5 अप्रैल के ब्रॉडकास्ट में ‘न्यूज़18’ ने ये प्रसारित किया कि प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने लोगों से 5 अप्रैल की रात लाइट बंद कर दिए जलाने की जो अपील की थी उसे पूरी दुनिया से समर्थन मिल रहा है. सार्क देशों के अलावा जापान, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य देशों ने इस मुहिम में हिस्सा लिया. चैनल ने इसे ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ के तौर पर दिखाया.
ये गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी ने 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए हर नागरिक को घर की सभी लाइटें बंद कर दिये, मोमबत्ती या टॉर्च जलाने के लिए कहा था. देश फ़िलहाल कोरोना वायरस की आपदा से जूझ रहा है और इस अंधेरे को दूर करने के लिए पीएम मोदी ने सभी को इस मुहिम का हिस्सा बनने की अपील की थी. उनकी इस अपील को देश भर से काफ़ी ज़्यादा रिस्पॉन्स मिला था. देश में इसे ‘मिनी दिवाली’ की तरह मनाया गया. ‘न्यूज़18’ के मुताबिक इसे पूरे विश्व भर से प्रतिक्रिया मिलीं.
#BREAKING– PM मोदी की 9 बजे 9 मिनट के लिए लाइट बंद करने की अपील, दुनिया के कई देश आए PM के समर्थन में@PrashantChurhe pic.twitter.com/hAVtlacUTh
— News18 India (@News18India) April 5, 2020
फ़ैक्ट-चेक
‘न्यूज़18’ की ये खबर कि पूरी दुनिया ने पीएम मोदी की दिया जलाओ मुहिम में हिस्सा लिया, ग़लत है. ‘न्यूज़18’ की खबर हकीकत में वास्तविक खबर से कही ज़्यादा भ्रामक है. ‘ज़ी मीडिया’ – ‘ज़ी न्यूज़’ और ‘WION‘ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने सार्क देशों और नॉन-साउथ एशियन इलाकों से संपर्क किया. रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी मिशन ने पीएम मोदी की इस एकजुट दिया जलाओ मुहिम में हिस्सा लिया था. ‘विदेशी मिशन’ वो है जो देश में विदेशी मामलों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
अफ़गानिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, वियतनाम, जापान, ऑस्ट्रेलिया, इज़रायल, जर्मनी, ट्यूनीशिया और मैक्सिको के विदेशी मिशन ने ‘ज़ी मीडिया’ को बताया कि वो सभी पीएम मोदी की इस मुहिम में हिस्सा लेंगे. ‘ज़ी न्यूज़’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया, “कई विदेशी मिशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस मुहिम में हिस्सा लिया था जिसमें 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दिया, मोमबत्ती, टॉर्च जलाने की अपील की थी. रविवार की रात को मिशन ऑफ़िस और राजनायिकों के घर पर दिये जलाए गए थे.”
भारत में स्थित चीन के राजदूत सन वेदोंचु ने इससे जुड़ी हुई एक तस्वीर ट्वीट की थी.
Light a Diya to stand in solidarity with people of #India in the fight against #COVID19. Pay tribute to all medical workers. At this difficult time, #Chinese & Indian people are standing together through thick & thin. Wish India an early victory against the epidemic. #9pm9minute pic.twitter.com/2h9pp7O21d
— Sun Weidong (@China_Amb_India) April 5, 2020
नेपाल के दूत नीलांबर आचार्य ने ‘WION’ से कहा, “हम, नेपाल और भारत कोरोना वायरस की आपदा से लड़ने के लिए पूरी तरह से एक-दूसरे के साथ हैं.”
इसके अलावा अफ़गान के दूत ताहिर कादिरी ने ‘ज़ी न्यूज़’ से बात करते हुए इस मुहिम में हिस्सा लेने की बात कही है – “मैं भी अपने घर की लाइट बंद कर 5 अप्रैल रात 9 बजे 9 मिनट के लिए पीएम मोदी की इस मुहिम में हिस्सा लूंगा जिसमें कोरोना वायरस के खिलाफ़ लड़ाई लड़ने के लिए उन्होंने सभी को एकजुट होने की अपील की थी.”
CNN न्यूज़18 ने भी ग़लत खबर चलाई
‘न्यूज़18’ समूह की अंग्रेज़ी चैनल ‘CNN न्यूज़18’ ने भी ये ग़लत खबर चलाई कि पाकिस्तान को छोड़कर बाकी सभी सार्क देशों और इज़राइल, जापान जैसे देशों ने पीएम मोदी की दिया जलाओ मुहिम में हिस्सा लिया था. हालांकि चैनल के ब्रॉडकास्ट में चलाई गई इस ग़लत खबर से अलग़ अपनी ट्वीट में “कई मिशन” साफ़ शब्दों में लिखा हुआ है.
इस तरह, दुनिया भर के देशों को पीएम मोदी की दिया जलाओ मुहिम का हिस्सा बनने का चैनल का दावा ग़लत पूरी तरह से ग़लत है. इस मुहिम में हिस्सा विदेशी मिशन ने लिया था. इसका मतलब ये है कि विदेशों के राजदूत और एम्बेस्डर ने भारत के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इस मुहिम ने हिस्सा लिया था.
न्यूज़18 का स्पष्टीकरण
6 अप्रैल को शाम 4 बजे अपने एक बुलेटिन में ‘न्यूज़18 इंडिया’ ने सफ़ाई देते हुए कहा कि कल के प्रसारण के दौरान उन्होंने ‘विदेशी मिशन’ के बारे में ग़लती से ये ख़बर चला दी थी. बुलेटिन के इस संबंधित हिस्से को आप नीचे सुन सकते हैं.
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