कुछ ट्विटर और फे़सबुक यूज़र्स ने 10 अगस्त के आस-पास 1 मिनट लम्बा वीडियो शेयर किया जिसमें महिला को बंधक बनाये हुए एक व्यक्ति को पुलिस गोली मार देती है. दावों के मुताबिक यह व्यक्ति ISIS आतंकी है जिसे स्पेन में पकड़ा गया.
(चेतावनी: ये वीडियो आपको विचलित कर सकता है. सोच-समझकर देखें.)
ट्विटर यूज़र Akash RSS ने यह वायरल वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया.
Isis terrorist with kidnapped woman shot dead by Spain police sharp shooters…What a shot in fraction of second amazing to watch pic.twitter.com/stXW7pxwgT
— Akash RSS (@Satynistha) August 10, 2020
Akash RSS, ‘आकाश सोनी’ है. ऑल्ट न्यूज़ को 2017 में पता चला था कि यह व्यक्ति Coverage Times नाम से फे़क न्यूज़ फ़ैलाने वाली वेबसाइट चला रहा था. 2018 की एक अन्य रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि वो गलत सूचना और प्रोपगेंडा फ़ैलाने वाले फे़सबुक पेज ‘BJP All India’ चलाने वाले लोगों में शामिल था. आकाश सोनी व्हाट्सऐप ग्रुप के ज़रिये पत्रकार रविश कुमार को निशाना बनाने और परेशान करने के पीछे भी था.
ऑल्ट न्यूज़ को व्हाट्सऐप (+917600011160) और ऑफिशियल एंड्राइड ऐप पर इसके फै़क्ट चेक के लिए कई रिक्वेस्ट भेजी गयी.
फै़क्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने Invid (वीडियो फ़ैक्ट चेकिंग टूल ) के ज़रिये इस वीडियो का कीफ्रे़म एनालिसिस कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने पाया कि ये वीडियो एक विमिओ यूज़र Prensamerica Internacional ने 6 साल पहले अपलोड किया था. इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन के अनुसार वीडियो में अपहरणकर्ता, हेक्टर दुआर्ते (Héctor Duarte) था और यह घटना वेनेज़ुएला की है.
इससे हिंट लेते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया और पता चला कि इस घटना को ‘1998 Cúa hostage crisis’ नाम से जान जाता है. यह घटना वेनेज़ुएला के मिरांडा स्टेट के क्युआ (Cua’) शहर की है.
यूट्यूब पर एक अन्य कीवर्ड सर्च , ‘Crisis de rehenes de Cúa 1998’ (English:‘1998 Cúa hostage crisis’) ने हमें एक क्लिप तक पहुंचाया जिसे Venevisión, एक वेनेज़ुएलन टीवी चैनल ने अपलोड किया था. इसी वीडियो का लम्बा वर्ज़न एक अन्य यूट्यूब चैनल NotiVideosHeinnermix ने अपलोड किया हुआ है जिसपर करीब 20 लाख व्यूज हैं. ये 2011 में अपलोड किया गया था.
द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इवान सिमोनोविस (Iván Simonovis) का इंटरव्यू लिया था. ये वही पुलिस अधिकारी हैं जो इस वीडियो में रेस्क्यू ऑपरेशन के इंचार्ज थे. 2019 में पब्लिश हुए इस इंटरव्यू में लिखा है, “उन्होंने (सिमोनोविस) देश की पहली SWAT टीम Brigada de Acciones Especiales की स्थापना की थी. 1998 में BAE के स्नाइपर ने बन्दूक के दम पर महिला को बंधक बनाने वाले को गोली मारने की घटना के बाद से इस ब्रिगेड को अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर पहचान मिली थी. ये कराकस से 40 मील दूर क्यूया शहर की घटना थी.”
यह वीडियो 2017 से ही सोशल मीडिया पर गलत दावों के साथ घूम रहा है. उस समय भी Boom और The Quint ने इसे वेरीफ़ाई किया था.
यानी सोशल मीडिया का यह दावा कि वीडियो स्पेन का है और ये व्यक्ति ISIS का आतंकी है, बिल्कुल गलत है. इस वीडियो में 22 साल पहले वेनेज़ुएला में हुई लूट की घटना का दृश्य है.
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