“वाहन जुर्माना बड़ा कर ग़रीब लोगों की इज्जत से खेला जा रहा है ऐसे कानून से पुलिसकर्मी अपने आप को राजा समझने लगे अंग्रेज फरमान चलाया जा रहा है इसे जल्द ही रोका जाए नही तो ऐसा होगा की पुलिस वाले लोग किसी की खून ही न कर दे!”
उपरोक्त दावे से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक बाइक सवार को बेरहमी से पीटते हुए दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि भारी जुर्माना नहीं चुकाने की वजह से पुलिस गरीबों पर अत्याचार कर रही है। Rjd Siwan नामक यूज़र द्वारा पोस्ट किए गए इस वीडियो को इस लेख के लिखे जाने तक 22 हज़ार से अधिक बार शेयर किया गया है। (आर्काइव)
वाहन जुर्माना बड़ा कर ग़रीब लोगों की इज्जत से खेला जा रहा है ऐसे कानून से पुलिसकर्मी अपने आप को राजा समझने लगे अंग्रेज फरमान चलाया जा रहा है इसे जल्द ही रोका जाए नही तो ऐसा होगा की पुलिस वाले लोग किसी की खून ही न कर दे!
Posted by Rjd Siwan on Saturday, 14 September 2019
बॉबी त्यागी नाम के यूज़र जो खुद को समाजवादी पार्टी के नेता बताते हैं, उन्होंने इस वीडियो को उत्तरप्रदेश पुलिस की बर्बरता के दावे से ट्वीट किया है। (आर्काइव)
वाहन जुर्माना बड़ा कर ग़रीब लोगों की इज्जत से खेला जा रहा है l और तो और उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी सारी हदो को पार कर देश मे अपनी चर्चा बनाये रखने का काम किया है ।
बेहद शर्मनाक !! #हिटलरशाही #UPPolice @Uppolice @yadavakhilesh pic.twitter.com/i6iISDA8X2— BOBY TYAGI (@BOBY_TYAGI_SP) September 17, 2019
1 मिनट 27 सेकंड का यह वीडियो फेसबुक पर समान दावे से वायरल है।
क्या है इस वीडियो की सच्चाई?
इस वीडियो को गौर से देखने पर हमें एक स्थान पर बाइक का नंबर प्लेट दिखा, जिसपर ‘CG28’ स्पष्ट रूप से दिख रहा है। CG28 छतीसगढ़ के मुंगेली जिले का आरटीओ कोड है।
उपरोक्त संकेत के आधार पर जब हमने गूगल सर्च किया तो हमें इस वीडियो पर प्रकाशित कई खबरें मिली। 14 सितम्बर, 2019 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, “इस वीडियो में मुंगेली कोतवाली के पुलिस वाले एक शख्स को पीटते दिख रहे हैं। जब ये वीडियो किसी ने बनाया तो दैनिक भास्कर संवाददाता मौके पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि घटना एक हफ्ते पुरानी है। शराबी सड़क पर नशे की हालत में हंगामा कर रहा था। पुलिस वालों ने पहले उसे समझाया, लेकिन वह नहीं माना। बाद में उसे पकड़कर थाने लाया गया। यहां शराबी खुद को प्रदेश की राजनीतिक हस्तियों का रिश्तेदार बताकर नौकरी से निकलवाने की धमकी दी।”
दैनिक भास्कर के वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो के अलावा थाने के अंदर का दृश्य भी दिया गया है, जिसमें शराबी को हंगामा करते हुए देखा जा सकता है।
एक अन्य खबर के मुताबिक, “मुंगेली में एक चौराहे पर एक शराबी नशे की हालत में गाली गलौज कर रहा था, मौके पर सिटी कोतवाली में पदस्थ थानेदार आशीष अरोरा अपने दो जवानों के साथ पहुंचे और उस शराबी को ऑटो में बैठने की कोशिश करने लगे, लेकिन वो शराबी ऑटो में बैठने को तैयार नहीं था। पुलिस की बात नहीं सुनते देख गुस्से से आगबबूला हुए कोतवाली थानेदार आशीष अरोरा ने अन्य पुलिस कर्मी के साथ शराबी की जम कर पिटाई की।”
इस तरह हमने देखा कि वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स की पिटाई नए ट्रैफिक नियमों से संबंधित नहीं है, रिपोर्ट्स के मुताबिक वह व्यक्ति शराब के नशे में सड़क पर हँगामा कर रहा था। दरअसल, 1 सितम्बर से ट्रैफिक के नए नियम लागू होने के बाद, हमने कई ऐसे असंबंधित और पुराने वीडियो की पड़ताल की है, जिन्हें गलत संदर्भ में शेयर किया गया, कुछ उदाहरण यहाँ है। (1, 2, 3, 4, 5)
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