पत्रकार पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के नाम से ट्विटर पर आये दिन ग़लत जानकारियां फैलाई जाती हैं. ऐसा उनके नाम से बने कई फ़र्ज़ी हैंडल्स के ज़रिये किया जाता था करते थे जिनके लाखों फ़ॉलोवर्स थे. ऑल्ट न्यूज़ इस आर्टिकल में ऐसे ही कुछ ट्विटर हैंडल्स की बात करेगा. ऑल्ट न्यूज़ ने इन सभी हैंडल्स को रिपोर्ट किया और ट्विटर को बताया कि ये पत्रकार पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के नाम का ग़लत इस्तेमाल कर रहे हैं.
हमने देखा कि इन हैंडल्स ने कहीं भी ये नहीं लिखा था कि ये पैरोडी अकाउंट्स हैं. जबकि ट्विटर की पॉलिसी कहती है कि अगर कोई बिना ये बताये कि वो पैरोडी हैंडल है किसी के नाम का इस्तेमाल करता है तो ये ट्विटर के नियमों का उल्लंघन होता है. हमने ट्विटर को इस बारे में मेल भेजा. जिसके परिणामस्वरूप ट्विटर ने ये सभी हैंडल्स सस्पेंड कर दिये.
सबसे पहले बात पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के असली ट्विटर हैंडल की. उनकी वेरिफ़ाइड फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक उनका असली ट्विटर हैंडल @Pushpendraamu है.
उनके असली हैंडल के 1 लाख फ़ॉलोवर्स हैं. जबकि उनके नाम से बने कुछ फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल्स के इससे कहीं ज़्यादा फ़ॉलोवर्स थे. नीचे आप देख सकते हैं कि ऑल्ट न्यूज़ ने इन सभी एकाउंट्स को ट्विटर को रिपोर्ट किया था.
- ThePushpendra_/ – 4 लाख फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक, वेब आर्काइव लिंक)
- PuspendraTweet – 2.5 लाख फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- Pushpendrakuls0 – 84 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- PushpenderKL – 17 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- mArmysupporter – 7 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- ThePushpendra93 – 37 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- The_____Analyst – 62 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
- Real_Pushpender– 5 हज़ार फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक)
1. @ThePushpendra_/ हैंडल को पत्रकार से लेकर नेताओं के कई वेरिफ़ाइड हैंडल फ़ॉलो करते थे जबकि पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने खुद इसे फ़र्ज़ी हैंडल बताते हुए 31 मई को ट्वीट किया था.
One more Fake account pic.twitter.com/pGORMgXnln
— Pushpendra Kulshrestha (@Pushpendraamu) May 31, 2021
आये दिन ये हैंडल सांप्रदायिक और भ्रामक जानकारियां शेयर करता रहता था. ऑल्ट न्यूज़ ने कम से कम 9 मौकों पर इस हैंडल को झूठ फैलाते हुए पकड़ा.
- वडोदरा के बाप्स मंदिर की तस्वीर को मुंबई का कोविड वॉर्ड बताया
- उत्तराखंड में दरगाह पर हुई मारपीट की घटना को सांप्रदायिक ऐंगल दिया
- जय शाह का मानहानि केस पर ‘द वायर’ द्वारा मुकदमा हारने और माफ़ीनामे की पेशकश का ग़लत दावा किया
- किसान प्रदर्शन में शामिल हुई मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर सांप्रदायिक दावे से शेयर किया
- भारत में अन्य देशों के मुकाबले कोरोना वैक्सीन की कीमत ग़लत बताया
- किसान प्रदर्शनों के दौरान आर्टिकल 370 हटाने का विरोध के ग़लत दावे से पुरानी तस्वीर शेयर की
- रूस के चुनाव में हुई गड़बड़ी का वीडियो अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों में धांधली का बताकर शेयर
- सुशांत सिंह केस पर काम कर रहे बिहार के एसपी को CBI द्वारा नियुक्ति का ग़लत दावा किया
- कपिल सिब्बल के नाम से वायरल फ़र्ज़ी बयान: “राम मंदिर निर्माण शुरू होने पर आत्महत्या कर लूंगा” शेयर किया
@ThePushpendra_/ हैंडल से किए गए इन सभी ग़लत दावों के स्क्रीनशॉट्स नीचे देखे जा सकते हैं.
2. @PuspendraTweet को भी कई बड़े नेता फ़ॉलो करते हैं जिसमें BJP नेता सरोजिनी अग्रवाल, मनीष सिंह, गजेन्द्र चौहान, सुरेन्द्र पूनिया, अरुण यादव इत्यादि शामिल हैं. पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने इस हैंडल को भी फ़र्ज़ी बताते हुए मार्च में ट्वीट किया था.
Another fake account pic.twitter.com/OfBQ7IRYqw
— Pushpendra Kulshrestha (@Pushpendraamu) March 6, 2021
इस हैंडल का नाम पहले ‘@RanjanGogoii’ हुआ करता था जिसे बाद में बदलकर ‘@PuspendraTweet’ कर दिया गया. हाल ही में @RanjanGogoii हैंडल से किया गया एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था.
लोग इसे भारत के पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई का ट्वीट मानकर शेयर कर रहे थे. इसपर ऑल्ट न्यूज़ की पड़ताल नीचे लिंक पर जाकर पढ़ी जा सकती है.
पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई के नाम से फ़ेक ट्वीट शेयर किया
हम यहां आपको एक ही ट्वीट दो-दो हैंडल से दिखा रहे हैं. एक में रंजन गोगोई का नाम दिखता है और दूसरे में पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ का. लेकिन ये दोनों एक ही समय पर किये गये थे. ऐसा इसलिये है क्यूंकि हैंडल का नाम बदल कर पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ कर दिया गया था.
इसके अलावा @PuspendraTweet ने मई में पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद ये दावा किया था कि “बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन.”
ये दावा भी भ्रामक था. 2018 में पश्चिम बंगाल सरकार ने ये स्कूल इसलिए बंद कर दिये थे क्यूंकि वो नियमों की अनदेखी कर रहे थे. इस मामले पर ऑल्ट न्यूज़ की विस्तृत रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.
REAL___HINDUVT – 1 लाख फ़ॉलोवर्स (आर्काइव लिंक) ये हैंडल अभी भी मौजूद है क्यूंकि इसने पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के नाम का इस्तेमाल नहीं किया है. हालांकि डिस्प्ले पिक्चर में पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ की ही तस्वीर है.
REAL___HINDUVT को भी ऑल्ट न्यूज़ ने अबतक दो बार ग़लत जानकारी फैलाते हुए पकड़ा है.
ये दोनों ही दावे ग़लत हैं.
- हिमालया कंपनी के फ़ाउन्डर पर आतंकवादियों की फंडिंग का ग़लत आरोप
- SP नेता का पुराना वीडियो शेयर कर दावा किया कि हिमालया के मालिक ने कहा ‘हम मुस्लिम पहले, भारतीय बाद में’
इसके अलावा जो हैंडल्स हैं, हमने देखा कि ये हैंडल्स अक्सर सांप्रदायिक दावे शेयर कर करते रहते थे. पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कई बार ट्वीट करते हुए उनके नाम से बने फ़र्ज़ी हैंडल्स की जानकारी दी थी. सबसे पहले फ़रवरी 2020 में उन्होंने ट्वीट किया था कि उनके नाम से फ़र्ज़ी हैंडल्स बनाकर लोग झूठ फैला रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी ग़लत जानकारी फ़ैलाने का ये सिलसिला जारी रहा. हाल ही में द प्रिंट ने उनके नाम से पैरोडी हैंडल को एक फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल में असली बता दिया था.
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