व्हाट्सऐप पर एक मेसेज वायरल हो रहा है. दावा है कि दादर साइबर क्राइम पुलिस ने व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन के खिलाफ़ भ्रामक मेसेज फ़ॉरवर्ड करने के लिए 52 केस दर्ज़ किये गए हैं. इस मेसेज का श्रेय “गृह मंत्रालय में प्रमुख सचिव, रवि नायक” को दिया गया है.

मेसेज में दावा किया गया है कि दादर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में 52 ग्रुप्स के एडमिन को गिरफ़्तार किया है. उन्हें ग्रुप में भ्रामक जानकारियां शेयर करने के कारण गिरफ़्तार किया गया हैं. इस मेसेज को गृह मंत्रालय में प्रमुख सचिव, रवि नायक द्वारा जारी किया हुआ बताया गया है.

ये मेसेज फ़ेसबुक पर भी वायरल है. कुछ यूज़र्स ने इस मेसेज के साथ 2 अलग-अलग वीडियो भी शेयर किये हैं.

Beware of the following reason👇👇
52 group admins are now at dadar cyber crime police station. For having misleadingfowards in the group. My old building group admins are seating there A case is being registered against every admin.

U will get bail at police station but have to fight in criminal court with a jail term from 1 to 5 years.

. No explanation accepted as Admin I did not see it or did not knew the authenticity, or did not knew it was forwarded.

So kindly bear it. 🙏🙏🙏🙏

*information*

All honorable members of the group are informed that right now any post related to Corona virus has been declared a punishable offense by the Central Government, only a government agency can post on Corona. In case of wrong post or message, action will be taken against the members of the entire group including the group administrator by registering a lawsuit under the IT Act, so keep in mind be safe!

*Ravi Nayak*
*Principal Secretary*
*Ministry of Home Affairs, Government of India*

Posted by Ashish Vengurlekar on Tuesday, 31 March 2020

 

Beware of the following reason👇👇
52 group admins are now at dadar cyber crime police station. For having misleadingfowards in the group. My old building group admins are seating there A case is being registered against every admin.

U will get bail at police station but have to fight in criminal court with a jail term from 1 to 5 years.

. No explanation accepted as Admin I did not see it or did not knew the authenticity, or did not knew it was forwarded.

So kindly bear it. 🙏🙏🙏🙏

*information*

All honorable members of the group are informed that right now any post related to Corona virus has been declared a punishable offense by the Central Government, only a government agency can post on Corona. In case of wrong post or message, action will be taken against the members of the entire group including the group administrator by registering a lawsuit under the IT Act, so keep in mind be safe!

*Ravi Nayak*
*Principal Secretary*
*Ministry of Home Affairs, Government of India*

Posted by Satpal Singh Ohsaan on Tuesday, 31 March 2020

ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल ऐप और व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर मेसेज की सच्चाई जानने के लिए कुछ रीक्वेस्ट मिली हैं.

फ़ैक्ट-चेक

गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर ‘रवि नायक’ नाम के किसी भी व्यक्ति के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली. इसके अलावा मेसेज में बताए गए पद ‘प्रमुख सचिव’ के बारे में भी कोई जानकारी वेबसाइट पर देखने को नहीं मिली. गृह मंत्रालय में विभाग के प्रशासनिक पद पर ‘गृह सचिव’ कार्यरत होते हैं.

ऑल्ट न्यूज़ ने मुंबई के दादर नगर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया. हमें बताया गया कि किसी भी व्यक्ति को व्हाट्सऐप में गलत या भ्रामक जानकारी शेयर करने के चलते गिरफ़्तार नहीं किया गया है.

वीडियो 1

हमने पाया कि मेसेज के साथ वायरल हो रहा पहला वीडियो ‘जेजे नगर पुलिस स्टेशन’ में 30 मार्च को हुई गिरफ़्तारी से जुड़ा हुआ है. दरअसल 24 वर्षीय युवक मोहम्मद अली को व्हाट्सऐप पर गलत मेसेज शेयर करने के कारण गिरफ़्तार किया गया था. इस घटना को ‘मुंबई मिरर’, ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ और ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने भी रिपोर्ट किया था. युवक ने ये फ़र्ज़ी मेसेज शेयर किया था कि दक्षिण मुंबई में लॉकडाउन को लागू करवाने के लिए आर्मी को बुलाया गया है.

वीडियो 2

इस वीडियो को कई फ़्रेम में तोड़ गया. इसके बाद रिवर्स सर्च करने पर इस वीडियो को 2018 में शेयर किया हुआ पाया. ये वीडियो खबरी लाल नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 12 जुलाई 2018 को अपलोड किया था. वीडियो में दिख रहे ऑफिसर का नाम टीके विद्यार्थी है, ये उस समय मध्यप्रदेश के नीमच जिले से एसपी के पोस्ट पर तैनात थे.

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इस तरह व्हाट्सऐप पर एक फ़र्ज़ी मेसेज शेयर हो रहा है. मेसेज में किसी अनजान व्यक्ति का नाम लेकर इसे गृह मंत्रालय द्वारा जारी बताया गया. मेसेज के साथ शेयर किये गए दोनों वीडियो भी दूसरी घटना से जुड़े हुए हैं. पहले भी व्हाट्सऐप पर एक फ़र्ज़ी ऑडियो क्लिप शेयर कर नागपुर में कोरोना वायरस के 59 केस पाज़िटिव आने की झूठी बात फैलाई गई थी. हालांकि इस घटना में नागपुर पुलिस ने इस फ़र्ज़ी दावे को शेयर करने वाले व्यक्ति की गिरफ़्तारी भी की थी.

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