“ये है गरीब का बेटा,मेकअप करा रहा है। आरटीआई के जरिए खुलासा हुआ है कि इसके श्रृंगार के लिए ब्यूटीशियन को 80 लाख रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाता है।” – यह दावा गुरुग्राम कांग्रेस के आधिकारिक पेज से एक वीडियो के साथ किया गया है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी किसी फोटो शूट के लिए तैयार होते हुए दिख रहे हैं।
ये है गरीब का बेटा,मेकअप करा रहा है।
आरटीआई के जरिए खुलासा हुआ है कि इसके श्रृंगार के लिए ब्यूटीशियन को 80 लाख रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाता है।Posted by Gurugram Congress on Saturday, 4 May 2019
यह वीडियो अंग्रेजी और हिंदी दोनों में फेसबुक पर बड़े पैमाने पर वायरल है।
ऐसा दावा पिछले साल भी वायरल हुआ
2018 में भी ऐसा दावा किया गया था। हालांकि, उसमें पीएम की वीडियो क्लिप के बजाय, तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था।
15 लाख रुपये महीने की पगार पर रखी गई मेकअप आर्टिस्ट के हाथों मेकअप कराकर सजधज कर रोने को निकलते नौटंकीबाज।
Posted by Aditya Chaturvedi on Monday, 22 October 2018
सच क्या है?
वीडियो के 8वें सेकंड में, एक कागज पर लिखा दिखता है – ‘मैडम तुसाद्स बॉडी मेजरमेंट।’
क्लिप का इस्तेमाल यह प्रचारित करने के लिए किया गया था कि सिंगापुर के मैडम तुसाद में पीएम मोदी की मोम की प्रतिमा बनाने के वीडियो को देख कर चुनी गई ब्यूटीशियनों पर प्रधानमंत्री ने 80 लाख रुपये खर्च किए हैं।इस वीडियो में ही असलियत के सुराग छिपे हैं।
पीएम मोदी का मोम का पुतला बनाने का वीडियो 2016 में अपलोड किया गया था। यह दावा कि ब्यूटीशियन पीएम का मेकअप कर रही थीं, गलत है, क्योंकि मैडम तुसाद के कर्मचारी उनके शरीर का माप लेते देखे जा सकते हैं।
इसके अलावा, मीडिया में ऐसे किसी आरटीआई की कोई खबर नहीं है जिससे यह खुलासा हुआ कि पीएम मोदी मेक-अप पर 80 लाख रुपये महीना खर्च करते हैं। सोशल मीडिया पर चल रहा ये दावा झूठा है।
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