कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं. इन तस्वीरों में एक छात्रा के साथ मौलवी दिख रहे हैं. अतुल कुशवाहा नाम के एक यूज़र ने शेयर करते हुए लिखा है, “मदरसे में जालीदार साहब सलमा को कलमा पढ़ाते हुए.”
कुछ लोगों का कहना है कि मदरसे बंद कर दिए जाने चाहिए क्यूंकि ये अश्लीलता का अड्डा बन गया है.
मदरसे में
मौलवी साहब सलमा को कलमा पढ़ाते हुएबंद करो ये मदरसे जो अश्लीलता वेश्यावृत्ति के अड्डे बन गये हैं
साधु संतो पर टिप्पणी करने वाले इस विषय अपना मुंह खोलें।
🐷👹😡🤬👊🏻 pic.twitter.com/OOOpcK2FZ3— राम भक्त कौशल भगवा रक्षक 🚩🙏🏻✊🏻✊🏻⚔️🗡️ (@BqwW2pJAGZW272J) October 26, 2020
फ़ेसबुक पर ये तस्वीरें इन्हीं दावों के साथ वायरल हैं.
फ़ैक्ट-चेक
इन तस्वीरों में से एक का यांडेक्स (Yandex) पर सर्च करने पर हमें कुछ यूट्यूब वीडियो के लिंक्स मिले.
इसमें से एक वीडियो बांग्लादेश के एक वेरीफ़ाइड यूट्यूब चैनल ‘एना बाला’ ने शॉर्ट फ़िल्म बताते हुए अपलोड किया है. बांग्ला में बनी ये फ़िल्म 10 मिनट की है, जिसे 21 सितम्बर 2020 को अपलोड किया गया है. इस फ़िल्म को 2 लाख से भी ज़्यादा व्यूज़ मिले हैं. आप पूरा वीडियो नीचे देख सकते हैं. इसमें 7 मिनट 20 सेकंड के बाद दिखने वाले कुछ दृश्यों को ग़लत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
हमने पाया कि इस फ़िल्म को আমি রিমা नाम के एक फ़ेसबुक पेज ने 11 मार्च, 2019 को पोस्ट किया था. इस पोस्ट के भी 1 लाख से ज़्यादा व्यूज़ हैं.
तो जैसा कि स्पष्ट है बांग्लादेश में बनी एक शॉर्ट फ़िल्म से कुछ तस्वीरें लेकर इसे ग़लत दावे से शेयर किया जा रहा है. इससे पहले भी पाकिस्तान में हुई कुछ पुरानी घटनाओं के वीडियोज़ शेयर करते हुए भारत के मदरसों को निशाना बनाया जा रहा था. इसके अलावा बांग्लादेश के स्कूल में छात्रा के यौन शोषण की एक पुरानी घटना का वीडियो भारत के मदरसे का बताकर शेयर किया जा रहा था.
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