[चेतावनी: वायरल वीडियो में हिंसा के दृश्य हैं.]
फर्श पर खून से लथपथ और तड़पती हुई एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में एक युवक को दोनों हाथ-पैर के नीचे दबाकर फर्श पर उल्टा लेटाया हुआ है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये मध्य प्रदेश के जबलपुर का वीडियो है जहां मुस्लिम प्रेमी अपनी हिन्दू प्रेमिका को हवस का शिकार बनाने के बाद उसकी हत्या कर रहा था, इसी बीच होटल के स्टाफ और पुलिस ने मुस्लिम लड़के को पकड़ लिया.
अनिल शर्मा नाम के ट्विटर यूज़र ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
देव गौड़ नाम के यूज़र ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)
फ़ेसबुक यूज़र माणिक लाल जियो जैसवाल ने भी इस वीडियो के 2 फ़्रेम्स पोस्ट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
ऑल्ट न्यूज़ को व्हाट्सएप पर भी इस वीडियो को फ़ैक्ट-चेक करने के रीक्वेस्ट आयी है.
फ़ैक्ट-चेक
जब ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें इस वीडियो से जुड़ी जानकारी मिली. 16 नवंबर 2022 को EL Universal नाम की वेबसाइट पर इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली. स्पेनिश भाषा में पब्लिश्ड रिपोर्ट के मुताबिक, कोलम्बिया के बैरेंक्विला शहर में आरोपी Jesús Salvador Tovar García ने अपनी एक्स-पार्टनर पर हमला कर दिया. (नीचे EL Universal के आर्टिकल का इंग्लिश में ट्रांसलेटेड वर्जन का स्क्रीनशॉट मौजूद है.)
Impacto News, EL Informador, इत्यादि वेबसाइट पर भी इस खबर से जुड़ी रिपोर्ट्स मौजूद है. यानी कि ये वीडियो भारत का नहीं है. स्पेनिश की-वर्ड्स से सर्च करने पर हमें 16 नवंबर 2022 का एक यूट्यूब वीडियो मिला जिसमें आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है. यहां ये बात आईने की तरह साफ हो जाती है कि ये घटना भारत की नहीं है.
वायरल वीडियो के फ़्रेम में दैनिक जागरण की एक खबर का स्क्रीनशॉट है जिसमें लिखा है “Jabalpur Murder Case: प्यार में ठगे जाने पर प्रेमी ने काटा प्रेमिका का गला, मेखला रिसोर्ट में हत्या का मामला”, हमने जागरण की वेबसाइट पर सर्च किया तो हमें ये खबर 11 नवंबर 2022 को पब्लिश्ड मिली. घटना के वक्त भी इस खबर को सांप्रदायिक एंगल से झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा था, तब ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल दावे का फ़ैक्ट-चेक किया था जिसमें पाया गया कि जबलपुर मर्डर केस का आरोपी हिन्दू है. पुलिस ने भी इस घटना में सांप्रदायिक एंगल को खारिज कर दिया था. गौर करने वाली बात ये है कि कोलम्बिया के जिस वीडियो को भारत का बताकर शेयर किया जा रहा है वो भी लगभग इसी तारीख के आस-पास का ही है. यानी कि दो अलग असंबंधित घटनाओं को जोड़कर वीडियो सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया गया.
कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने कोलम्बिया के पुराने वीडियो को भारतीय सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया.
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