इस वीडियो के हिंसक ग्राफ़िक को देखते हुए स्टोरी में हमने सिर्फ स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल किया है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कई शव दिखते हैं. इनमें से ज़्यादातर शव महिलाओं के हैं. लगभग एक मिनट लंबे इस वीडियो में एक टेक्स्ट भी है जिसमें लिखा है, “बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात.” वीडियो में स्ट्रेचर पर घायल लोग भी है, साथ ही मृतकों के लिए विलाप कर रहे लोग भी मौजूद हैं.

ये क्लिप इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के बीच बांग्लादेश में मुसलमानों ने कई हिंदू महिलाओं का बलात्कार किया और उनकी हत्या की. पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ रैलियों से शुरू हुआ ये उपद्रव मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली नई सरकार के गठन के बाद भी कम नहीं हुआ है.

X यूज़र सोनाली राय (@RaiSonali17) ने ये वीडियो ट्वीट किया और आरोप लगाया कि बांग्लादेश में महिलाओं का बलात्कार किया गया और मुसलमानों ने उनकी हत्या की. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, इस पोस्ट को 3 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और करीब 5,500 बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

X यूज़र मनोज श्रीवास्तव (@ManojSr60583090) ने भी ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि 1 से 70 साल तक की सभी उम्र की महिलाओं का मुस्लिम पुरुषों द्वारा बलात्कार किया गया और हत्या की गई. (आर्काइव)

हमने देखा कि कई X अकाउंट्स ने भी इसी दावे के साथ वायरल वीडियो पोस्ट किया है. (आर्काइव – लिंक 1लिंक 2लिंक 3)

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यही दावा फ़ेसबुक पर भी वायरल है.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के बारे में पता लगाने के लिए वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये वीडियो 5 जुलाई, 2024 को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया मिला. यहां ये बात तो साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो कम से कम 5 महीने पुराना है.

इसके बाद, हमने वायरल वीडियो के एक अलग फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये वीडियो 3 जुलाई, 2024 को यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ मिला. इस यूट्यूब वीडियो की तुलना वायरल वीडियो से करने पर हमें मालूम हुआ कि ये एक ही जगह के वीडियोज़ हैं. नोट करें कि फ़ुटेज के हिंसक ग्राफ़िक के कारण स्टोरी में ऑल्ट न्यूज़ उन फ़्रेम्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.

वीडियो के कैप्शन से हमें पता चला कि ये उत्तर-प्रदेश के हाथरस में ‘भोले बाबा’ नाम के एक बाबा के सत्संग (आध्यात्मिक प्रार्थना) के आयोजन स्थल पर हुई दुखद भगदड़ के बाद की स्थिति का वीडियो है. इसके अलावा, वीडियो में दिए गए विवरण में बताया गया है कि 122 लोगों की मौत हो गई है और उनमें ज़्यादातर महिलाएं हैं.

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें हिंदुस्तान टाइम्स का एक आर्टिकल मिला जिसमें 2 जुलाई को फुलराई गांव में 121 लोगों की मौत (ऊपर यूट्यूब वीडियो में बताई गई 122 की गिनती से अलग) की सूचना दी गई है.

छानबीन के दौरान सामने आयी बातों से ये पता चलता है कि ‘भोले बाबा‘ एक भूतपूर्व पुलिस कांस्टेबल हैं जो स्वयंभू भगवान बन गए हैं. उनका असली नाम सूरज पाल सिंह है. आगे की जांच करने पर, हमने पाया कि शुरू में सिर्फ 80 हज़ार लोगों को प्रार्थना स्थल में प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कार्यक्रम में लगभग 2,50,000 लोग शामिल हुए. कार्यक्रम के बाद, जैसे ही सूरज पाल सिंह अपनी कार में जाने के लिए मंच से उतरे, उनके पीछे बहुत से लोग उनके पैर छूने के लिए दौड़ पड़े जिससे इस प्रक्रिया में एक घातक भगदड़ मच गई और 121 लोगों की मौत हो गई.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो जिसके साथ आरोप लगाया गया कि बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा कई हिंदू महिलाओं का बलात्कार और हत्या की गई है, वास्तव में 2 जुलाई, 2024 को भारत के उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई एक दुखद भगदड़ के बाद की फ़ुटेज है.

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