बदल दिया जाता है. और जो इनकार करती हैं, उसके 35 टुकड़े कर दिए जाते हैं जैसे दिल्ली में हुआ था (श्रद्धा वाकर हत्याकांड का हवाला देते हुए). हमारी बेटियों और बहनों के साथ बलात्कार और हत्याएं हो रही हैं. आप सभी को मेरा यही मेसेज है: जब हिंदुओं की बात आती है, तो आपको एकजुट रहना होगा. जिस दिन ये एकता टूट जायेगी उस दिन हिन्दू मिट जायेंगे. इन लव जिहादियों पर पलटवार करें. लव जिहाद को कौन रोकेगा? धर्म परिवर्तन कौन रोकेगा? आप. आप एक ही बार जीते हैं, इसलिए इतिहास रचते हुए मरिए… और मेरा मेसेज हमारे सेक्युलर भाइयों को है कि हम भाई-भाई नहीं हो सकते. क्या शिवाजी महाराज और औरंगजेब कभी भाई हो सकते हैं? क्या महाराणा प्रताप और अकबर कभी एक हो सकते हैं? क्या गाय का कसाई और गौ-पूजक कभी एक हो सकते हैं? हम ‘वंदे मातरम्’ गाते हैं और आप नहीं गाते. क्या हम कभी एक हो सकते हैं? अभी कुछ देर पहले पुलिस ने मुझे नोटिस दिया था और मुझसे कहा गया था कि मैं यहां भाषण नहीं दे सकता. तो मैंने उनसे कहा, बिल्कुल, मैं कुछ नहीं कहूंगा…

हिंदुत्व वॉच ने इस भाषण का एक हिस्सा ट्विटर पर कम्पाइल और अपलोड किया था.

कार्यक्रम खत्म होने के बाद एक हेलीकॉप्टर आया और शिवाजी चौराहे पर फूलों की पंखुड़ियां गिराईं. इसका वीडियो यहां देखा जा सकता है.

T राजा सिंह ने भाजपा के पूर्व सांसद रूपताई पाटिल निलंगेकर के आवास का भी दौरा किया जहां युवा मोर्चा भाजपा लातूर के महासचिव शंकर सुधाकर शिंगारे और भाजपा युवा विंग महाराष्ट्र की राज्य सचिव प्रेरणा होनराव मौजूद थे. इस यात्रा की तस्वीरें शाम को 9 बजे से साढ़े 9 बजे के बीच अपलोड की गई थीं.

ऑल्ट न्यूज़ ने इस बात की पुष्टि करने के लिए कई पुलिस अधिकारियों से बात की कि क्या टी राजा सिंह को कार्यक्रम से पहले नोटिस दिया गया था, जैसा कि उन्होंने दावा किया था, और क्या पुलिस इस मामले को देख रही थी. वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ भी बयान देने से इनकार कर दिया, वहीं एक कनिष्ठ अधिकारी ने हमें बताया कि मामले की जांच की जा रही है. एक और अधिकारी ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि राजा सिंह के भाषण की एक रिकॉर्डिंग और उसका ट्रांसक्रिप्ट वरिष्ठ अधिकारियों को एक नोट के साथ सौंपा गया था कि इसके कुछ हिस्से आपत्तिजनक थे.

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