रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने रिलायंस समूह की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में भाषण क्या दिया देखते-ही-देखते उनके भाषण के वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया।

अनंत की भाषण देने की उत्तेजक शैली सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड होती रही, उनको लेकर जोक्स और मीम्स बनाकर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा।

इस भाषण की लोकप्रियता और सोशल मीडिया पर इसको मिलने वाली प्रतिक्रियाएं इतनी अधिक थी, कि ScoopWhoop, DailyO और Storypick जैसे सभी प्रकाशनों ने इस खबर को अपनी वेबसाइट पर छापा।

हालांकि यह कहानी लम्बे समय तक नहीं चली, ScoopWhoop ने इस खबर को पोस्ट करने कुछ ही देर बाद हटा भी लिया।

एक अन्य पोर्टल, Storypick जिसकी कहानी अनंत अम्बानी के प्रति सहानुभूति प्रगट करती थी। उसने भी दबे पावं अपना लेख डिलीट कर दिया।

DailyO ने लेख हटाने की वजह से इनदोनों वेबसाइट का मजाक उड़ाया। DailyO ने अपने लेख में लिखा कि ‘2018 में, Google खोज अनंत अम्बानी पर कुछ और लेख दिखा रहा, जिनमें से दो (ScoopWhoop और StoryPick) अब रहस्यमय रूप से गायब हो गए हैं। रिलायंस Jio कंपनी के युवा अम्बानी की लोकप्रियता में अचानक इतनी बढ़ोतरी क्यों? ऐसा लग रह जैसे वह एक meme बन गये है।’

व्यंगपूर्वक, इस रेस में DailyO ही अगला था, उसने भी चुपचाप अपने लेख को डिलीट कर दिया। अनंत अम्बानी के भाषण के बारे में लिखकर डिलीट करने वाले अन्य प्रकाशनों में MensXP, Nyoooz.com, The Social Monk, Social Samosa और International Business Times थे।

वहीं दूसरी ओर, कुछ प्रकाशनों ने कहानी को सकारात्मक रूप से पेश किया और उनके लेख अब भी बरकरार हैं। इकोनॉमिक टाइम्स के लेख का शीर्षक था-‘रिलायंस के 40 साल: अनंत अंबानी का उत्साहपूर्ण भाषण’

2013 की शुरुआत में जब ये खबर आई थी कि जिस एस्टन मार्टिन (कार) का दुर्घटना हुआ उसे मुकेश अंबानी के बेटे चला रहे थे। इस खबर को समाचार संगठनों द्वारा शुरू में कवर किया गया लेकिन बाद में हटा लिया गया था। NDTV ने अपनी वेबसाइट पर अनंत अंबानी की कहानी को संरक्षित रखा है। यह नकारा नहीं जा सकता कि जब अंबानी परिवार या रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिपोर्ट की बात आती है तो मुख्यधारा के मीडिया संगठनों में आम तौर पर एक भयानक, सहमतिपूर्ण मौन दिखाई देता है। चुपचाप अपनी बात वापस लेने के लिए मज़बूरी का खुलासा तो कभी नहीं किया जा सकता लेकिन रिलायंस जैसे एक कार्पोरेट दिग्गज का प्रभाव और सामान्य रूप से कॉर्पोरेट और मीडिया हाउस के बीच घनिष्ठता अक्सर यह आवश्यक बना देती है कि आलोचना या मजाक उड़ाने वाले खबरों और घटनाओं की रिपोर्ट में नरमी बरती जाए।

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