ट्विटर पर कई लोगों ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक शख्स दो लोगों को डंडे से बुरी तरह से मार रहा है और आस-पास तमाशा देख रहे लोग उसे उकसा रहे हैं. विश्व हिन्दू परिषद के जनरल सेक्रेटरी मिलिंद परांदे ने दावा किया कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हुई क्रूरता का है. 3 अप्रैल को एक यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर करते हुए बंगाल में राष्ट्रपति साशन की मांग की है. (आर्काइव लिंक)
(डिस्क्लेमर: ध्यान रहे कि यह वीडियो विचलित करने वाला है.)
सेक्यूलरो देखो
तुम्हारे डरे हुए शांतिदूत पश्चिम बंगाल में #हिन्दू
को कैसे मार जा रहे है, मुसलमान नाम आते ही तुम्हारी जुबान तो हलक मे चिपक जाती है#हिंदू को निशाना बंद करो
बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू हो#NarendraModi #YogiAdityanath #BJP #AmitShah #HinduRashtra #Hindu #Indian pic.twitter.com/4L9QpFZo6F— #Hinduism राष्ट्रवादी (@Modi_Shah_Yogi_) April 3, 2023
और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया है. (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4)
पश्चिम बंगाल मे हिन्दू ओके हालात तत्काल भारत सरकार संग्यान ले pic.twitter.com/W7gGsiANJD
— मानसे’ग पी,पटेल =🚩🕉🚩प्रशासक समिती (@Manseng10) April 3, 2023
2020 से वायरल
पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं पर अत्याचार बताकर ये वीडियो मई 2020 में भी वायरल था.
प. बंगालकी सरकार मुस्लिम दुष्टताके विरूद्ध कारवाई करे। प. बंगाल में हूगलीके चंदननगरमें हजारों मुसलमानोंद्वारा हिंदुओंके घरोंको जलाया जा रहा है; हिन्दू महिलाएं सड़कोंपर आ गयी है..पुलिस प्रशासन मुसलमानोंके साथ है.मीडिया नहीं दिखा रही. हिंदूओंको स्वयंरक्षा के खड़ा होनाही होगा। pic.twitter.com/5oBZkpAAi1
— Milind Parande (@MParandeVHP) May 16, 2020
ये वीडियो पश्चिम बंगाल के तेलीनिपारा में हुई साम्प्रदायिक हिंसा का बताया जा रहा है, जो कि मई 2020 में एक समुदाय के लोगों द्वारा दूसरे को ‘कोरोना’ कहकर चिढाने के कारण भड़की थी. इसमें के दुकानें बर्बाद कर दी गईं और दो ग्रुप के लोगों ने एक दूसरे पर बम फेंके. पुलिस ने इस मामले में 129 लोगों को गिरफ्तार किया था. परांदे के ट्वीट को ABVP मेम्बर और विश्व हिन्दू परिषद प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने भी ट्वीट किया है.
ट्विटर यूज़र आकाश RSS ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अफसोस कि इन पश्चिम बंगाल के हिन्दुओ के लिए हम कुछ नही कर पा रहे. बंगला देश के जेहादी शांतिदूत है जो वहां के हिंदूओ का तड़पा के मार रहे है और हम हिंदू मुस्लिम भाई चारे का माला जाप रहे हो जिस दिन इनकी जनसंख्या भारत में 50% हो गया उस दिन से बाकी हिंदुओं का यही हाल होगा भारत में” (आर्काइव किया हुआ लिंक)
आकाश RSS असल में ‘आकाश सोनी’ है. ऑल्ट न्यूज़ ने 2017 में अपनी रिसर्च में पाया था कि फ़ेमस फ़ेक न्यूज़ वेबसाइट ‘कवरेज टाइम्स’ के पीछे यही शख्स था. जून 2018 में प्रकाशित एक और रिपोर्ट में बताया गया कि यही शख्स फ़ेक न्यूज़ और प्रोपेगैंडा फेसबुक पेज ‘BJP ऑल इंडिया’ चलाने वाले लोगों में से एक था. व्हाट्सएप ग्रुप्स के ज़रिए पत्रकार रवीश कुमार को निशाना बनाकर परेशान करने वाला भी यही था.
कुल मिलाकर यह वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है. नितिन शुक्ल नाम के यूज़र ने इसमें रोहिंग्या एंगल भी जोड़ दिया है. उसने लिखा है, “फिर कहता हूँ #Palghar संयोग नही प्रयोग था, साधुओं के बाद अब आम जनता की लीनचिंग शुरू हो गयी है, ये वीडियो बंगाल का बताया जा रहा है, बताया गया है कि रोहिंग्या स्थानीय निवासियों जो कि हिन्दू हैं को पकड़ कर हाँथ पाँव तोड़ रहे हैं, कल आपकी बारी हो सकती है.” ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं.
फिर कहता हूँ #Palghar संयोग नही प्रयोग था, साधुओं के बाद अब आम जनता की लीनचिंग शुरू हो गयी है, ये वीडियो बंगाल का बताया जा रहा है, बताया गया है कि रोहिंग्या स्थानीय निवासियों जो कि हिन्दू हैं को पकड़ कर हाँथ पाँव तोड़ रहे हैं, कल आपकी बारी हो सकती है pic.twitter.com/dyQxHmqMVU
— Nitin Shukla (@nshuklain) May 15, 2020
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो के कई फ्रेम्स का स्क्रीनशॉट लेकर उन्हें InVid और Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें बांग्लादेश के कुछ पेज मिले जहां इस वीडियो को अप्रैल में शेयर किया गया था.
‘अबु हुसैन’ नाम के फेसबुक पेज पर यह वीडियो था और उसके कमेंट्स में लोग बता रहे थे कि यह वीडियो बांग्लादेश का है जहां ऑटो चोरी करने वाले लोगों को पीटा गया है. हाल में ये पेज डिलीट हो गया है. वीडियो में भी हम सुन सकते हैं कि भीड़ में से कोई ‘ऑटो’ कह रहा है. इसे एक सुराग मानकर हमने फेसबुक पर ‘অটো চুরি বাংলাদে’ कीवर्ड के साथ वीडियो सर्च किये, जिसका हिंदी में मतलब है ‘बांग्लादेश में ऑटो की चोरी.’ इसके ज़रिए हम मार्च 2019 की कई पोस्ट्स तक पहुंचे.
25 मार्च 2019 को ‘न्यूज़ मीडिया बांग्ला’ नाम के पेज से ये वीडियो शेयर किया गया, कैप्शन था, “एक चोर को ऑटो चुराने के लिए बुरी तरह पीटा जा रहा था, क्या उसे इस तरह मारना सही था? आप क्या सोचते हैं?” (बांग्ला से अनुवाद: অটো চুরির অপরাধে চোরকে ধরে বেদম মার- এমন মারা কি ঠিক হয়েছে ?? আপনার মতামত কি বলে???)
हालांकि, हमें इससे सम्बंधित मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिलीं लेकिन यह साफ है कि वीडियो 4 साल पुराना है और पश्चिम बंगाल की किसी हालिया घटना से सम्बंधित नहीं है.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.