समाजवादी पार्टी के एक कार्यक्रम का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में मंच पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस होते हुए देखा जा सकता है. नीचे पोस्ट किया गया ट्वीट @BeingVikas99 ने किया था. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक इसे 87 हज़ार से ज़्यादा बार देखा और करीब 5 हज़ार बार रीट्वीट किया गया है.
ये विडियोज़ मिडिया नहीं दिखा पाई अखिलेश यादव का असली रूप pic.twitter.com/S9VeNDg0Zb
— Vikash Maheshwari (@BeingVikas99) November 26, 2021
ये वीडियो और भी दूसरे यूज़र्स ने शेयर किया है.
_ये विडियो मिडिया नहीं दिखा पाई। अखिलेश यादव का असली रूप देखिए।_
_जो अपने पिता का नहीं हुआ वो जनता का क्या होगा ?_ pic.twitter.com/smCoky06TE
— सौरभ श्रीवास्तव 🚩हिंदी🚩 हिंदू 🚩हिन्दुस्थान (@Sourabh3507) October 8, 2021
वीडियो को फ़ेसबुक पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है – “ये विडियोज़ मिडिया नहीं दिखा पाई अखिलेश यादव का असली रूप.”
पुराना वीडियो
वीडियो के साथ इस्तेमाल किए जा रहे कैप्शन को फ़ेसबुक पर सर्च करने पर 2018 का लिंक मिलता है. नीचे दिए गए वीडियो को करीब 40 लाख बार देखा गया है.
ये विडियोज़ मिडिया नहीं दिखा पाई अखिलेश यादव का असली रूप
Posted by Kamal Jeet Singh Sohal on Monday, 2 July 2018
असल में ये घटना 2016 की है जब अखिलेश यादव का अपने चाचा और सपा नेता शिवपाल यादव के साथ विवाद हो गया था. वीडियो में मुलायम सिंह यादव को भी हस्तक्षेप करते हुए देखा जा सकता है.
VIDEO: UP CM Akhilesh Yadav & Shivpal Yadav openly spar at a party meeting, Mulayam intervenes #YadavsAtWar pic.twitter.com/a6sbyNFTIN
— TIMES NOW (@TimesNow) October 24, 2016
कई मीडिया संगठनों ने SP (सपा) की बैठक में हुए विवाद पर रिपोर्ट की थी.
डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, “अखिलेश और उनके चाचा, राज्य के सपा प्रमुख शिवपाल यादव के बीच चल रही लड़ाई के एक दिन बाद उनके बीच तीखी बहस हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव और उनके तीन अन्य मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया. और मुलायम ने पलटवार करते हुए बदले में उनके चचेरे भाई, राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया. शिवपाल यादव के साथ हुई लड़ाई में रामगोपाल यादव अखिलेश का समर्थन कर रहे थे.”
इस तरह पांच साल पुराना एक वीडियो हाल की घटना के रूप में शेयर किया गया.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.