सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में दिखाने वाले बिलबोर्ड की एक तस्वीर शेयर की जा रही है. कुछ यूज़र्स का दावा है कि ये बिलबोर्ड नई दिल्ली में हाल ही में लगाया गया है, जहां 9 और 10 सितंबर को जी20 की बैठक होनी है. कई पत्रकारों और राजनेताओं ने ये कहते हुए तस्वीर शेयर की कि ये उन विश्व नेताओं के प्रति अपमानजनक है जो भारत आ रहे हैं.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 7 सितंबर को इस कैप्शन के साथ तस्वीर शेयर की: “कोई उन्हें समझाए कि हम भारतवासियों के लिए “अतिथि देवो भवः” है, न कि किसी भाजपा नेता की चाटुकारिता. ध्यान रहे, यह बड़े इंजन की छोटे इंजन के साथ वाला पोस्टर नहीं है. ये हमारे मेहमानों की बेइज्जती है.” हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.

वरिष्ठ वकील प्रदीप राय ने भी ये तस्वीर X (ट्विटर) पर शेयर की और पत्रकार रोहिणी सिंह ने उन्हें कोट-ट्वीट करते हुए कैप्शन दिया: “मेहमानों को अपमानित करने का पूरा प्रबंध है.”

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अमेरिकी दैनिक न्यूज़ पेपर, वाशिंगटन पोस्ट ने भी 7 सितंबर को पब्लिश अपनी हालिया रिपोर्ट में ये तस्वीर शेयर की.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने बिलबोर्ड की तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें 6 अप्रैल, 2023 की न्यूज़ आउटलेट द क्रिश्चियन साइंस मॉनिटर की एक रिपोर्ट मिली. यानी, ये साफ़ है कि ये तस्वीर या बिलबोर्ड हाल का नहीं है, जैसा कि सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया है.

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें इस साल अप्रैल की कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें बताया गया था कि पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया में सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेता हैं. ये सर्वे मॉर्निंग कंसल्ट द्वारा 22 वैश्विक नेताओं के लिए 22 से 28 मार्च, 2023 के बीच जमा किए गए डेटा के आधार पर किया गया था. पीएम मोदी 76% की उच्चतम अप्रूवल रेटिंग के साथ पहले स्थान पर हैं. ये डेटा हर हफ्ते अपडेट किया जाता है.

फ़रवरी 2023 में भी पीएम नरेंद्र मोदी वैश्विक अप्रूवल रेटिंग में पहले स्थान पर थे. देखा जा सकता है कि बिलबोर्ड पर मोदी की रेटिंग भी 78% दिखाई गई है. इससे ये संभावना बनती है कि बिलबोर्ड अप्रैल 2023 से पहले लगाया गया था.

कुल मिलाकर, ये साफ़ है कि सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेता के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी की बिलबोर्ड की तस्वीर पुरानी है और नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन से पहले हाल ही में लगाई गई नहीं है.

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