व्हाट्सएप पर प्रसारित एक वीडियो, जिसमें एक कमरे में कई शवों को ज़मीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के साथ दावा किया गया है कि 500-2000 रोहिंग्या मुसलमान छोटे-छोटे समूह में मध्यप्रदेश में 17 से 18 साल के बच्चों को अगवा कर रहे हैं। संदेश में आगे बताया गया है कि उनके पास हथियार भी है और बच्चों को स्कूल के बाहर से अगवा कर रहे हैं। वीडियो के भयानक होने के कारण, ऑल्ट न्यूज़ ने इसे लेख में समावेश नहीं करने का निर्णय किया है। हालांकि, आप वीडियो को यहां पर देख सकते हैं।

साझा किये गए संदेश के मुताबिक,“सावधान मध्यप्रदेश में 500से 2000 लोगों की अलग अलग रोहिग्या मुस्लिमो की टोली आई है उनके साथ महिलाएं और उनके पास हथियार भी है और वो 17 या 18 साल तक के लड़कों को पकड़ के ले जाते है स्कूल के आस पास से .. इसको आप सारे ग्रुप में शेयर करें।भोपाल पुलिस”

ऑल्ट न्यूज़ को अपनी मोबाइल एप के साथ-साथ अन्य माध्यम पर, इस वीडियो की सत्यता की जांच करने के लिए अनुरोध किया गया है।

2017 ब्राज़ील जेल में हुए दंगे का वीडियो

ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो की जून में ही पड़ताल की थी, जब इस वीडियो को बिहार से झारखंड जाने वाले कुछ लोगों द्वारा मासूम लोगों को मार कर उनके अंगो को बेचने के दावे से साझा किया गया था।

यह वीडियो पहली बार पुर्तगाल की वेबसाइट gorebrasil.com पर 18 जनवरी, 2017 को प्रकाशित हुआ था। AFP द्वारा अनुवादित लेख के अनुसार, 14 जनवरी, 2017 को ब्राजील में Alcaçuz जेल में दंगा हुआ था।

वीडियो में 20वें सेकंड पर आप एक व्यक्ति को देख सकते हैं, जिसके टीशर्ट पर “Polícia Civil” लिखा हुआ है, जो अक्सर ब्राजील में ‘सिविल पुलिस’ के लिए लिखा जाता है।

14 जनवरी को, Alcaçuz जेल में प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच दंगा हुआ था, जिसके कारण कम से कम 30 कैदियों की मौत हो गई थी। इस हिंसा के बाद, तस्वीर में शवों को ज़मीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है। इस घटना को व्यापक रूप से आंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी प्रकाशित किया था, जिसमें द गार्डियन, AFP, अल जज़ीरा और BBC शामिल है।

द गार्डियन के लेख के मुताबिक “एक ड्रग गैंग के सदस्यों ने अल्काकज़ (Alcacuz)जेल में एक खेमे पर हमला कर दिया, जहां पर उनके विरोधी आराम कर रहे थे, यह बात रविवार को रियो ग्रांडे नॉर्ट राज्य के सुरक्षा सचिव ने कही,”– -(अनुवाद)। जनवरी 2018 में, जेल में हुई इस घटना में करीब 140 कैदियों की मौत हो गई थी।

द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, “माना जा रहा है कि गैंग के बीच हुई झड़प ड्रग तस्करी के लाभदायक रास्तों पर नियंत्रण को लेकर हुई थी।”-(अनुवाद)। इसमें आगे बताया गया है कि,“सर काटना और अंगो को विखंडित करना ब्राज़ील की हिंसा में एक आम बात है, जिसमें करीब 40 फीसदी कैदियों को सजा सुनाई जानी है, लेकिन क्रूरता की इस लहर ने यहां पर कई लोगों को भयभीत कर दिया है”-(अनुवाद)।

उस समय अल्काकज़ जेल प्रशासन इस हिंसा के सन्दर्भ वीडियो के असलियत के बारे में एएफपी के सवालों से खामोश थी लेकिन मुख्य धारा की मीडिया इस विकृत शवों के वीडियो के बारे में ऐसी ही कल्पना भरी बातें कर रही थी।

बच्चा चोरी की अफवाहों की वजह से पिछले साल भी कम से कम 30 लोगों की हत्या हुई थी, और अब सोशल मीडिया में यह अफवाहें फिर से वायरल है। ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले 24 घंटो में ऐसे ही चार झूठे दावों को ख़ारिज किया है(1, 2, 3, 4)। इन अफवाहों में से ज़्यादातर अफवाहें मध्यप्रदेश से संबधित है, जिस राज्य में पिछले 10 दिनों के भीतर 15 हमले बच्चा चोरी की अफवाहों के चलते हुए हैं।

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.